- दिल्ली में गुरुवार सुबह से प्रदूषण के कारण घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे दृश्यता बेहद कम हो गई है.
- विवेक विहार और आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर पहुंच गया, जो गंभीर स्तर माना जाता है.
- दिल्ली मेट्रो ने प्रदूषण कम करने के लिए अपनी सेवा बढ़ाकर अतिरिक्त चक्कर चलाने का फैसला किया है.
पहले जरा नीचे की टेबल पर एक नजर डालिए
| पलूशन मॉनिटरिंग स्टेशन | हवा की हालत AQI (दोपहर 12 बजे) | AQI@1PM |
| विवेक विहार | 427 | 426 |
| वजीरपुर | 414 | 419 |
| पटपड़गंज | 400 | 402 |
| जहांगीरपुरी | 406 | 411 |
| अशोक विहार | 408 | 414 |
| आनंद विहार | 414 | 413 |
| बवाना | 406 | 411 |
| बुराड़ी | 392 | 399 |
| अलीपुर | 380 | 380 |
यह दिल्ली में गुरुवार दोपहर हवा की हालत है. अभी तक धुंध की जो चादर धुंधली थी, वह गुरुवार सुबह से गहरी हो गई. दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में स्मॉग या धुंध इतनी है कि सूर्यदेव दिख नहीं रहे. आंखों में जलन और गले में अजीब सी चुभन महसूस होने लगी है. बुधवार को मौसम बहुत हद तक साफ था, लेकिन गुरुवार को धुंध की मटमैली चादर से सांस लेना मुश्किल है. जिस AQI को 50 पर होना चाहिए वह, विवेक विहार, आनंद विहार, जहांगीरपुरी, वजीरपुर और पटपड़गंज में 400 से ज्यादा गिर गया है. बाकी स्टेशनों पर यह 300 के आसपास है.

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गुरुवार सुबह 11 बजे विवेक विहार में एक्यूआई 423, आनंद विहार में 413, वजीरपुर में 408, द्वारका सेक्टर-8 में 318 दर्ज किया गया, जो कि हवा के सबसे खराब स्तर को दिखाता है.

पिछले कुछ दिनों से शहर में 'खराब' श्रेणी में बनी हुई वायु गुणवत्ता और नीचे गिरकर 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में एक्यूआई 400 पार दर्ज किया गया जो एक दिन पहले 279 था. एयर क्वालिटी में गिरावट के साथ ही शहर के कई हिस्सों में दृश्यता भी कम हो गई. दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के मुताबिक, शहर का 'वेंटिलेशन इंडेक्स' 6,000 वर्ग मीटर प्रति सेकंड के अनुकूल स्तर से नीचे बना हुआ है. यह सूचकांक प्रदूषकों को फैलाने की वायुमंडलीय क्षमता की तरफ इशारा करता है.
‘वेंटिलेशन इंडेक्स' के मुताबिक, 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम रफ्तार की कमजोर हवाओं और घने कोहरे ने प्रदूषकों को छंटने से रोक दिया है, जिसकी वजह से आसमान में धुंध छा गई है.

प्रदूषण कम करने के लिए DMRC का खास कदम
राजधानी के प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली मेट्रो ने भी कमर कस ली है. अब मेट्रो 40 एक्ट्रा चक्कर लगाएगी. मेट्रो की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने का मकसद यात्रियों को अपने वाहनों को छोड़कर मेट्रो का विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहित करना है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार ने नागरिक और पर्यावरण विभागों के अधिकारियों के साथ धूल को कम करने के प्रयासों की समीक्षा के लिए निर्माणाधीन कृष्णा पार्क एक्सटेंशन-आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर के साथ उत्तरी दिल्ली के अशोक विहार और डेरावाल नगर क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया.

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प्रदूषण की वजह से छाई धुंध, दृश्यता भी हुई कम
आईएमडी ने सुबह 7:30 बजे पालम में 1,000 मीटर और सफदरजंग में 800 मीटर की दृश्यता दर्ज की. दोनों ही स्थानों पर हवा की स्थिति शांत बनी रही. कर्तव्य पथ, आनंद विहार, बुराड़ी और अक्षरधाम जैसे इलाके सुबह के शुरुआती घंटों में कोहरे से ढके रहे. सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, विवेक विहार और आनंद विहार में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई, जहां एक्यूआई 200 पार दर्ज किया जा रहा है. दिल्ली के कुल 33 निगरानी केंद्रों ने वायु गुणवत्ता 300 से अधिक दर्ज की जोकि 'बेहद खराब' श्रेणी में आती है.

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AQI इंडेक्स के बारे में जानें
सीपीसीबी के वर्गीकरण के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बेहद खराब' और 401 से 500 को 'गंभीर' माना जाता है.आईएमडी ने बताया कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है जबकि सुबह 8:30 बजे आर्द्रता 90 प्रतिशत दर्ज की गई. शाम के समय हल्का कोहरा छाए रहने के साथ अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.

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दिल्ली में क्यों बढ़ रहा वायु प्रदूषण?
ठंड की शुरुआत से ही दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने लगा था. दिवाली के बाद हवा में जहर और ज्यादा हो गया. इसकी बड़ी वजह पटाखे भी हैं. त्योहार के मौके पर तीन दिन तक पटाखे चलते रहे, वहीं पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाना भी प्रदूषण की बड़ी वजह मानी जा रही है. बढ़ते प्रदूषण की वजह से पिछले दिनों निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई थी.
इनपुट- भाषा के साथ
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