
प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
देश में हेपिटाइटिस के मरीजों की संख्या छह करोड़ पहुंच गई है। इसके खिलाफ कई सालों से मुहिम छेड़ने वाले अस्पताल ने अब स्कूली बच्चों को भी जोड़ा है लेकिन दिल्ली सरकार के पास इस मुहिम के लिए ज्यादा फंड नहीं है। अस्पताल ने कई बच्चों को ठीक किया है जो हेपिटाइटिस का शिकार हुए। इनका लीवर ट्रांसप्लांट तक किया गया। ये तो ठीक हो गए लेकिन देश में हेपिटाइटिस के मरीजों की संख्या 6 करोड़ पहुंच गई है। जो मुहिम चलाने वालों के लिए चिंता की बात है।
इंस्टीटयूट ऑफ लीवर एंड बाइलेरी साइंसेज यानी ILBS के डायरेक्टर डॉ. एसके सरीन ने कहा कि देश में इस वक्त हेपिटाइटिस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज के दौर में जब एड्स के लिए इतने प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में हेपेटाइटिस के लिए भी बड़ी मुहिम चलाए जाने की जरूरत है। खासतौर पर इसके लिए भी फ्री दवाएं दी जानी चाहिए।
दरअसल अस्पताल पिछले 18 साल से हेपेटाइटिस से लड़ाई लड़ रहा है। लेकिन फंड की कमी ने उसकी मुहिम को धीमा कर दिया है। दिल्ली सरकार अस्पताल के पांच सेंटर खोलने का दावा तो कर रही है लेकिन फंड के नाम पर हाथ खड़े कर रही है।
आड़े आ रही फंड की कमी
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कहते हैं कि हेपेटाइटिस के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली के सारे स्कूलों को जोड़ा जाएगा। लेकिन अस्पताल को फंड और मरीजों को सुविधा देने की बात पर उन्होंने कहा कि हम हर साल 100 करोड़ रुपए देते हैं। इससे ज्यादा नहीं दे पाएंगे। जितना है, उतने में ही काम चलाना होगा। इस जानलेवा बीमारी से लड़ने के लिए अस्पताल को कई स्कूली बच्चों का साथ मिला है। लेकिन ये मुहिम सफल तब होगी जब जागरूकता घर-घर पहुचेंगी। 18 वें हेपिटाइटिस डे के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन के अलावा हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा भी मौजूद रहे।
इंस्टीटयूट ऑफ लीवर एंड बाइलेरी साइंसेज यानी ILBS के डायरेक्टर डॉ. एसके सरीन ने कहा कि देश में इस वक्त हेपिटाइटिस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज के दौर में जब एड्स के लिए इतने प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में हेपेटाइटिस के लिए भी बड़ी मुहिम चलाए जाने की जरूरत है। खासतौर पर इसके लिए भी फ्री दवाएं दी जानी चाहिए।
दरअसल अस्पताल पिछले 18 साल से हेपेटाइटिस से लड़ाई लड़ रहा है। लेकिन फंड की कमी ने उसकी मुहिम को धीमा कर दिया है। दिल्ली सरकार अस्पताल के पांच सेंटर खोलने का दावा तो कर रही है लेकिन फंड के नाम पर हाथ खड़े कर रही है।
आड़े आ रही फंड की कमी
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कहते हैं कि हेपेटाइटिस के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली के सारे स्कूलों को जोड़ा जाएगा। लेकिन अस्पताल को फंड और मरीजों को सुविधा देने की बात पर उन्होंने कहा कि हम हर साल 100 करोड़ रुपए देते हैं। इससे ज्यादा नहीं दे पाएंगे। जितना है, उतने में ही काम चलाना होगा। इस जानलेवा बीमारी से लड़ने के लिए अस्पताल को कई स्कूली बच्चों का साथ मिला है। लेकिन ये मुहिम सफल तब होगी जब जागरूकता घर-घर पहुचेंगी। 18 वें हेपिटाइटिस डे के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन के अलावा हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा भी मौजूद रहे।
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