नॉर्थ दिल्ली मेयर प्रीति अग्रवाल का वीडियो हुआ वायरल
नई दिल्ली:
दिल्ली के बवाना इंडस्ट्रियल इलाके में एक तीन मंजिला फैक्टरी में लगी आग में 17 मजदूरों की मौत हो गई है. मरनेवालों में 10 महिलाएं और 7 पुरुष हैं. इस मामले में शनिवार को नॉर्थ दिल्ली की मेयर प्रीति अग्रवाल ने घटनास्थल पर पहुंचकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला और उनके घटनास्थल पर नहीं पहुंचने पर सवाल उठाए. लेकिन इसके बाद एक वीडियो वायरल सामने आया, जिसमें प्रीति अपने सहयोगी के साथ फुसफुसाते हुए कह रही थीं कि वह इस मामले पर हम कुछ नहीं कह सकते.
बवाना आग: एक घंटे का ओवर टाइम बना महिला मजदूरों की मौत की वजह
इस बाद यह वायरल वीडियो वायरल हो गया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस वीडियो को रिट्वीट किया जिसमें प्रीति अग्रवाल अपने सहयोगी से कहा रही है कि इस फैक्ट्री की लाइसेंसिंग हमारे पास है इसलिए हम कुछ नहीं कह सकते.
इस मामले में प्रीति अग्रवाल ने कहा कि हमें इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के बारे में कुछ नहीं कहना चाहिए. उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए. एक फर्जी वीडियो बनाकर वायरल किया गया. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद अरविंद केजरीवाल इस मामले में माफी मांगेंगे.
बवाना आग: फैक्ट्री मालिक का खुलासा, होली और स्टेज शो के लिए बड़े पैमाने पर करवा रहा था पटाखों की पैकिंग
वहीं इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि प्रीति अग्रवाल ने पूछा था कि फैक्ट्री किसके अंदर आती है, यह फुसफुसाहट है. जिसमें सिर्फ 'ये फैक्ट्री' साफ सुनाई दे रहा है. लोग बीजेपी को दोषी ठहराने के लिए ऐसे दुख के समय में फर्जी वीडियो को वायरल करने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम ने उस वीडियो को रीट्वीट किया, उन्हें इस निचले स्तर की राजनीति के लिए माफी मांगनी चाहिए.
पुलिस ने बवाना में अवैध पटाखा फैक्ट्री के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है. रोहिणी के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) रजनीश गुप्ता ने बताया कि फैक्ट्री के संचालक मनोज जैन को गिरफ्तार किया गया है. जांच में पता चला कि यह फैक्ट्री स्टेज शो और होली समारोह में इस्तेमाल होने वाले पटाखों की थी. उन्होंने कहा कि मौके से मिले पटाखों के पैकेट से भी ऐसे ही संकेत मिलते हैं.
बवाना आग: प्लास्टिक फैक्ट्री के लाइसेंस पर चल रही थी अवैध पटाखा फैक्ट्री
डीसीपी ने कहा कि जैन ने एक जनवरी से फैक्ट्री किराये पर ली थी. उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गये सात लोगों की पहचान बेबी देवी (40), अफसाना (35), सोनम (23), रीता (18), नदीन (55), राखो (65) और धर्मा देवी (45) के तौर पर हुई है.
आग दो मंजिला इमारत के भू-तल पर स्थित भंडारण इकाई से शुरू हुई और पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया. हादसे में मारे गये 17 लोगों में से 10 महिलायें हैं. घटना में एक पुरुष और एक महिला घायल भी हुये हैं.
VIDEO:नॉर्थ दिल्ली मेयर ने अपने सहयोगी से क्या कहा
पुलिस ने कहा कि इस संबंध में गैर इरादतन हत्या और आग व ज्वलनशील पदार्थ के संदर्भ में लापरवाही से जुड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन धाराओं के तहत अधिकतम 10 साल तक की सजा का प्रावधान है.
बवाना आग: एक घंटे का ओवर टाइम बना महिला मजदूरों की मौत की वजह
इस बाद यह वायरल वीडियो वायरल हो गया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस वीडियो को रिट्वीट किया जिसमें प्रीति अग्रवाल अपने सहयोगी से कहा रही है कि इस फैक्ट्री की लाइसेंसिंग हमारे पास है इसलिए हम कुछ नहीं कह सकते.
इस मामले में प्रीति अग्रवाल ने कहा कि हमें इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के बारे में कुछ नहीं कहना चाहिए. उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए. एक फर्जी वीडियो बनाकर वायरल किया गया. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद अरविंद केजरीवाल इस मामले में माफी मांगेंगे.
बवाना आग: फैक्ट्री मालिक का खुलासा, होली और स्टेज शो के लिए बड़े पैमाने पर करवा रहा था पटाखों की पैकिंग
वहीं इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि प्रीति अग्रवाल ने पूछा था कि फैक्ट्री किसके अंदर आती है, यह फुसफुसाहट है. जिसमें सिर्फ 'ये फैक्ट्री' साफ सुनाई दे रहा है. लोग बीजेपी को दोषी ठहराने के लिए ऐसे दुख के समय में फर्जी वीडियो को वायरल करने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम ने उस वीडियो को रीट्वीट किया, उन्हें इस निचले स्तर की राजनीति के लिए माफी मांगनी चाहिए.
पुलिस ने बवाना में अवैध पटाखा फैक्ट्री के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है. रोहिणी के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) रजनीश गुप्ता ने बताया कि फैक्ट्री के संचालक मनोज जैन को गिरफ्तार किया गया है. जांच में पता चला कि यह फैक्ट्री स्टेज शो और होली समारोह में इस्तेमाल होने वाले पटाखों की थी. उन्होंने कहा कि मौके से मिले पटाखों के पैकेट से भी ऐसे ही संकेत मिलते हैं.
बवाना आग: प्लास्टिक फैक्ट्री के लाइसेंस पर चल रही थी अवैध पटाखा फैक्ट्री
डीसीपी ने कहा कि जैन ने एक जनवरी से फैक्ट्री किराये पर ली थी. उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गये सात लोगों की पहचान बेबी देवी (40), अफसाना (35), सोनम (23), रीता (18), नदीन (55), राखो (65) और धर्मा देवी (45) के तौर पर हुई है.
आग दो मंजिला इमारत के भू-तल पर स्थित भंडारण इकाई से शुरू हुई और पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया. हादसे में मारे गये 17 लोगों में से 10 महिलायें हैं. घटना में एक पुरुष और एक महिला घायल भी हुये हैं.
VIDEO:नॉर्थ दिल्ली मेयर ने अपने सहयोगी से क्या कहा
पुलिस ने कहा कि इस संबंध में गैर इरादतन हत्या और आग व ज्वलनशील पदार्थ के संदर्भ में लापरवाही से जुड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन धाराओं के तहत अधिकतम 10 साल तक की सजा का प्रावधान है.
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