
फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली में मौसम की या दूसरी सब्ज़ियां क्यों महंगी है. दलील बरसात और बाढ़ की दी जा रही. क्या वाकई यही वजह है? एनडीटीवी इंडिया ने खेत से थोक मंडी और रिटेल में जाकर इसकी पड़ताल की. दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर दिल्ली के हिरणकी गांव में और यमुना खादर के इलाके में एनडीटीवी की टीम गई. यमुना खादर का मतलब है यमुना किनारे का वो इलाका जहां पर बड़े पैमाने पर खेती होती है. टोनये यमुना खादर का इलाका है यहां पर बड़े पैमाने पर मौसमी सब्ज़ियों की खेती होती है और यहां से बड़ा हिस्सा दिल्ली की अज़ादपुर मंडी में सप्लाई होता है. ये यमुना किनारे का इलाका ज़रूर है लेकिन ये यमुना जी नहीं है. ये यमुना नहीं बल्कि खेत हैं, जिनमे पानी भर गया, जिसकी वजह से सब्ज़ियां या तो बाह गयी या सड़ गई है.
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इस इलाके के खेत और किसान बता रहे हैं कि जब बाढ़ आई तो सब्ज़ियों का क्या हाल हुआ, लेकिन किसान ये भी बता रहे हैं कि बाढ़ से उनको बची कुची सब्ज़ी के दाम कुछ ज़्यादा तो मिले लेकिन उतने नहीं जितने का माहौल बनाया गया है. किसान सूरत सिंह ने बताया कि ज़्यादातर चीजें 20-22 रुपये में बिकी. सबसे ज्यादा महंगा बस धनिया बेचा गया उसके हमें 40 रुपये मिले उससे ऊपर कुछ नहीं बिका.
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जब एनडीटीवी की टीम आजादपुर मंडी पहुंची तो वहां सब्जियों के थोक के रेट लिए. अब दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में रिटेल के रेट पता किए
थोक के रेट सिविल लाइन्स (रिटेल के रेट)
भिंडी- 28.50 80
तोरई- 22 60
घीया- 18 60
टमाटर 15 50
शिमला मिर्च- 32 100 (सभी सब्जियों के दाम प्रति किलो )
थोक के रेट लक्ष्मी नगर (रिटेल के रेट)
भिंडी- 28.50 60
तोरई- 22 50
घीया- 18 40
टमाटर 15 40
शिमला मिर्च- 32 100 (सभी सब्जियों के दाम प्रति किलो )
थोक के रेट ग्रेटर कैलाश (रिटेल के रेट)
भिंडी- 28.50 80
तोरई- 22 80
घीया- 18 60
टमाटर 15 60
शिमला मिर्च- 32 160 (सभी सब्जियों के दाम प्रति किलो )
यानि थोक और रिटेल में अंतर होने के साथ-साथ इलाके के हिसाब भी सब्जिवाले रिटेलर सब्ज़ी बेच रहे हैं. बेशक क्वालिटी में कुछ अंतर आपको मिलेगा साथ में कमिशन और खर्चा भी जोड़ लें तो भी रेट इतना नहीं की रेट थोक मंडी से रिटेल के ठेले तक दाम कई गुना बढ़ जाएं.
VIDEO: बरसात आते ही सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंचे
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इस इलाके के खेत और किसान बता रहे हैं कि जब बाढ़ आई तो सब्ज़ियों का क्या हाल हुआ, लेकिन किसान ये भी बता रहे हैं कि बाढ़ से उनको बची कुची सब्ज़ी के दाम कुछ ज़्यादा तो मिले लेकिन उतने नहीं जितने का माहौल बनाया गया है. किसान सूरत सिंह ने बताया कि ज़्यादातर चीजें 20-22 रुपये में बिकी. सबसे ज्यादा महंगा बस धनिया बेचा गया उसके हमें 40 रुपये मिले उससे ऊपर कुछ नहीं बिका.
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जब एनडीटीवी की टीम आजादपुर मंडी पहुंची तो वहां सब्जियों के थोक के रेट लिए. अब दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में रिटेल के रेट पता किए
थोक के रेट सिविल लाइन्स (रिटेल के रेट)
भिंडी- 28.50 80
तोरई- 22 60
घीया- 18 60
टमाटर 15 50
शिमला मिर्च- 32 100 (सभी सब्जियों के दाम प्रति किलो )
थोक के रेट लक्ष्मी नगर (रिटेल के रेट)
भिंडी- 28.50 60
तोरई- 22 50
घीया- 18 40
टमाटर 15 40
शिमला मिर्च- 32 100 (सभी सब्जियों के दाम प्रति किलो )
थोक के रेट ग्रेटर कैलाश (रिटेल के रेट)
भिंडी- 28.50 80
तोरई- 22 80
घीया- 18 60
टमाटर 15 60
शिमला मिर्च- 32 160 (सभी सब्जियों के दाम प्रति किलो )
यानि थोक और रिटेल में अंतर होने के साथ-साथ इलाके के हिसाब भी सब्जिवाले रिटेलर सब्ज़ी बेच रहे हैं. बेशक क्वालिटी में कुछ अंतर आपको मिलेगा साथ में कमिशन और खर्चा भी जोड़ लें तो भी रेट इतना नहीं की रेट थोक मंडी से रिटेल के ठेले तक दाम कई गुना बढ़ जाएं.
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