Talk to AK में अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली:
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल रविवार को जनता के सवालों का सीधे जवाब दे रहे हैं। इस कार्यक्रम का नाम 'टॉक टू एके' रखा गया है। इस मंच पर केजरीवाल ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि 'अगर केंद्र दिल्ली में भारत-पाकिस्तान जैसी स्थिति नहीं बनाता तो हम चार गुना बेहतर काम कर पाते।'
करीब आधे घंटे अपनी बात रखने के बाद मुख्यमंत्री ने सवालों के जवाब देने शुरू किए हैं। इस दौरान सरकार द्वारा विज्ञापन पर खर्च किए जाने वाले सवाल पर केजरीवाल ने कहा 'हमने जो काम किया है, वह असल है, काल्पनिक नहीं। आप चाहें तो खुद आकर देख सकते हैं।'
नए मंत्री की नियुक्ति
एक अहम सवाल WiFi के बारे में भी पूछा गया जिसका वादा अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली उपचुनाव के दौरान किया था। इस पर केजरीवाल ने जवाब दिया कि 'राजेंद्र कुमार जी इस मामले को देख रहे थे। अब मुझे नया मंत्री नियुक्त करना होगा (राजेंद्र कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में 4 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया)। हम दिल्ली में फायबर ओप्टिक केबल नेटवर्क बिछा रहे हैं, इसमें 2-3 साल लग जाएंगे। इस बीच हॉटस्पॉट्स का नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। अगर एलजी ने इसे निरस्त नहीं किया तो दिसंबर-जनवरी तक यह पूर्वी दिल्ली में शुरू हो जाएगा।'
संसदीय सचिव से जुड़े सवाल पर केजरीवाल ने कहा 'हमने प्रवीण कुमार को संसदीय सचिव नियुक्त किया था ताकि स्कूलों के हालात देखे जा सकें। वह स्कूल के राउंड लगाने जाया करते हैं लेकिन हम बदले में उन्हें कुछ नहीं देते हैं। हमने उन्हें रैंक दी ताकि स्कूलों में जाने के लिए उनका पास कोई अधिकार हो। लाभ के पद के लिए उन्हें किसी तरह का आर्थिक फायदा होना चाहिए जो कि इस मामले में नहीं हुआ है।'
आज़ादी की दूसरी लड़ाई
गुजरात में चुनाव लड़ने की मंशा पर दिल्ली सीएम ने कहा 'गुजरात में सूरत के व्यापारियों ने मुझे न्यौता दिया था लेकिन गुजरात सरकार ने उन्हें धमकाया। वहां उत्पीड़न का एक माहौल है, उन्होंने मुझे बताया कि उनमें से कई बार राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। जहां तक गुजरात में आप के चुनाव लड़ने का बात है तो लड़ना आप को नहीं लोगों को है, अगर वह फैसला लेते हैं तो फिर हम भी उनके साथ हैं।' विधायकों पर दर्ज मामलों पर केजरीवाल ने कहा 'हम पर झूठे केस दर्ज किए जा रहे हैं। मैंने तो अपने विधायकों को बोल भी दिया कि यह आज़ादी की दूसरी लड़ाई है।'
'भ्रष्टाचार को रोकना चाहते हैं'
विधायकों की तनख्वाह बढ़ाने की जरूरत से जुड़े सवाल पर केजरीवाल का जवाब था 'एक वक्त बिना तनख्वाह के काम करने का कल्चर था लेकिन फिर वे लोग दूसरे तरीकों से पैसा लेते थे। हम इस भ्रष्टाचार को रोकना चाहते थे। विधायक को 12 हज़ार रुपए प्रति महीने की पगार मिलती है, हमने उसे 50 हज़ार कर दिया, क्या ये बहुत ज्यादा है? अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो आप उन्हें भ्रष्टाचार के रास्ते पर धकेल देंगे।'
इससे पहले केजरीवाल ने कहा 'दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत खस्ता थी जिसे हमने चुनौती की तरह स्वीकारा। शिक्षा का बजट 10 हज़ार करोड़ रुपए किया और मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त किया। साथ ही आप सरकार ने अपने मेहनत के दम पर कई योजनाओं में जनता के पैसे को बचाया है।'
