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This Article is From Aug 27, 2021

Cryptocurrency : क्या बिटकॉइन ब्लॉकचेन में निवेश करना सही है? कितना सेफ होता है आपका पैसा?

Bitcoin Blockchain : साल 2009 में लॉन्च हुआ बिटकॉइन दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर रन होती है. ये टेक्नोलॉजी अपनी बेजोड़ सुरक्षा के लिए जानी जाती है. इस टेक्नोलॉजी को इसी वजह से तेजी से अपनाया जा रहा है.

Cryptocurrency : क्या बिटकॉइन ब्लॉकचेन में निवेश करना सही है? कितना सेफ होता है आपका पैसा?
Bitcoin Blockchain पूरी तरह से फुलप्रूफ नहीं है, लेकिन हैकिंग आसान भी नहीं है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्या बिटकॉइन में निवेश (bitcoin investment) करना सुरक्षित है? लोग अक्सर इसे लेकर सवाल पूछते हैं. लोगों का ये सवाल केवल बिटकॉइन के जबरदस्त उतार-चढ़ाव को लेकर ही नहीं होता बल्कि इस डिजिटल संपत्ति की सिक्योरिटी को लेकर भी होता है. साल 2009 में लॉन्च हुआ बिटकॉइन दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (blockchain technology) पर चलती है. ये टेक्नोलॉजी अपनी बेजोड़ सुरक्षा के लिए जानी जाती है. इस टेक्नोलॉजी को इसी वजह से तेजी से अपनाया जा रहा है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है और ये कैसे काम करती है? और यह कितनी सुरक्षित है?

क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन का डेटाबेस है ब्लॉकचेन

ब्लॉकचेन डिजिटल मनी ट्रांजैक्शन के लिए एक प्लेटफॉर्म के रूप में बिटकॉइन और इथीरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी है. यह दुनिया भर में सभी क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन का डेटाबेस है. हालांकि, इस टेक्नोलॉजी का उपयोग मेडिकल रिकॉर्ड जैसे डेटा को स्टोर करने के लिए भी किया जाता है. ये टेक्नोलॉजी एक ऐसे बहीखाते की तरह है जो डिजिटल है और हर किसी के लिए खुला हुआ है. यह ट्रांजैक्शन करने और रिकॉर्ड करने का एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म है. क्रिप्टोकरेंसी से किए गए सभी ट्रांजैक्शन यहां रिकॉर्ड किए जाते हैं और ब्लॉक पर डेटा के रूप में रखे जाते हैं. यह सारी जानकारी टाइम-स्टैम्प्ड होती है.

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क्या ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी सुरक्षित है?

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ढेर सारे ब्लॉक की एक सीरीज है जो डेटा स्टोर करती है. हर ब्लॉक में एक यूनीक़ हैश नंबर और एक लिंक होता है जो इसे पिछले ब्लॉक से जोड़ता है. हर ब्लॉक सीक्वेंस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और इसे बदला नहीं जा सकता. यदि कोई परिवर्तन होता है, तो हैश सम (hash sum) बदल जाता है और ब्लॉक वैध नहीं रह जाता. यह invariability यानी न बदली जा सकने वाली क्षमता ब्लॉकचेन की सुरक्षा की एक तरह से नींव है. इसके अलावा भी सुरक्षा के इसके तीन पहलू हैं.

क्रिप्टोग्राफी

सभी ब्लॉकचेन ट्रांजैक्शन क्रिप्टोग्राफी से सुरक्षित हैं. प्रत्येक ब्लॉक में अनिवार्य रूप से एक यूनिक और प्राइवेट की (Key) होती है जिसे पब्लिक Key से सत्यापित किया जा सकता है. यदि ट्रांजैक्शन से संबंधित डेटा में कोई परिवर्तन होता है, तो ब्लॉक की यूनीक Key अमान्य हो जाती है. नतीजतन, ब्लॉक को चेन से हटा दिया जाता है.

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डिसेंट्रलाइजेशन

ब्लॉकचेन तकनीक सुरक्षित है क्योंकि यह डिसेंट्रलाइज्ड है. यदि सिस्टम के एक हिस्से को हैक कर लिया जाए तो इससे दूसरे हिस्से प्रभावित नहीं होते. हालांकि, एक प्राइवेट ब्लॉकचेन के मामले में, यह एडवांटेज आंशिक रूप से खत्म हो जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्राइवेट ब्लॉकचेन में कंट्रोल का सिंगल पॉइंट होता यानी कंट्रोल करने का एक बिंदु होता है और सीमित संख्या में नोड होते हैं. इससे यूजर्स खुद लेज़र यानी बहीखाते के रिकॉर्ड में खुद कोई बदलाव नहीं कर सकते. कुछ संगठन खुद के आंतरिक इस्तेमाल के लिए ऐसे प्राइवेट ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि इसके जरिए कंपनी अपनी प्रक्रियाओं को नियंत्रित कर सकती है.

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कंसेंसस मॉडल

सभी ब्लॉकचेन तकनीक एक कंसेंसस मॉडल (consensus model) के माध्यम से ऑपरेट होती है, जो यह वेरिफाई करती है कि ट्रांजैक्शन हुआ है और वैध है. इस तरह के ज्यादातर मॉडल प्रोटोकॉल पर चलते हैं जिसमें कार्य का प्रमाण, हिस्सेदारी का प्रमाण, अथॉरिटी का प्रमाण वगैरह शामिल होता है.

बिटकॉइन ब्लॉकचेन कितनी सुरक्षित है?

बिटकॉइन ब्लॉकचेन के मामले में क्रिप्टोग्राफिक सिस्टम ट्रांजैक्शन को अपरिवर्तनीय बनाता है. दूसरे शब्दों में कहे तो एक बार चेन पर बनाए गए ब्लॉक को मॉडिफाई नहीं किया जा सकता है. हालांकि, आप इसमें जानकारी जोड़ सकते हैं. यह लोगों को पहले से हो चुके किसी भी ट्रांजैक्शन को रिवर्स करने से रोकता है. बिटकॉइन ब्लॉकचेन सार्वजनिक है. यूजर की गुमनामी (anonymity) के बावजूद, नेटवर्क पर सभी ट्रांजैक्शन जनता के लिए एक्सेसिबल हैं, जिससे सिस्टम को हैक करना या धोखा देना मुश्किल हो जाता है.

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यह डिसेंट्रलाइज्ड है. दुनिया भर में इसके हजारों नोड हैं जो सिस्टम पर होने वाले सभी ट्रांजैक्शन का ट्रैक रखते हैं. अगर एक सर्वर के साथ कुछ गलत होता है तो दूसरे सर्वर इसे सिस्टम को रन कर सकते हैं. ऐसे में एक सर्वर को हैक करने का कोई मतलब नहीं है. हालांकि, इसका मतलब यह भी नहीं है कि यह पूरी तरह से फुलप्रूफ है और इसे हैक नहीं किया जा सकता है- लेकिन हां यह कोई बहुत आसान भी नहीं है. अगर आप बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसीज़ में निवेश कर रहे हैं तो आपको हैकिंग से ज्यादा रिस्क धोखाधड़ी से या खराब निवेश करने से उठाना पड़ सकता है.

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