उत्तरी पश्चिमी दिल्ली पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड बेचने वाले एक ऐसे गैंग को पकड़ा है जो अब तक अपराधियों और ठगी करने वाले कॉल सेंटरों को 50 हज़ार से ज्यादा सिम कार्ड बेच चुके हैं. उत्तरी पश्चिमी दिल्ली की डीसीपी विजयंता आर्या के मुताबिक जिले की साइबर सेल ने एक सूचना के बाद पीतमपुरा से वीरेंद्र सिंह नाम के शख्स को गिरफ्तार किया. उसके पास से 710 सिम कार्ड मिले.
सीलिंग पर SC का फैसला- दिल्ली में संपत्तियों को डी-सील करने का दिया आदेश
आरोपी ने बताया कि वो हरियाणा के फतेहाबाद में एक मोबाइल शॉप में काम करता था, अब पिछले डेढ़ साल से वो फर्जी सिम कार्ड बेचने के धंधे में है. वो पहले से ही एक्टिवेट फ़र्ज़ी सिम कार्ड कोरियर के जरिये आसाम से मंगाता है. ये सिम कार्ड उसे असम से उस्मान नाम का शख्स भेजता है. फिर ये सिम कार्ड वो दोगुने पैसे में अवैध कॉल सेंटरों, स्पैमर, ठगी करने वाले लोगों को अपने सहयोगी प्रतीक और गगन के जरिये बेच देता है.
पन्ना टाइगर रिजर्व में हाथी ने किया वन अधिकारी पर हमला, मौके पर ही हुई मौत
वीरेंद्र ने बताया कि वो पिछले डेढ़ साल में 50 हज़ार से ज्यादा सिमकार्ड बेच चुका है. वीरेंद्र ने बताया कि इन्हीं फ़र्ज़ी सिम कार्ड के जरिये वो ऑनलाइन शॉपिंग भी कर चुका है. पुलिस ने वीरेंद्र की निशानदेही पर उसके साथियों निशांत बंसल, प्रतीक और गगन को भी गिरफ्तार कर लिया. ये तीनों पहले ठगी करने वाले कॉल सेंटरों में काम करते थे. इसके बाद पुलिस ने आसाम से उस्मान गोनी को भी गिरफ्तार किया. गैंग के पास से कुल मिलाकर 760 सिम कार्ड, 40 पहचान पत्र बरामद हुए. वीरेंद्र उस्मान से 50 रुपये में एक सिम लेता था जो वो 100 रुपये में बेचता था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं