
700 साल पुरानी कुरान की एक पांडुलिपि (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में मंगलवार से शुरू हो रही एक प्रदर्शनी में 15वीं से 20वीं सदी की कुरान की दुर्लभ पांडुलिपियों को प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी दो सप्ताह तक चलेगी।
विभिन्न भाषाओं में दुर्लभ पांडुलिपियों का प्रदर्शन...
विश्वविद्यालय के एक बयान के मुताबिक, "प्रदर्शनी 'होली कुरान-ट्रेजर ऑफ नॉलेज' में जापानी, फ्रेंच, जर्मन, बर्मी, तुर्की और फारसी भाषाओं सहित विभिन्न भारतीय और विदेशी भाषाओं में कुरान के दुर्लभ प्रकाशित अनुवादों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।"
कुरान की आयतों की मल्टीमीडिया प्रस्तुति...
प्रदर्शनी का उद्घाटन कुलपति तलत अहमद करेंगे। इसमें इस्लामी कैलीग्राफी और कुरान की आयतों की मल्टीमीडिया प्रस्तुतियों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
पांच जुलाई तक चलेगी प्रदर्शनी...
बयान के मुताबिक, "प्रदर्शनी में पवित्र कुरान की मानव जाति के लिए शिक्षाओं, मार्गदर्शन तथा वैज्ञानिक तथ्यों से युक्त महत्वपूर्ण पहलुओं पर रोशनी डाली जाएगी।" यह प्रदर्शनी पांच जुलाई तक चलेगी।
विभिन्न भाषाओं में दुर्लभ पांडुलिपियों का प्रदर्शन...
विश्वविद्यालय के एक बयान के मुताबिक, "प्रदर्शनी 'होली कुरान-ट्रेजर ऑफ नॉलेज' में जापानी, फ्रेंच, जर्मन, बर्मी, तुर्की और फारसी भाषाओं सहित विभिन्न भारतीय और विदेशी भाषाओं में कुरान के दुर्लभ प्रकाशित अनुवादों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।"
कुरान की आयतों की मल्टीमीडिया प्रस्तुति...
प्रदर्शनी का उद्घाटन कुलपति तलत अहमद करेंगे। इसमें इस्लामी कैलीग्राफी और कुरान की आयतों की मल्टीमीडिया प्रस्तुतियों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
पांच जुलाई तक चलेगी प्रदर्शनी...
बयान के मुताबिक, "प्रदर्शनी में पवित्र कुरान की मानव जाति के लिए शिक्षाओं, मार्गदर्शन तथा वैज्ञानिक तथ्यों से युक्त महत्वपूर्ण पहलुओं पर रोशनी डाली जाएगी।" यह प्रदर्शनी पांच जुलाई तक चलेगी।
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