उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलते अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद भी दिल्ली में अधिकारों को लेकर उठ रहा विवाद अभी पूरी तरह से थमा नहीं है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार और एलजी के बीच ट्रांसफर-पोस्टिंग के मुद्दे पर अभी भी टकराव की स्थिति बनी हुई है. वहीं ऐसी स्थिति में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दो एडिशनल चीफ सेक्रेटरी की नियुक्ति दिल्ली सरकार में कर दी है. दिल्ली सरकार के इतिहास में पहली बार दो एडिशनल CS बनाये गए हैं. गृह मंत्रालय ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनिंदो मजूमदार और मनोज परीदा को दिल्ली सरकार में नया एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किया है. इस बारे में औपचारिक सूचना दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी को भेज दी गई है.
गृह मंत्रालय ने मुख्य सचिव को सूचना देते हुए बताया है कि दिल्ली सरकार के 16 मार्च के प्रस्ताव में फैसला लिया गया है. माना जा रहा है जब केजरीवाल सरकार और अफसरों में कोई सुलह की स्थिति नहीं बन पा रही थी तब सरकार की और से ये प्रस्ताव भेजा गया जिसपर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अब फैसला लिया. गृह मंत्रालय के फैसले से सवाल उठ रहे हैं कि दो एडिशनल मुख्य सचिव क्या इसलिए बनाये गए कि केजरीवाल सरकार से टकराव से सीधा मौजूदा मुख्य सचिव अंशु प्रकाश कुछ बच पाएं और सरकार अकेले अंशु प्रकाश पर दबाव ना बना सके. याद रहे कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से कथित मारपीट मामले में सीएम केजरीवाल समेत 11 आप विधायकों पर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी दिल्ली पुलिस कर रही है. कथित मारपीट के विरोध में IAS अफसरों ने 4 महीने तक केजरीवाल सरकार के मंत्रियों के साथ बैठक ना करने का फैसला किया था.
कौन हैं दो नए एडिशनल मुख्य सचिव?
अनिंदो मजूमदार - 1985 बैच के अजीएमयूटी कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी अनिंदो मजूमदार को दिल्ली सरकार में नया एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है. मजूमदार हाल ही में अंडमान निकोबार द्वीप समूह से दिल्ली सरकार में ट्रांसफर किये गये थे. मौजूदा समय में वह उप-राज्यपाल के अधीनस्थ फाईनेंशियल कमिश्नर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. केजरीवाल सरकार से मजूमदार का रिश्ता बेहद खराब है. मई 2015 में मजूमदार दिल्ली में सर्विसेज सेक्रेटरी थे तब सरकार की बात ना मानने के चलते सरकार ने ना सिर्फ इनका तबादला किया बल्कि मजूमदार के दफ़्तर में ताला तक लगवा दिया था.
मनोज परीदा - पुडुचेरी के चीफ सेक्रेटरी रहे 1986 बैच के एजीएमयूटी कैडर सीनियर आईएएस मनोज परीदा को भी बीते साल नवंबर माह में दिल्ली सरकार में ट्रांसफर किया गया था. परीदा को भी गृह मंत्रालय के नये आदेशों पर दिल्ली सरकार में नया एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है. मौजूदा समय में परीदा प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम और पीडब्लूडी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
पहली बार एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नियुक्ति
दिल्ली सरकार में पहली बार एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के पद पर किसी आईएएस अधिकारी को नियुक्त किया गया है. अभी तक दिल्ली में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी का कोई पद नहीं था. हालांकि दूसरे राज्यों में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के पद जरूर हैं. लेकिन दिल्ली जोकि केंद्र शासित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र है, यहां पर इस तरह के पद को गृह मंत्रालय की ओर से पहली बार सृजित किया गया है.
