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घुटनों तक पानी में उतरीं सीएम रेखा गुप्ता, लोगों से मिलकर बोलीं- दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं

दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर सोमवार देर शाम को 206 मीटर तक छू गया था, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर पर है.

  • दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से कई निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है.
  • मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यमुना बाजार इलाके का दौरा किया और जलमग्न इलाकों में जाकर लोगों से मिलीं.
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और उम्मीद है कि पानी आज-कल में उतर जाएगा.
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नई दिल्ली:

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मंगलवार को बाढ़ पीड़ितों से मिलने राजधानी के यमुना बाजार इलाके में पहुचीं. कुछ देर बात की, उसके बाद अचानक मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने जूते उतारे और बाढ़ पीड़ितों से मिलने के लिए घुटने तक पानी में उतर गईं. ये देखकर उत्तरी दिल्ली के डीएम और दूसरे अधिकारी भी हैरान रह गए. 

लोगों से बात कर सीएम बोलीं- स्थिति नियंत्रण में

मुख्यमंत्री ने यमुना बाजार की छोटी-बड़ी गलियों में करीब तीस मिनट तक लोगों से बात करके उनकी परेशानियां जानीं. फिर लौटकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण में है. यमुना का जलस्तर मंगलवार सुबह 206 मीटर को छूने वाला था. इसकी वजह से यहां तक पानी आया है. लेकिन उसके बाद अधिक पानी नहीं आया, ये अच्छी बात है. 

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आज-कल में उतर जाएगा पानीः सीएम

सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि मैंने नियंत्रण कक्ष में भी देखा है. पानी जैसे आ रहा है, वैसे ही आगे निकल जा रहा है. पानी रुकने जैसा कुछ नहीं है. ये राजधानी का सबसे निचला इलाका है. ये यमुना बाढ़ क्षेत्र है, जहां मकान बने हुए हैं. मुझे लगता है कि पानी आज-कल में उतर जाएगा. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने लोगों से निवेदन किया था कि वे अपने घरों को खाली कर दें, लेकिन ये लोग शिफ्ट नहीं हुए. अभी बस यहां बिजली बंद होने की दिक्कत है. इसलिए हमने सौर ऊर्जा से संचालित फ्लड लाइट्स' की व्यवस्था की है ताकि रात में कोई समस्या न हो.

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खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना

हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसके चलते राजधानी में निचले इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है. 

दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर सोमवार देर शाम को 206 मीटर तक छू गया था, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर पर है. इसी के चलते बाढ़ एवं राहत का काम तेजी से करने के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि अन्य इलाक़ों में यमुना के पानी से कोई खतरा नहीं है. 

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यमुना पर तीनों बैराज के गेट खोले गए 

दिल्ली में यमुना की लंबाई करीब 22 किलोमीटर है. नदी के ऊपर वजीराबाद, ITO और ओखला में तीन बैराज हैं. 2023 में ITO के बैराज के पांच गेट न खुलने की वजह से यमुना का पानी आसपास के इलाकों में घुसने लगा था. इससे कई इलाके जलमग्न हो गए थे. 

जांच से बाद में पता चला कि ITO बैराज के गेट के रखरखाव की कमी के कारण नहीं खुल पाए थे. इस मामले में हरियाणा सरकार ने इंजीनियर समेत चार लोगों को सस्पेंड भी किया था. अभी हाल में दिल्ली सरकार ने हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर ITO बैराज के रखरखाव का जिम्मा उसे सौंपने की मांग दोहराई थी.

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