 
                                            दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
                                                                                                                        - खबरों में दावा किया गया था कि अस्पतालों में एम्बु-बैग्स की किल्लत है
- सुविधाओं की कमी को सरकार के सामने कई बार उठाया : एफओआरडीए
- केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'सत्येंद्र, यह स्वीकार्य नहीं है'
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                                                                                नई दिल्ली: 
                                        दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार की ओर से संचालित अस्पतालों में वेंटिलेटरों की कमी की खबरों पर रविवार को स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की खिंचाई की.
वेंटिलेटरों की कमी के बाबत मीडिया में आई खबरों से नाखुश केजरीवाल ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया जाहिर की. खबरों में दावा किया गया था कि अस्पतालों में एम्बु-बैग्स (सांस लेने में मददगार उपकरण) की भारी किल्लत है.
केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'सत्येंद्र, यह स्वीकार्य नहीं है.' फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ दिल्ली (एफओआरडीए) ने दावा किया कि उन्होंने कई बार वेंटिलेटरों सहित कई अन्य जरूरी सुविधाओं की कमी के मुद्दे को दिल्ली सरकार के सामने उठाया था, लेकिन कुछ भी नहीं किया गया.
एफओआरडीए के अध्यक्ष डॉ. पंकज सोलंकी ने कहा, 'स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को इस बारे में कई बार कहा गया था.' सोलंकी ने कहा कि जून, 2015 में जब बेहतर सुविधाओं की मांग करते हुए रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे, उस वक्त जैन ने वेंटिलेटरों सहित अन्य साजोसामान मुहैया कराने के लिए तीन महीने का वक्त मांगा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
                                                                        
                                    
                                वेंटिलेटरों की कमी के बाबत मीडिया में आई खबरों से नाखुश केजरीवाल ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया जाहिर की. खबरों में दावा किया गया था कि अस्पतालों में एम्बु-बैग्स (सांस लेने में मददगार उपकरण) की भारी किल्लत है.
केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'सत्येंद्र, यह स्वीकार्य नहीं है.' फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ दिल्ली (एफओआरडीए) ने दावा किया कि उन्होंने कई बार वेंटिलेटरों सहित कई अन्य जरूरी सुविधाओं की कमी के मुद्दे को दिल्ली सरकार के सामने उठाया था, लेकिन कुछ भी नहीं किया गया.
एफओआरडीए के अध्यक्ष डॉ. पंकज सोलंकी ने कहा, 'स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को इस बारे में कई बार कहा गया था.' सोलंकी ने कहा कि जून, 2015 में जब बेहतर सुविधाओं की मांग करते हुए रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे, उस वक्त जैन ने वेंटिलेटरों सहित अन्य साजोसामान मुहैया कराने के लिए तीन महीने का वक्त मांगा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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