प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
तैमूर नगर में रूपेश की हत्या के बाद लोगों ने आरोप लगाया था कि इलाके में बड़े पैमाने पर नशे का कारोबार होता. रूपेश के कातिलों ने भी माना कि वो नशा खरीदने आये थे. अब पुलिस ने इस इलाके में नशे के इन सौदागरों की धरपकड़ शुरू कर दी है. रूपेश के घर के पास बनी झुग्गियों में पुलिस फारुख को लेकर पहुंची, फारुख के पास से पुलिस ने करीब पौने 2 करोड़ की हेरोइन बरामद की है. नशीले पदार्थ बेचने वाला फारुख खुद हमेशा नशे में रहता है. जब पुलिस ने उसे पकड़ा तब भी वो नशे में था. वो इसी झुग्गी से अपने नशे के कारोबार का बड़ा नेटवर्क चलाता है और वो नशा बेचने के आरोप में 4 बार पहले भी गिरफ्तार हो चुका है.
Exclusive : दिल्ली के तैमूर नगर हत्याकांड में हुआ यह बड़ा खुलासा
पुलिस के मुताबिक फारुख का भाई यही काम करता है, लेकिन इन दोनों के ड्रग्स के पूरे कारोबार को संभालती है उसकी मां पारुल, जो इलाके की सबसे बड़ी ड्रग्स माफिया है. फिलहाल वो गायब है. नशे के कारोबार से इन्हें कितनी कमाई होती है उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फरीदाबाद के पास इस्माइलपुर गांव में उनकी करोड़ों रुपये की बनी 5 मंज़िला कोठी है. झुग्गी से ड्रग्स का कारोबार चलाने वाली पारुल इस कोठी की मालकिन है. पुलिस के मुताबिक इस इलाके में नशे का कारोबार करने वाली कई महिलाएं है, जिनमें पारुल (जो अभी गायब है), हाफ़िज़ा (जो जेल में है), बिलकिस (ये भी जेल में है), माया (जमानत पर है) नाम की महिला शामिल है.
इसके अलावा हाल ही में ताजुद्दीन और कुतुब को भी पकड़ा गया है. शुक्रवार को पुलिस ने अभिजीत मुखर्जी नाम के शख्स को भी इसी इलाके में नशा बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया. उसके पास से करीब 90 लाख की हेरोइन बरामद हुई. पुलिस के मुताबिक इन सभी के गैंग्स पर नज़र रखी जा रही है. रूपेश की हत्या के बाद लोगों ने आरोप लगाया था कि इस इलाके में बड़े पैमाने पर पुलिस की सांठगांठ से नशा बिकता है, उसके बाद 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी किया गया है.
VIDEO: रूपेश हत्याकांड में दो संदिग्ध पकड़े गए
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पुलिस के मुताबिक फारुख का भाई यही काम करता है, लेकिन इन दोनों के ड्रग्स के पूरे कारोबार को संभालती है उसकी मां पारुल, जो इलाके की सबसे बड़ी ड्रग्स माफिया है. फिलहाल वो गायब है. नशे के कारोबार से इन्हें कितनी कमाई होती है उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फरीदाबाद के पास इस्माइलपुर गांव में उनकी करोड़ों रुपये की बनी 5 मंज़िला कोठी है. झुग्गी से ड्रग्स का कारोबार चलाने वाली पारुल इस कोठी की मालकिन है. पुलिस के मुताबिक इस इलाके में नशे का कारोबार करने वाली कई महिलाएं है, जिनमें पारुल (जो अभी गायब है), हाफ़िज़ा (जो जेल में है), बिलकिस (ये भी जेल में है), माया (जमानत पर है) नाम की महिला शामिल है.
इसके अलावा हाल ही में ताजुद्दीन और कुतुब को भी पकड़ा गया है. शुक्रवार को पुलिस ने अभिजीत मुखर्जी नाम के शख्स को भी इसी इलाके में नशा बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया. उसके पास से करीब 90 लाख की हेरोइन बरामद हुई. पुलिस के मुताबिक इन सभी के गैंग्स पर नज़र रखी जा रही है. रूपेश की हत्या के बाद लोगों ने आरोप लगाया था कि इस इलाके में बड़े पैमाने पर पुलिस की सांठगांठ से नशा बिकता है, उसके बाद 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी किया गया है.
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