
- दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पांच साल से फरार चल रहे अपराधी रजत तोमर उर्फ राजबीर को गिरफ्तार किया है
- रजत तोमर पर दिल्ली और गुरुग्राम में दर्ज विभिन्न मामलों में कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया था
- आरोपी ने अपनी पहचान छुपाने के लिए नाम बदलकर राजबीर कर लिया था और बार-बार ठिकाना बदलता रहा
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए लुटेरे और घोषित अपराधी रजत तोमर उर्फ राजबीर को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पिछले पांच सालों से फरार था और पुलिस से बचने के लिए बार-बार ठिकाना बदल रहा था.
आरोपी दिल्ली यूनिवर्सिटी का ग्रेजुएट है और पिछले पांच साल से फरार था और नकली नाम इस्तेमाल कर छुपा हुआ था. दिल्ली और गुरुग्राम में दर्ज तीन मामलों में कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया था. रजत के ऊपर कई मामले दर्ज हैं. साल 2007 में विकासपुरी थाना इलाके में दुकान में घुसकर मारपीट और धमकी, 2016 में गुरुग्राम सेक्टर 29 में लूट और पलम विहार थाना क्षेत्र में देसी पिस्टल बरामद हुई, 2020 में द्वारका सेक्टर-23 थाने में महिला से बदसलूकी और धमकी का केस और 2021 में द्वारका सेक्टर-23 थाने में धारदार हथियार से हमला का मामला दर्ज है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक इन मामलों में कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था, लेकिन वह लगातार जगह बदलकर फरारी काट रहा था. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी के बागपत (यूपी) के पैतृक गांव और दिल्ली-एनसीआर में लगातार छापेमारी की और जानकारी के आधार पर पश्चिम पंजाबी बाग में छापा मारकर आरोपी को पकड़ा.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपी रजत से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं जिसमें उसने बताया कि बार-बार अपराध करने की वजह से आरोपी को उसके माता-पिता ने संपत्ति से बेदखल कर दिया था. पुलिस से बचने के लिए वह हर 3-4 महीने में ठिकाना बदलता रहा था. अपनी पहचान छुपाने के लिए उसने नाम बदलकर राजबीर कर लिया और वह अक्सर बागपत, नरेला-बवाना, उत्तम नगर और पंजाबी बाग में ठिकाने बदलता रहा. आरोपी की साल 2006 में शादी हुई थी और 2020 से पत्नी से अलग रह रहा था.
डीसीपी क्राइम ब्रांच ने बताया कि आरोपी रजत की गिरफ्तारी की सूचना संबंधित थानों को भेज दी गई है. आरोपी के खिलाफ आगे की कानूनी कार्यवाई जारी है.
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