प्रतीकात्मक तस्वीर...
नई दिल्ली:
सुपर नटवरलाल के तौर पर कुख्यात वाहन चोर धनी राम मित्तल को 24वीं बार गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) पुष्पेन्द्र कुमार ने कहा कि पश्चिम दिल्ली पुलिस ने मंगलवार शाम करीब सात बजे 77 वर्षीय मित्तल को पश्चिम विहार से गिरफ्तार किया। वह 1964 से वाहनों की चोरी में सक्रिय रहा है।
वर्ष 1939 में हरियाणा के भिवानी में जन्मे मित्तल के पास कानून की डिग्री है। इसके अलावा उसके पास हस्तलिपि में डिप्लोमा है। उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में उसके खिलाफ कम से कम 130 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान मित्तल ने कहा कि उसने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़ और पंजाब से हजारों कारें चुराई हैं। मित्तल आमतौर पर पुराने मॉडल के वाहनों को निशाना बनाता है।
मित्तल ने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंसों और वाहनों के फर्जी पंजीकरण कागजातों के साथ अपने आपराधिक करियर की शुरुआत की थी। उसे पहली बार 1964 में रोहतक में गिरफ्तार किया गया था। बाद में वह धोखाधड़ी करने में माहिर हो गया और इस बीच उसने 1970 में एलएलबी कर ली।
इससे पहले, मित्तल को पुलिस ने इस साल 31 मार्च को गिरफ्तार किया था और उसे चार मई को जेल से रिहा कर दिया गया। वह जल्द ही अपने पुराने पेशे में लौट आया और एक साथ शालीमार बाग, प्रशांत विहार और केएन काटजू मार्ग से तीन वाहन चुराए।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) पुष्पेन्द्र कुमार ने कहा कि पश्चिम दिल्ली पुलिस ने मंगलवार शाम करीब सात बजे 77 वर्षीय मित्तल को पश्चिम विहार से गिरफ्तार किया। वह 1964 से वाहनों की चोरी में सक्रिय रहा है।
वर्ष 1939 में हरियाणा के भिवानी में जन्मे मित्तल के पास कानून की डिग्री है। इसके अलावा उसके पास हस्तलिपि में डिप्लोमा है। उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में उसके खिलाफ कम से कम 130 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान मित्तल ने कहा कि उसने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़ और पंजाब से हजारों कारें चुराई हैं। मित्तल आमतौर पर पुराने मॉडल के वाहनों को निशाना बनाता है।
मित्तल ने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंसों और वाहनों के फर्जी पंजीकरण कागजातों के साथ अपने आपराधिक करियर की शुरुआत की थी। उसे पहली बार 1964 में रोहतक में गिरफ्तार किया गया था। बाद में वह धोखाधड़ी करने में माहिर हो गया और इस बीच उसने 1970 में एलएलबी कर ली।
इससे पहले, मित्तल को पुलिस ने इस साल 31 मार्च को गिरफ्तार किया था और उसे चार मई को जेल से रिहा कर दिया गया। वह जल्द ही अपने पुराने पेशे में लौट आया और एक साथ शालीमार बाग, प्रशांत विहार और केएन काटजू मार्ग से तीन वाहन चुराए।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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