जम्मू से रविवार को अमरनाथ यात्रा के लिए 1,141 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था रवाना हुआ. एक अधिकारी ने कहा, "तड़के 2.50 बजे कड़ी सुरक्षा में 46 वाहनों के काफिले में भगवती नगर यात्री निवास से तीर्थयात्रियों का एक और जत्था कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ." हर रोज तीर्थयात्रियों को अलसुबह यात्रा शुरू करनी पड़ती है, क्योंकि तीर्थयात्रियों को ले जा रहे किसी भी वाहन को सुरक्षा कारणों से अपराह्न् 3.30 बजे के बाद जवाहर टनल पार करने की अनुमति नहीं होती.
यह सुरक्षात्मक कदम इसलिए उठाया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी यात्री सूर्यास्त से पहले सुरक्षित रूप से पहलगाम और बालटाल के आधार शिविर पहुंच जाएं.
इस वर्ष 40 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी, जो सात अगस्त को श्रावण पूर्णिमा पर समाप्त होगी, जिस दिन रक्षा बंधन भी है. रविवार को अमरनाथ यात्रा का 25वां दिन है.
इस साल अब तक अमरनाथ यात्रा में 48 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है.
इनमें से 17 यात्रियों की मौत 16 जुलाई को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सड़क दुर्घटना में हुई थी, जबकि आठ तीर्थयात्रियों की मौत 10 जुलाई को अनंतनाग जिले में स्थित बतेंगो में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले में हुई थी. इनके अलावा 23 तीर्थयात्रियों की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई.
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी)और राज्य पुलिस के 35,000 से भी अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.
इनपुट आईएएनएस से
यह सुरक्षात्मक कदम इसलिए उठाया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी यात्री सूर्यास्त से पहले सुरक्षित रूप से पहलगाम और बालटाल के आधार शिविर पहुंच जाएं.
इस वर्ष 40 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी, जो सात अगस्त को श्रावण पूर्णिमा पर समाप्त होगी, जिस दिन रक्षा बंधन भी है. रविवार को अमरनाथ यात्रा का 25वां दिन है.
इस साल अब तक अमरनाथ यात्रा में 48 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है.
इनमें से 17 यात्रियों की मौत 16 जुलाई को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सड़क दुर्घटना में हुई थी, जबकि आठ तीर्थयात्रियों की मौत 10 जुलाई को अनंतनाग जिले में स्थित बतेंगो में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले में हुई थी. इनके अलावा 23 तीर्थयात्रियों की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई.
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी)और राज्य पुलिस के 35,000 से भी अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.
इनपुट आईएएनएस से
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं