नई दिल्ली: दिल्ली में बाढ़ का पानी कम होने के दौरान सांप देखे जाने की घटनाओं में वृद्धि के बाद सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए मंगलवार को त्वरित प्रतिक्रिया टीम बनाने का फैसला किया. एक अधिकारी के अनुसार, पहली बार इस तरह की टीम गठित करने का फैसला लिया गया है. यह कदम हाल में आई बाढ़ की गंभीरता को दर्शाता है. इस दौरान दिल्ली में यमुना के जलस्तर ने चार दशक पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि त्वरित प्रतिक्रिया टीम दिल्ली के बाढ़ प्रभावित इलाकों में काम करेंगी और सांपों से संबंधित चिंताओं को दूर करेंगी. सांप दिखने की घटनाओं की जानकारी देने और तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए वन विभाग ने एक हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है.
एक बयान में कहा गया है कि पिछले कुछ दिन में घरों से सांप निकलने की कई खबरें आई हैं, जिससे निवासियों के लिए खतरा पैदा हो गया है. बाढ़ राहत शिविरों के पास सांपों के मिलने को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि पुराने रेलवे ब्रिज के आसपास के इलाकों से 25 से अधिक सांपों को पकड़कर असोला भट्टी वन्यजीव अभयारण्य में छोड़ दिया गया है.
दिल्ली के मुख्य वन्यजीव वार्डन सुनीश बख्शी ने कहा कि जब सांप और अन्य सरीसृपों के प्राकृतिक ठिकाने में बाढ़ या बारिश का पानी घुस जाता है, तो वे सूखे क्षेत्रों की तलाश करते हैं. दिल्ली में बाढ़ के दौरान जो सांप पाए गए, उनमें से अधिकांश जहरीले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कुछ कोबरा और करैत सांप भी पाए गए हैं.
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