जनता के सवाल अलग
उन्होंने कहा 'मैं मीडिया को वक्त वक्त पर इंटरव्यू देता रहा हूं लेकिन मैंने पाया कि जनता के सवाल मीडिया से काफी अलग होते हैं।' आप सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में केजरीवाल के साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया भी मौजूद हैं, साथ ही संगीतकार विशाल डडलानी इस सत्र में मोडरेटर की भूमिका में हैं। इस मंच के ज़रिए केजरीवाल ने केंद्र सरकार से भी शिकायतें और अनुरोध किए। जनलोकपाल बिल को लेकर केजरीवाल ने कहा कि 8 महीने से यह बिल केंद्र सरकार के पास पेंडिंग पड़ा है -
'जनता से मन की बात'
गौरतलब है कि टॉक टू एके के जरिए आम आदमी पार्टी देश से जुड़ने का यह उपक्रम ऐसे समय में कर रही है जब वह गोआ, पंजाब और गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए कमर कस रही है। वैसे माना जा रहा है कि पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का जवाब केजरीवाल 'जनता के मन की बात' कार्यक्रम करके देंगे। दिल्ली सरकार का कहना है कि जनता अपने नेता से एकतरफा संदेश नहीं सुनना चाहती बल्कि दोतरफा संवाद चाहती है, इसलिए सरकार ने कार्यक्रम लांच किया है। यह प्रोग्राम हर महीने होगा।
करीब आधे घंटे अपनी बात रखने के बाद मुख्यमंत्री ने सवालों के जवाब देने शुरू किए हैं। इस दौरान सरकार द्वारा विज्ञापन पर खर्च किए जाने वाले सवाल पर केजरीवाल ने कहा 'हमने जो काम किया है, वह असल है, काल्पनिक नहीं। आप चाहें तो खुद आकर देख सकते हैं।'
नए मंत्री की नियुक्ति
एक अहम सवाल WiFi के बारे में भी पूछा गया जिसका वादा अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली उपचुनाव के दौरान किया था। इस पर केजरीवाल ने जवाब दिया कि 'राजेंद्र कुमार जी इस मामले को देख रहे थे। अब मुझे नया मंत्री नियुक्त करना होगा (राजेंद्र कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में 4 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया)। हम दिल्ली में फायबर ओप्टिक केबल नेटवर्क बिछा रहे हैं, इसमें 2-3 साल लग जाएंगे। इस बीच हॉटस्पॉट्स का नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। अगर एलजी ने इसे निरस्त नहीं किया तो दिसंबर-जनवरी तक यह पूर्वी दिल्ली में शुरू हो जाएगा।'
संसदीय सचिव से जुड़े सवाल पर केजरीवाल ने कहा 'हमने प्रवीण कुमार को संसदीय सचिव नियुक्त किया था ताकि स्कूलों के हालात देखे जा सकें। वह स्कूल के राउंड लगाने जाया करते हैं लेकिन हम बदले में उन्हें कुछ नहीं देते हैं। हमने उन्हें रैंक दी ताकि स्कूलों में जाने के लिए उनका पास कोई अधिकार हो। लाभ के पद के लिए उन्हें किसी तरह का आर्थिक फायदा होना चाहिए जो कि इस मामले में नहीं हुआ है।'
आज़ादी की दूसरी लड़ाई
गुजरात में चुनाव लड़ने की मंशा पर दिल्ली सीएम ने कहा 'गुजरात में सूरत के व्यापारियों ने मुझे न्यौता दिया था लेकिन गुजरात सरकार ने उन्हें धमकाया। वहां उत्पीड़न का एक माहौल है, उन्होंने मुझे बताया कि उनमें से कई बार राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। जहां तक गुजरात में आप के चुनाव लड़ने का बात है तो लड़ना आप को नहीं लोगों को है, अगर वह फैसला लेते हैं तो फिर हम भी उनके साथ हैं।' विधायकों पर दर्ज मामलों पर केजरीवाल ने कहा 'हम पर झूठे केस दर्ज किए जा रहे हैं। मैंने तो अपने विधायकों को बोल भी दिया कि यह आज़ादी की दूसरी लड़ाई है।'
