यूक्रेन के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन मिनिस्टर, Mykhailo Fedorov स्टेबलकॉइन इश्यू करने वाले Tether से रूस के लोगों के साथ बिजनेस बंद करने का निवेदन किया है. इससे पहले यूक्रेन एपल और इंटेल जैसी कंपनियों और क्रिप्टो एक्सचेंजों को रूस के लिए गुड्स और सर्विसेज का एक्सेस रोकने का निवेदन कर चुका है. हालांकि, Tether ने यूक्रेन के इस निवेदन को अस्वीकार कर दिया है. Kraken और Coinbase जैसे अन्य एक्सचेंज भी ऐसे निवेदन को मानने से इनकार कर चुके हैं. इनका कहना है कि क्रिप्टोकरंसीज सेंसरशिप लगाने के खिलाफ हैं और इस वजह से ऐसे निवेदन नहीं माने जा सकते.
Tether ने यूक्रेन के मिनिस्टर को सीधा जवाब नहीं दिया है. CoinDesk को दिए स्टेटमेंट में Tether ने कहा, "Tether की ओर से यह पक्का करने के लिए निरंतर निगरानी की जाती है कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वाले कोई गलत मूवमेंट न हों." पिछले महीने के अंत में रूस के हमले के बाद से यूक्रेन की सरकार रूस के साथ कारोबार बंद करने के लिए विभिन्न देशों और कंपनियों से निवेदन कर रही है. PayPal और शेल जैसी कंपनियों ने रूस से बाहर निकलने के लिए कदम उठाए हैं. हालांकि, क्रिप्टो से जुड़ी अधिकतर फर्में रूस के यूजर्स के लिए एक्सेस को ब्लॉक नहीं करना चाहती.
Bloomberg की रिपोर्ट में कहा गया है कि Fedorov के विशेषतौर पर Tether का जिक्र करने से यह संकेत मिल रहा है कि रूस के बड़े कारोबारी देश से बाहर फंड ले जाने के लिए USDT का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे पहले फंड को विदेश ले जाने के लिए Tether का इस्तेमाल होता रहा है. इसे बाद में बिटकॉइन जैसी अन्य क्रिप्टोकरंसीज में कन्वर्ट कराया जाता है.
डेटा एनालिटिक्स फर्म Kaiko के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि रूबल में डॉमिनेशन वाली क्रिप्टो ट्रेडिंग की वॉल्यूम का बड़ा हिस्सा Tether के इस्तेमाल से हो रहा है. Tether एक प्राइवेट फर्म है जो एक स्टेबलकॉइन इश्यू करती है. Tether का दावा है कि इस स्टेबलकॉइन के बदले डॉलर में रिजर्व रखा जाता है. हालांकि, इस दावे के खिलाफ न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल ने तीन वर्ष पहले एक कानूनी मामला भी दायर किया था. Tether की ओर से पिछले वर्ष इस मामले का निपटारा कर लिया गया था.
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