Jagannath Snana Yatra 2022: तकरीबन दो साल के के बाद, भगवान जगन्नाथ (Lord Jagannath) के भक्तों को मंदिर के बाहर और अंदर दोनों तरफ से मंदिर में स्नान मंडप पर सुभद्रा और बलभद्र के दर्शन करने का अवसर मिलेगा. यहा फैसला पुरी के गजपति महाराजा दिब्यसिंह देब की अध्यक्षता में श्री जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) प्रबंध समिति की बैठक में लिया गया. अब भक्तों को स्नान मंडप पर नजदीक से दर्शन की अनुमति दी जाएगी. बता दें कि स्नान यात्रा (Snan Yatra) को देव स्नान पूर्णिमा (Snan Purnima) भी कहा जाता है जो इस वर्ष 14 जून को पड़ रही है. स्नान यात्रा (Puri Snan Yatra) का सीधा प्रसारण किया जाएगा.
प्रबंध समिति के सदस्य दुर्गा दास महापात्र ने कहा कि भक्त भगवान के हाती बेशा (हाथी अत्रे) के पूरा होने के बाद स्नान बेदी पर तीन घंटे तक देवताओं के दर्शन कर सकते हैं. स्नान अनुष्ठान के दौरान देवताओं पर पवित्र जल के कम से कम 108 घड़े डाले जाएंगे.
स्नान यात्रा के लिए अनुष्ठान के कार्यक्रम के अनुसार, जिसे बैठक में अंतिम रूप दिया गया था, देवताओं की पहंडी (जुलूस) सुबह 4 बजे शुरू होगी और सुबह 6 बजे तक समाप्त होगी. वहीं जला बीज की रस्म सुबह 9.30 से 11.30 बजे के बीच होगी. इसके अलावा चेरा पहाड़ा अनुष्ठान दोपहर 12.15 बजे जबकि हाती बेशा अनुष्ठान दोपहर 12.30 से 2.30 बजे के बीच होगा.
बता दें कि कोरोना महामारी के मद्देनजर भक्तों को 2020 और 2021 में दो साल के लिए रथ यात्रा और संबंधित अनुष्ठानों में भाग नहीं ले करते थे. राज्य सरकार ने इस बार महामारी की स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार को ध्यान में रखते हुए भक्तों को उत्सव में भाग लेने की अनुमति देने के लिए विस्तृत व्यवस्था की है. बता दें कि साल 2022 जगन्नाथ रथ यात्रा 01 जुलाई से शुरू हो रही है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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