दिल्ली में कोरोनावायरस (Coronavirus) के संदिग्ध मामले पकड़ने के लिए दिल्ली सरकार ने ज़मीनी स्तर पर काम करने के लिए एक नई टीम बनाने का फ़ैसला किया है. इस टीम का नाम 'कोरोना फुट वॉरियर्स कंटेंटमेंट एंड सर्विलांस टीम' होगा. दिल्ली में ऐसी करीब 13,000 टीम बनाने के आदेश दिए गए हैं. जिले के डीएम अपने-अपने यहां ऐसी टीमें बनाएंगे. हर एक टीम में 5 लोग, जोकि सब अलग सेक्टर के लोग होंगे. बूथ लेवल ऑफिसर इस टीम का मुखिया होगा जबकि एक सिविल डिफेंस वालंटियर, एक आशा या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, एक नगर निगम सफाईकर्मी और एक दिल्ली पुलिस का बीट कांस्टेबल इसके सदस्य होंगे.
क्या होगा इस टीम का काम-
1. अपने-अपने इलाके में संदिग्ध कोरोना मामले के बारे में पूछताछ करेंगे.
2. लोगों को फोन करके पूछेंगे कि वह ठीक-ठाक रह रहे हैं या नहीं, उन्हें किसी एसेंशियल आइटम की ज़रूरत तो नहीं. लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताएंगे और मास्क पहनने के बारे में कहेंगे.
3. टीम के लोग फील्ड में जाकर सोशल डिस्टेंसिंग लागू करवाएंगे. खासतौर से जेजे कॉलोनी, अनाधिकृत कालोनी या बहुत आबादी वाले इलाकों में. लोगों को सरकार द्वारा दिए गए निर्देश का पालन करने के लिए कहेंगे और अगर लोग नहीं मानेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई कराएंगे.
4. टीम के लोग अपने हिसाब से इलाके में पैदल घूमेंगे और घरों में जाकर देखेंगे कि कोई कोरोना संदिग्ध तो नहीं. अगर कोई संदिग्ध मिलता है तो प्रक्रिया का पालन करते हुए आगे की कार्रवाई करेंगे. जैसे क्वारन्टीन सेन्टर में भिजवाना या आइसोलेशन में भेजना या टेस्ट कराना आदि.
5. टीम के लोग कोरोना संदिग्ध को जल्द से जल्द क्वॉरेंटाइन सेंटर या आइसोलेशन सेंटर में पहुंचाने में मदद करेंगे. इलाके को सैनिटाइज करने के काम मे कॉर्डिनेट करेंगे.
6. यह टीम रोज शाम को 6:00 बजे तक अपनी रिपोर्ट अधिकारियों को देगी.
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