Guru Vakri 2022: ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के मुताबिक सभी 27 नक्षत्र और 9 ग्रह एक निश्चित अंतराल पर राशि परिवर्तन करते हैं. जिसका प्रभाव देश-दुनिया और सभी 12 राशियों पर होता है. ग्रहों के राशि परिवर्तन (Planet Transit) का असर सभी राशियों पर अलग-अलग होता है. शनि (Shani) के बाद अब 29 जुलाई को बृहस्पति देव राशि परिवर्तन (Brihaspati Vakri) करने वाले हैं. गुरु ग्रह (Jupiter Planet) अपनी ही राशि में वक्री गति यानि उल्टी चाल में प्रवेश करेंगे. साथ 119 दिन तक इसी व्रकी अवस्था में रहेंगे. ज्योतिष के मुताबिक अप्रैल में गुरु ग्रह अपनी ही राशि मीन (Pisces) में गोचर किए थे. गुरु ग्रह (Guru Grah) के इस राशि परिवर्तन से कुछ राशियों पर शुभ प्रभाव पड़ने वाला है. आइए जानते हैं कि बृहस्पति देव (Brihaspati Dev) की उल्टी चाल किन राशियों के लिए शुभ पहने वाला है.
वृषभ (Taurus)- ज्योतिष के मुताबिक इस राशि में देवगुरु बृहस्पति 11वें भाव में वक्री होने वाले हैं. यह भाव आय का होता है. ऐसे में गुरु वक्री के दौरान इस राशि से संबंधित लोगों आय में जबदस्त इजाफा हो सकता है. साथ ही व्यापार में अच्छे आर्थक लाभ के योग बनेंगे. आय के नए साधन बन सकते हैं. बिजनेस में कोई बड़ी डील कर सकते हैं. कार्यस्थल पर कार्यों की सराहना होगी.
कुंभ (Aquarius)- इस राशि में गुरु ग्रह दूसरे भाव में स्थित है. बृहस्पति के वक्री होने से नौकरी में असंतुष्टि का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि कुछ समय पश्चात स्थिति ठीक हो सकती है. बिजनेस करने वाले जातकों को इस दौरान अच्छा आर्थिक लाभ हो सकता है. दांपत्य जीवन में जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा. साथ ही अविवाहितों के विवाह के योग बनेंगे. आर्थिर पक्ष मजबूत होता दिखाई देगा.
मिथुन (Gemini)- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बृहस्पति का वक्री होना इस राशि के जातकों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हो सकता है. नौकरी में बदलाव की स्थिति बनेगी जो कि शुभ साबित होगी. इसके अलावा नौकरी में प्रमोशन का भी योग बन सकता है. जो लोग व्यापार करते हैं, उन्हें कारोबार में अप्रत्याशित मुनाफा प्राप्त होगा. इसके अलावा नए व्यापारिक संबंध बनेंगे. मीडिया और मार्केटिंग से जुड़े लोगों के लिए गुरु की उल्टी चाल शुभ साबित होगी.
सावन में शिवजी को चढ़ाए जाते हैं ये 5 प्रकार के अनाज, भक्तों की हर इच्छा पूरी करते हैं भोलेनाथ
कर्क (Cancer)- बृहस्पति देव 9वें भाव में स्थित हैं. गुरु के व्रकी होने से भाग्य में वृद्धि हो सकती है. जॉब में समृद्धि हासिल कर सकते हैं. नौकरी के नए प्रस्ताव मिल सकते हैं. पदोन्नति की संभावना बनेगी. व्यापार में आर्थिक प्रगति हो सकती है. बिजनेस में निवेश का लाभ मिल सकता है. पिता की संपत्ति से लाभ प्राप्त हो सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं