
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को शुक्रवार को डेनमार्क के कोपेनहेगन में होने वाले सी-40 जलवायु सम्मेलन (C-40 Climate Change Event) में हिस्सा लेना था, लेकिन विदेश मंत्रालय ने मंजूरी नहीं दी. फिर भी उन्होंने शुक्रवार को अपनी उपस्तिथि दर्ज करवाई. अरविंद केजरीवाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को सी 40 समिट को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, ''वहां आना चाहता था लेकिन किसी कारण से नहीं आ पाया. मुझे खुशी है कि 35 से ज़्यादा शहर साफ हवा कमिटमेंट से जुड़े हैं. अब दिल्ली में प्रदूषण 25% कम हो गया. इसके लिए हमने कई कदम उठाए.''
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प्रदूषण के मुद्दे पर बात करते हुए केजरीवाल ने कहा, ''प्रदूषण को कम करने के लिए बीच-बीच में ऑड-ईवन योजना लागू की. हमने डीज़ल वाहन पर बहुत पाबंदी लगाई. थर्मल पावर स्टेशन बंद किया और इंडस्ट्री को पर्यावरण फ्रेंडली फ्यूल में बदला और इसके लिए सब्सिडी दी. इसके अलावा बीते 2 साल से दिल्ली में 24 घंटे बिजली आती है. पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए 5 लाख डीज़ल जनरेटर हटाए गए.''
दिल्ली सीएम केजरीवाल ने कहा, ''हमने दिल्ली में खूब पेड़ लगाए, AQI नापने के लिए मीटर लगाए. 5 साल में दिल्ली के लोगों का जबरदस्त समर्थन मिला इसलिए सब हो पाया. C-40 डिक्लेरेशन इसलिए साइनइन कर पा रहा हूं क्योंकि 2 करोड़ लोग मेरी ताक़त हैं. दिल्ली की जनता के समर्थन बिना कोई क्लाइमेट चेंज पर काम सफल नहीं हो सकता. दिल्ली में स्पेशल टास्क फोर्स बनेगी, जिसको खुद मॉनिटर करेंगे पॉल्युशन के लिए ट्रांसपोर्ट सिस्टम एनवायरनमेंट फ्रेंडली बनाएंगे.''
उन्होंने कहा, ''दिल्ली के लिए 1000 इलेक्ट्रिक बस खरीद रहे हैं. धूल और धुंध को लैंड स्केपिंग करके कंट्रोल करेंगे, दिल्ली के लोग पॉल्युशन को हराने को तैयार हैं, जिससे लोग साफ़ हवा में सांस लें.'' बता दें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने करीब 9 मिनट का स्पीच दिया है.
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