माघ मास में गणेश जयंती (Ganesh Jayanti) आज 04 फरवरी दिन शुक्रवार को है, जिसे विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi) भी कहा जाता है. जहां हफ्ते में बुधवार का दिन भगवान गणेश (Lord Ganesh) को समर्पित है. वहीं, माघ माह (Magh Month Chaturthi ) में चतुर्थी तिथि पर भी गणेश पूजन (Ganesh Pujan) का विधान है. मान्यता है कि इस दिन गणेश जी की पूजा करने से भक्तों के सारे संकट दूर हो जाते हैं. माघ माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली चतुर्थी को गणेश जयंती (Ganesh Jayanti 2022) के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि गणेश जी की सच्चे मन से पूजा करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और किसी कार्य में बाधा नहीं आती.
गणेश जयंती के दिन आप गणपति महाराज के पूजन के समय इन मंत्रों (Ganesh Mantra) का जाप करके विघ्नहर्ता को प्रसन्न कर सकते हैं. कहते हैं इन मंत्रों का जाप करने से जीवन में सुख एवं सौभाग्य बढ़ता है. माना जाता है कि सच्चे मन से भगवान का नाम स्मरण मात्र से भी उनकी कृपा प्राप्त की जा सकती है. मान्यता है कि मत्रों का जाप विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है, यहां पर कुछ गणेश मंत्र दिए जा रहे हैं, जिनके जाप से आप गौरी गणेश को प्रसन्न कर मनोवांछित फल की प्राप्ति कर सकते हैं.
गणेश जी के प्रभावशाली मंत्र
ओम गं गणपतये नमः
बताया जाता है कि यह मंत्र गणेश जी के बीज मंत्र गं से बना है. कहते हैं कि गौरी गणेश की पूजा के समय इस मंत्र का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. माना जाता है कि जो भी इस मंत्र का जाप करता है, उसका उद्देश्य पूरा हो जाता है.
ओम हस्ति पिशाचिनी लिखे स्वाहा
माना जाता है कि गणेश जी की पूजा के समय इस मंत्र का जाप करने से नकारात्मकता का नाश होता है. माना जाता है कि इस मंत्र के जाप से प्रसन्न होकर गणपति महाराज भक्तों के सभी कष्ट दूर कर देते हैं.
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।।
मान्यता है कि भगवान गणेश के पूजन के समय इस मंत्र का जाप करने से कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं. कहते हैं कि इस सिद्ध मंत्र का जप करने से सफलता भी प्राप्त होती है.
ओम श्रीं सौम्याय सौभाग्याय गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानाय स्वाहा।
बता दें कि यह लक्ष्मी विनायक मंत्र है. कहते हैं कि इस मंत्र का जाप करने से धन, सुख, समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है. इसके साथ ही आपके करियर में आने वाली समस्याएं दूर हो जाती हैं. इसके अलावा नौकरी पाने की दिशा में किए जा रहे प्रयास भी सफल होते हैं.
ओम एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।
यह गणेश जी का गायत्री मंत्र है. कहते हैं कि गणेश जी के इस मंत्र का का जाप शुद्धता के साथ किया जाना चाहिए. यह इतना प्रभावशाली मंत्र माना जाता है कि इसके जाप से समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति हो सकती है.
त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय।
नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्।।
इस मंत्र का जाप कम से कम 21 बार करना चाहिए. माना जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के बुद्धि, विवेक, तर्कशक्ति आदि में वृद्धि होती है. भगवान श्री गणेश जी की कृपा से शुभता और सौभाग्य बढ़ता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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