- 31 मई को हुई थी हत्या
- पुलिस ने ट्रैकर डॉग की मदद से सुलझाया केस
- गिरफ्तार आरोपियों ने हत्या की बात कबूली
गाज़ियाबाद पुलिस ने गुरुवार को अपनी ढाई साल की ट्रैकर डॉग लीना की मदद से एक हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है. लीना ने पुलिस को इस केस में अहम सबूतों तक पहुंचने में मदद की. लीना की ट्रेनिंग पंचकूला के इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग हुई है. पुलिस ने इस केस में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. केस सुलझाने के लिए लीना और जांच करने वाली टीम को पुरस्कार दिया गया है.
गाज़ियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पुलिस टीम को 10,000 रुपए का इनाम मिला है, वहीं लीना को एक नया चमड़े का पट्टा और एक मखमली बिस्तर दिया गया है.
क्या था मामला?
पुलिस ने बताया कि 31 मई को जिले के कुशलिया गांव का विवेक नाम का शख्स सुबह घर से काम पर निकला था, लेकिन घर नहीं लौटा. इसके अगले ही दिन उसका शव एक खेत में मिला. विवेक के पिता राजेंद्र सिंह ने इस संबंध में मसूरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. गुरुवार की सुबह पुलिस ट्रैकर डॉग लीना को लेकर उस खेत पर पहुंची, जहां विवेक का शव मिला था. लीना यहां पर थोड़ी छानबीन करती रही, जिसके बाद वो पुलिस को आरोपियों के घर तक ले गई, जहां वो बैठा करते थे.
यह अहम जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने एक मुखबिर की मदद से अपनी जांच आगे बढ़ाई और इस हत्या केस में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि आरोपी- मोहसिन, आदिल और सलमान- ने विवेक की हत्या की बात स्वीकार कर ली है. उन्होंने बताया कि विवेक की बाइक उनके कार से टकरा गई थी, जिसके बाद उनमें झड़प हो गई थी. गुस्से में आकर उन सबने उसकी हत्या कर दी और उसके शव को फेंक दिया. उन्होंने विवेक की मोटरसाइकिल और मोबाइल भी छीन लिया था. पुलिस ने दोनों ही चीजें उनके पास से बरामद कर ली हैं.
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