VIDEO: दिल्ली में एक बार फिर से केजरीवाल सरकार और अफसर आमने सामने
इससे पहले डिप्टी सीएम पद भी पहली बार
दिल्ली में पहली बार दो एडिशनल चीफ सेक्रेटरी बनाये गए हैं तो फरवरी 2015 में पहली बार डिप्टी सीएम पद भी बनाया गया था. फरवरी 2015 से पहले दिल्ली में उपमुख्यमंत्री का पद नहीं होता था लेकिन केजरीवाल सरकार ने 14 फरवरी 2015 को मनीष सिसोदिया को दिल्ली का पहला उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया था.
गृह मंत्रालय ने मुख्य सचिव को सूचना देते हुए बताया है कि दिल्ली सरकार के 16 मार्च के प्रस्ताव में फैसला लिया गया है. माना जा रहा है जब केजरीवाल सरकार और अफसरों में कोई सुलह की स्थिति नहीं बन पा रही थी तब सरकार की और से ये प्रस्ताव भेजा गया जिसपर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अब फैसला लिया. गृह मंत्रालय के फैसले से सवाल उठ रहे हैं कि दो एडिशनल मुख्य सचिव क्या इसलिए बनाये गए कि केजरीवाल सरकार से टकराव से सीधा मौजूदा मुख्य सचिव अंशु प्रकाश कुछ बच पाएं और सरकार अकेले अंशु प्रकाश पर दबाव ना बना सके. याद रहे कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से कथित मारपीट मामले में सीएम केजरीवाल समेत 11 आप विधायकों पर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी दिल्ली पुलिस कर रही है. कथित मारपीट के विरोध में IAS अफसरों ने 4 महीने तक केजरीवाल सरकार के मंत्रियों के साथ बैठक ना करने का फैसला किया था.
कौन हैं दो नए एडिशनल मुख्य सचिव?
अनिंदो मजूमदार - 1985 बैच के अजीएमयूटी कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी अनिंदो मजूमदार को दिल्ली सरकार में नया एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है. मजूमदार हाल ही में अंडमान निकोबार द्वीप समूह से दिल्ली सरकार में ट्रांसफर किये गये थे. मौजूदा समय में वह उप-राज्यपाल के अधीनस्थ फाईनेंशियल कमिश्नर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. केजरीवाल सरकार से मजूमदार का रिश्ता बेहद खराब है. मई 2015 में मजूमदार दिल्ली में सर्विसेज सेक्रेटरी थे तब सरकार की बात ना मानने के चलते सरकार ने ना सिर्फ इनका तबादला किया बल्कि मजूमदार के दफ़्तर में ताला तक लगवा दिया था.
मनोज परीदा - पुडुचेरी के चीफ सेक्रेटरी रहे 1986 बैच के एजीएमयूटी कैडर सीनियर आईएएस मनोज परीदा को भी बीते साल नवंबर माह में दिल्ली सरकार में ट्रांसफर किया गया था. परीदा को भी गृह मंत्रालय के नये आदेशों पर दिल्ली सरकार में नया एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है. मौजूदा समय में परीदा प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम और पीडब्लूडी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
पहली बार एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नियुक्ति
दिल्ली सरकार में पहली बार एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के पद पर किसी आईएएस अधिकारी को नियुक्त किया गया है. अभी तक दिल्ली में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी का कोई पद नहीं था. हालांकि दूसरे राज्यों में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के पद जरूर हैं. लेकिन दिल्ली जोकि केंद्र शासित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र है, यहां पर इस तरह के पद को गृह मंत्रालय की ओर से पहली बार सृजित किया गया है.
VIDEO: दिल्ली में एक बार फिर से केजरीवाल सरकार और अफसर आमने सामने
इससे पहले डिप्टी सीएम पद भी पहली बार
दिल्ली में पहली बार दो एडिशनल चीफ सेक्रेटरी बनाये गए हैं तो फरवरी 2015 में पहली बार डिप्टी सीएम पद भी बनाया गया था. फरवरी 2015 से पहले दिल्ली में उपमुख्यमंत्री का पद नहीं होता था लेकिन केजरीवाल सरकार ने 14 फरवरी 2015 को मनीष सिसोदिया को दिल्ली का पहला उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया था.
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