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This Article is From Apr 18, 2022

हैकर्स ने Beanstalk स्टेबलकॉइन के नेटवर्क में सेंध लगाकर चुराए 18.2 करोड़ डॉलर

यह स्टेबलकॉइन प्रोटोकॉल Bean ERC-20 टोकन इश्यू करता है और इसके क्रिएटर्स का कहना है कि इसके होल्डर्स के लिए प्रॉफिट कमाने के मौके हैं

हैकर्स ने Beanstalk स्टेबलकॉइन के नेटवर्क में सेंध लगाकर चुराए 18.2 करोड़ डॉलर
इस हैक के बाद BEAN स्टेबलकॉइन की मार्केट वैल्यू में 80 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है

क्रिप्टो सेगमेंट की बढ़ती पॉपुलैरिटी के साथ-साथ इससे जुड़ी हैकिंग और स्कैम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. Ethereum बेस्ड स्टेबलकॉइन प्रोटोकॉल Beanstalk Farms से हैकर्स ने 18.2 करोड़ डॉलर चुराए हैं. यह स्टेबलकॉइन प्रोटोकॉल Bean ERC-20 टोकन इश्यू करता है और इसके क्रिएटर्स का कहना है कि इसके होल्डर्स के लिए प्रॉफिट कमाने के मौके हैं. हैकर ने इस स्टेबलकॉइन प्रोटोकॉल के कोडबेस में हाल के एक अपग्रेड में कमी के जरिए नेटवर्क में सेंध लगाई थी. 

सिक्योरिटी रिसर्च फर्म PeakShield ने इस हैक के बारे में पिछले सप्ताह के अंत में ट्विटर पर जानकारी देकर BeanStalk कम्युनिटी को सतर्क किया था. इसके साथ ही फर्म ने कहा था कि ऐसा लगता है कि हैकर ने चुराई गई रकम में से लगभग 2,50,000 डॉलर युद्ध से जूझ रहे यूक्रेन के एक वॉलेट में डोनेट किए हैं. Beanstalk Farms ने ट्विटर पर बताया कि वह डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) और Ethereum ब्लॉकचेन के एक्सपर्ट्स से हैकर की सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों के जरिए फंड को विड्रॉ करने की क्षमता को कम करने के लिए मदद ले रही है. क्रिप्टो हैक से नुकसान को कम करने वाले टूल Lossless ने Beanstalk Farms को जांच में मदद करने की पेशकश की है. इस हैक के बाद BEAN स्टेबलकॉइन की मार्केट वैल्यू में 80 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है. 

BeanStalk के स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स की ऑडिटिंग करने वाली सिक्योरिटी फर्म Omniscia ने बताया कि हैक किया गया कोड उसके ऑडिट प्रोसेस को पूरा करने के बाद अपग्रेड किया गया था. पिछले वर्ष हैकर्स ने ब्लॉकचेन-बेस्ड प्लेटफॉर्म  Poly Network में सेंध लगाकर क्रिप्टोकरेंसीज में 60 करोड़ डॉलर से अधिक चुराए थे. यह डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) का सबसे बड़ा हैक था. 

सायबर अपराधियों ने पिछले वर्ष ब्लॉकचेन सेगमेंट में हैकिंग से लगभग 1.3 अरब डॉलर चुराए थे. डिजिटल एसेट्स की लोकप्रियता बढ़ने के साथ ही हैकिंग के मामलों में भी तेजी आ रही है. हाल ही में क्रिप्टो प्लेटफॉर्म Wormhole Portal को ऐसे ही एक हैक अटैक में 32.2 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ था. क्रिप्टो सेगमेंट से जुड़े स्कैम और हैकिंग के मामलों की संख्या बढ़ने के कारण रेगुलेटर्स ने इस सेगमेंट की स्क्रूटनी बढ़ाने की जरूरत बताई है. इस तरह के स्कैम के मामलों में अक्सर चुराई गई रकम को रिकवर करना मुश्किल हो जाता है.

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