आरोपी ड्राइवर बलराज सिंह का मोबाइल से लिया गया फोटो।
नई दिल्ली:
दिल्ली में ओला कैब के ड्राइवर पर बेल्जियम की एक लड़की से छेड़छाड़ का मामला सामना आया है। शिकायत के बाद आरोपी ड्राइवर को गिरफ़्तार कर लिया गया है। गाड़ी को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।
अगली सीट पर बिठाकर छेड़खानी की
बताया जाता है कि शनिवार की शाम को बेल्जियम की 23 साल की एक लड़की ने ऐप के जरिए ओला कैब बुक की। वह गुड़गांव से दिल्ली के चितरंजन पार्क के लिए निकली। जैसे ही टैक्सी हौज खास इलाके में पहुंची, टैक्सी ड्राइवर ने कहा कि जीपीएस काम नहीं कर रहा है और वह अगली सीट पर बैठ जाए। लड़की का आरोप है कि आगे की सीट पर बैठते ही ड्राइवर ने उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। लड़की ने उस वक्त तो कुछ नहीं किया लेकिन अपने फोन से ड्राइवर की तस्वीर ले ली। इस बीच उसका फोन बंद हो गया। ओला टैक्सी जिसमें छेड़छाड़ की वारदात हुई।
सीआर पार्क के बजाय गोविंदपुरी ले गया
ड्राइवर लड़की को सीआर पार्क के बजाय गोविंदपुरी इलाके में ले गया। पुलिस के मुताबिक लड़की ने इसके बाद ड्राइवर के मोबाइल से ही अपनी एक दोस्त को फोन करके बुलाया। ड्राइवर लड़की को गोविंदपुरी छोड़कर चला गया। उसके बाद उसने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने फौरन टैक्सी बुकिंग का पूरा ब्यौरा लिया।
फोन से ली गई तस्वीर से पकड़ा गया आरोपी
घटना की जानकारी टैक्सी प्रोवाइडर कंपनी ओला को दी गई। पता चला कि बुकिंग के ब्योरे में कार ड्राइवर का नाम विक्रम सिंह है। जांच में पता चला कि कार विक्रम सिंह नहीं बल्कि बलराज सिंह चला रहा था। बलराज विक्रम की ही कार चलाता है और ओला के पास उसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। फोन से ली गई तस्वीर और ड्राइवर के फोन से किए गए आखिरी कॉल के आधार पर जांच करते हुए पुलिस बलराज तक पहुंच गई। वारदात के कुछ ही घंटे बाद उसे गुड़गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। बलराज राजस्थान के अलवर का रहने वाला है।
ओला ने ड्राइवर को हटाया
इस घटना से एक बार फिर ऐप आधारित कंपनियों की लापरवाही सामने आई है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर फिर सवाल खड़े हो रहे हैं। ओला कंपनी का कहना है कि वह जांच में पुलिस का पूरा सहयोग कर रही है। जिस ड्राइवर के नाम से कैब बुक होती है उसे हटा दिया गया है। टूरिस्ट वीज़ा पर आई पीड़ित लड़की ने कोर्ट में अपने बयान दर्ज करवा दिया है और कड़वी यादों के साथ वह अपने देश रवाना हो गई है।
अगली सीट पर बिठाकर छेड़खानी की
बताया जाता है कि शनिवार की शाम को बेल्जियम की 23 साल की एक लड़की ने ऐप के जरिए ओला कैब बुक की। वह गुड़गांव से दिल्ली के चितरंजन पार्क के लिए निकली। जैसे ही टैक्सी हौज खास इलाके में पहुंची, टैक्सी ड्राइवर ने कहा कि जीपीएस काम नहीं कर रहा है और वह अगली सीट पर बैठ जाए। लड़की का आरोप है कि आगे की सीट पर बैठते ही ड्राइवर ने उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। लड़की ने उस वक्त तो कुछ नहीं किया लेकिन अपने फोन से ड्राइवर की तस्वीर ले ली। इस बीच उसका फोन बंद हो गया।
सीआर पार्क के बजाय गोविंदपुरी ले गया
ड्राइवर लड़की को सीआर पार्क के बजाय गोविंदपुरी इलाके में ले गया। पुलिस के मुताबिक लड़की ने इसके बाद ड्राइवर के मोबाइल से ही अपनी एक दोस्त को फोन करके बुलाया। ड्राइवर लड़की को गोविंदपुरी छोड़कर चला गया। उसके बाद उसने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने फौरन टैक्सी बुकिंग का पूरा ब्यौरा लिया।
फोन से ली गई तस्वीर से पकड़ा गया आरोपी
घटना की जानकारी टैक्सी प्रोवाइडर कंपनी ओला को दी गई। पता चला कि बुकिंग के ब्योरे में कार ड्राइवर का नाम विक्रम सिंह है। जांच में पता चला कि कार विक्रम सिंह नहीं बल्कि बलराज सिंह चला रहा था। बलराज विक्रम की ही कार चलाता है और ओला के पास उसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। फोन से ली गई तस्वीर और ड्राइवर के फोन से किए गए आखिरी कॉल के आधार पर जांच करते हुए पुलिस बलराज तक पहुंच गई। वारदात के कुछ ही घंटे बाद उसे गुड़गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। बलराज राजस्थान के अलवर का रहने वाला है।
ओला ने ड्राइवर को हटाया
इस घटना से एक बार फिर ऐप आधारित कंपनियों की लापरवाही सामने आई है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर फिर सवाल खड़े हो रहे हैं। ओला कंपनी का कहना है कि वह जांच में पुलिस का पूरा सहयोग कर रही है। जिस ड्राइवर के नाम से कैब बुक होती है उसे हटा दिया गया है। टूरिस्ट वीज़ा पर आई पीड़ित लड़की ने कोर्ट में अपने बयान दर्ज करवा दिया है और कड़वी यादों के साथ वह अपने देश रवाना हो गई है।
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