
दिल्ली में हीट वेव के प्रभाव को कम करने के लिए एक पहल शुरू की गई है, जिसमें PWD के फील्ड कर्मचारी और ट्रैफिक पुलिस को कूल वेस्ट जैकेट प्रदान किए जा रहे हैं. प्रवेश वर्मा द्वारा शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य इन कर्मचारियों को गर्मी से बचाव में मदद करना है. यह पहल दिल्ली हीट एक्शन प्लान के तहत की जा रही है, जिसमें ADRA इंडिया, NDMA और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) सहयोग कर रहे हैं.
दिल्ली के मध्य क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य निर्माण कार्यों में PWD के फील्ड कर्मचारी, और ट्रैफिक पुलिस जैसे फील्ड में तैनात कर्मियों को गर्मी से राहत देना है.

PWD मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि जो खुले आसमान के नीचे खड़े रहते हैं, वही हमारे शहर की रीढ़ है. एंटीसिपेटरी एक्शन का मतलब है कि हम त्रासदी का इंतजार नहीं करते हम उसे रोकते हैं. कूल वेस्ट जैकेट सिर्फ एक उपकरण नहीं, बल्कि हमारा वादा है उनके लिए जो हर दिन दिल्ली की सेवा करते हैं.
यह पहल क्यों ज़रूरी है?
पिछले साल भारत में 44,000 से अधिक हीटस्ट्रोक के मामले सामने आए. दिल्ली ने 2010 के बाद सबसे लंबा और भयंकर हीटवेव झेला. हीटवेव एक ‘साइलेंट किलर' होती है, जो बिना किसी तबाही के संकेत के जानलेवा साबित होती है, खासकर उन लोगों के लिए जो सीधे धूप के संपर्क में रहते हैं.
कूल वेस्ट जैकेट कैसे काम करती है
10,000 mAh बैटरी युक्त डुअल फैन यूनिट (5V), तुरंत ठंडक प्रदान करता है. आइस कॉलर तकनीक जो शरीर की सतह का तापमान 15°C तक घटा सकती है. हल्का, पानी और घर्षण-प्रतिरोधी कपड़ा, लंबे समय तक उपयोग योग्य यूनिसेक्स डिजाइन, जिससे यह सभी विभागों के लिए उपयुक्त है.
पायलट परीक्षण और भविष्य की योजना
यह जैकेट्स फिलहाल पायलट परियोजना के तहत सीमित टीमों को दी जा रही हैं. आने वाले हफ्तों में, ADRA इंडिया, NDMA और DDMA इसके मैदान में परीक्षण और मूल्यांकन करेंगे. इन परिणामों के आधार पर इस योजना के विस्तार पर निर्णय लिया जाएगा.
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