दिव्यांश की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
30 जनवरी को दिल्ली के रयान स्कूल में दिव्यांश नाम के बच्चे की टैंक में डूबने से मौत के मामले में डीएम नई दिल्ली को जांच रिपोर्ट आ गई है। दिल्ली सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। रिपोर्ट में स्कूल को लापरवाह और सबसे बड़ा जिम्मेदारी बताया गया। मामले में प्रिंसिपल से लेकर स्कूल मैनेजमेंट तक पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
देखिये क्या हैं इस जांच के नतीजे और सिफारिशें -
देखिये क्या हैं इस जांच के नतीजे और सिफारिशें -
- स्कूल अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह से फेल रहा।
- छुट्टी के दिन बच्चे को बुलाया था इसलिए एक्स्ट्रा ध्यान रखने की जरूरत थी जो नहीं हुआ।
- क्लास टीचर को भी नहीं पता कि बच्चा कब गायब हुआ।
- स्कूल ने कार्रवाई करने में देर की जिससे यह आपराधिक लापरवाही हुई।
- इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि कोई बच्चे को लुभा कर वहां तक ले गया हो।
- बच्चे के खिलाफ बदनाम करने वाला अभियान चलाने के लिए प्रिंसिपल पर सिविल या क्रिमिनल कार्रवाई की जानी चाहिए।
- स्कूल मैनजमेंट के खिलाफ क्रिमिनल लापरवाही का केस दायर किया जाना चाहिए।
- जब दिव्यांश के शव का पता चला तो स्कूल अथॉरिटी ने कार्रवाई नहीं की। टीचर, स्विमिंग कोच, गेम इंस्ट्रक्टर, माली आदि सब उपलब्ध थे लेकिन किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
- अगर 11वीं का छात्र मदद न करता तो शव को निकाला भी नहीं जा पाता।
- 11वीं के छात्र प्रज्वल सेहरावत के नाम की सिफारिश अदम्य साहस, सही निर्णय एवं मानवता का परिचय देने के लिए बहादुरी पुरस्कार के लिए की जाए।
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