'भ्रष्टाचार को रोकना चाहते हैं'
विधायकों की तनख्वाह बढ़ाने की जरूरत से जुड़े सवाल पर केजरीवाल का जवाब था 'एक वक्त बिना तनख्वाह के काम करने का कल्चर था लेकिन फिर वे लोग दूसरे तरीकों से पैसा लेते थे। हम इस भ्रष्टाचार को रोकना चाहते थे। विधायक को 12 हज़ार रुपए प्रति महीने की पगार मिलती है, हमने उसे 50 हज़ार कर दिया, क्या ये बहुत ज्यादा है? अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो आप उन्हें भ्रष्टाचार के रास्ते पर धकेल देंगे।'
इससे पहले केजरीवाल ने कहा 'दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत खस्ता थी जिसे हमने चुनौती की तरह स्वीकारा। शिक्षा का बजट 10 हज़ार करोड़ रुपए किया और मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त किया। साथ ही आप सरकार ने अपने मेहनत के दम पर कई योजनाओं में जनता के पैसे को बचाया है।'
जिस जिस स्कूल ने फीस बढ़ाने की कोशिश की हमने उसपे रोक लगाई - अरविंद केजरीवाल LIVE #TalkToAK
— Talk To AK (@TalkToAK_) July 17, 2016
अगर किसी गरीब के पास पैसे नहीं है तो क्या उसे पानी नहीं मिलेगा? इसीलिए हमने हर घर में 20,000 L पानी मुफ्त किया - अरविंद केजरीवाल #TalkToAK
— Talk To AK (@TalkToAK_) July 17, 2016
जनता के सवाल अलग
उन्होंने कहा 'मैं मीडिया को वक्त वक्त पर इंटरव्यू देता रहा हूं लेकिन मैंने पाया कि जनता के सवाल मीडिया से काफी अलग होते हैं।' आप सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में केजरीवाल के साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया भी मौजूद हैं, साथ ही संगीतकार विशाल डडलानी इस सत्र में मोडरेटर की भूमिका में हैं। इस मंच के ज़रिए केजरीवाल ने केंद्र सरकार से भी शिकायतें और अनुरोध किए। जनलोकपाल बिल को लेकर केजरीवाल ने कहा कि 8 महीने से यह बिल केंद्र सरकार के पास पेंडिंग पड़ा है -
8 महीने से जन लोकपाल बिल केंद्र सरकार के पास जो अभी तक पास नहीं हुआ - अरविंद केजरीवाल LIVE #TalkToAK
— Talk To AK (@TalkToAK_) July 17, 2016
काम तो हो रहे हैं मगर केंद्र की तरफ से अगर बाधाए न हो तो काम और अच्छे से हो जाये - अरविंद केजरीवाल LIVE #TalkToAK
— Talk To AK (@TalkToAK_) July 17, 2016
अगर केंद्र सरकार से गुजारिश के वो आम जनता के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में दवाइयाँ मुफ्त करदे - अरविंद केजरीवाल LIVE #TalkToAK
— Talk To AK (@TalkToAK_) July 17, 2016
'जनता से मन की बात'
गौरतलब है कि टॉक टू एके के जरिए आम आदमी पार्टी देश से जुड़ने का यह उपक्रम ऐसे समय में कर रही है जब वह गोआ, पंजाब और गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए कमर कस रही है। वैसे माना जा रहा है कि पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का जवाब केजरीवाल 'जनता के मन की बात' कार्यक्रम करके देंगे। दिल्ली सरकार का कहना है कि जनता अपने नेता से एकतरफा संदेश नहीं सुनना चाहती बल्कि दोतरफा संवाद चाहती है, इसलिए सरकार ने कार्यक्रम लांच किया है। यह प्रोग्राम हर महीने होगा।
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