विज्ञापन
This Article is From Aug 21, 2020

Hartalika Teej 2020: हरतालिका तीज पर ऐसे करें पति की लंबी उम्र का व्रत, जानें डिटेल्स

Hartalika Teej 2020: माना जाता है कि हरतालिका तीज का व्रत करने से सुहागिन महिला के पति की उम्र लंबी होती है. वहीं कुंवारी लड़कियां अच्छा पति प्राप्त करने के लिए ये व्रत रखती हैं. इस साल हरतालिका तीज का त्योहार 21 अगस्त को मनाया जा रहा है. 

Hartalika Teej 2020: हरतालिका तीज पर ऐसे करें पति की लंबी उम्र का व्रत, जानें डिटेल्स
आज हरतालिका तीज का त्योहार मनाया जा रहा है.
नई दिल्ली:

Hartalika Teej 2020 हरतालिका तीज का व्रत बेहद ही कठिन माना जाता है. हर साल यह त्योहार अगस्त या फिर सितंबर के महीने में मनाया जाता है. इस त्योहार को मुख्य रूप से भादो माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. माना जाता है कि हरतालिका तीज (Hartalika Teej Vrat) का व्रत करने से सुहागिन महिला के पति की उम्र लंबी होती है. वहीं कुंवारी लड़कियां अच्छा पति प्राप्त करने के लिए ये व्रत रखती हैं. इस साल हरतालिका तीज (Kajari Teej) का त्योहार 21 अगस्त को मनाया जा रहा है. 

इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की मिट्टी की प्रतिमाएं बनाकर उनकी पूजा करती हैं. हरतालिका शब्द दो शब्दों को मिला कर बना है. एक ''हरत'' और दूसरा ''आलिका''. हरत का मतलब भगाना और आलिका मतलब महिला मित्र. इसका अर्थात हुआ कि महिला मित्र को भगाना. पौराणिक कथा के अनुसार माता पार्वती की एक दोस्त ने उनकी घर से भाग कर जंगल में छिपने में मदद की थी ताकि वह भगवान शिव से शादी कर सकें. 

हरतालिका तीज का शुभ मुहुर्त
इस साल हरतालिका तीज का त्योहार 21 अगस्त यानी कि शुक्रवार को मनाया जा रहा है. 

हरतालिका तीज की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 54 मिनट से सुबह 8 बजकर 30 मिनट से शाम को 6 बजकर 54 मिनट तक है. 

हरतालिका तीज के व्रत के नियम 
- इस व्रत को सुहागिन और कुंवारी महिलाएं रखती हैं लेकिन एक बार व्रत रखना शुरू करने के बाद जीवन भर रखना पड़ता है. 
- यदि महिला काफी अधिक बीमार है और व्रत नहीं रख सकती है तो अन्य महिला या फिर पति भी इस व्रत को रख सकता है. 
- व्रत करने वाली महिला को शांत रहना चाहिए. इस वजह से महिलाएं इस दिन मेहंदी लगाती हैं. 
- व्रत करने वाली महिला को पति के साथ क्लेश भी नहीं करना चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से व्रत अधूरा रह जाता है. 
- यदि आप इस व्रत को रख रही हैं तो किसी बुजुर्ग का अपमान न करें. माना जाता है कि ऐसा करने से व्रत का प्राप्त नहीं मिलता है. 
- बता दें, इस व्रत में सोने की मनाही है. यहां तक कि रात के वक्त भी महिला सो नहीं सकती है. इस वजह से महिलाएं रात के वक्त भजन कीर्तन करती हैं. 
- ये व्रत अगले दिन सूर्योदय के बाद माता पार्वती को सिंदूर चढ़ाने के बाद ही तोड़ा जा सकता है. इस वजह से हरतालिका तीज का व्रत इतना कठिन माना जाता है. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com