देशभर में इस बार ईद 26 जून को मनाई जाएगी. इसका ऐलान शनिवार को राजधानी लखनऊ में मौलाना डॉ. कल्बे सादिक ने किया. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना डॉ. कल्बे सादिक ने कहा, ‘‘इस साल 28 मई से रमजान शुरू हुआ था. ईद 26 जून को मनाई जाएगी.’’
उन्होंने कहा कि ईद का चांद रविवार को दिखेगा, जिसके बाद देशभर में सोमवार को ईद मनाई जाएगी.
रमजान माह की रौनक इन दिनों देखते ही बनती है. रमजान के रोजों के बाद खुशियों का त्योहार ईद मनाया जाता है. ईद मनाने वालों ने त्योहार की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं.
रमजान में मुस्लिम समाज द्वारा रोजा, तरावीह और तिलावते कुरआन के माध्यम से विशेष इबादतें की जाती हैं. मुस्लिम विद्वानों के मुताबिक, रमजान का पवित्र महीना मुसलमानों की जीवन शैली में सुधार और संतुलन स्थापित करने का भी अच्छा माध्यम है.
रोजा आपसी भाईचारे को बढ़ाता है. रमजान में सामूहिक रोजा इफ्तार के माध्यम से अपने पास-पड़ोस के लोगों के साथ बैठने का मौका मिलता है, जिससे पारस्परिक संबंधों में प्रगाढ़ता आती है. मुस्लिम विद्वानों के मुताबिक, रोजा एक ऐसी इबादत है जिससे रोजेदार के अंदर मानवता का भाव उत्पन्न होता है और उसका शरीर निरोग एवं स्वस्थ रहता है.
आईएएनएस से इनपुट
उन्होंने कहा कि ईद का चांद रविवार को दिखेगा, जिसके बाद देशभर में सोमवार को ईद मनाई जाएगी.
रमजान माह की रौनक इन दिनों देखते ही बनती है. रमजान के रोजों के बाद खुशियों का त्योहार ईद मनाया जाता है. ईद मनाने वालों ने त्योहार की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं.
रमजान में मुस्लिम समाज द्वारा रोजा, तरावीह और तिलावते कुरआन के माध्यम से विशेष इबादतें की जाती हैं. मुस्लिम विद्वानों के मुताबिक, रमजान का पवित्र महीना मुसलमानों की जीवन शैली में सुधार और संतुलन स्थापित करने का भी अच्छा माध्यम है.
रोजा आपसी भाईचारे को बढ़ाता है. रमजान में सामूहिक रोजा इफ्तार के माध्यम से अपने पास-पड़ोस के लोगों के साथ बैठने का मौका मिलता है, जिससे पारस्परिक संबंधों में प्रगाढ़ता आती है. मुस्लिम विद्वानों के मुताबिक, रोजा एक ऐसी इबादत है जिससे रोजेदार के अंदर मानवता का भाव उत्पन्न होता है और उसका शरीर निरोग एवं स्वस्थ रहता है.
आईएएनएस से इनपुट
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं