
Twitter पर स्कैमर्स बड़ी संख्या में क्रिप्टोकरेंसीज में ट्रेडिंग करने वालों को निशाना बना रहे हैं. स्कैमर्स शिकार को फंसाने के लिए नकली वेबसाइट्स, हैक्ड एकाउंट्स का इस्तेमाल कर जाली प्रोजेक्ट्स और एयरड्रॉप्स के लालच दे रहे हैं. कुछ मामलों में ऐसे क्रिप्टो इनवेस्टर्स को भी निशाना बनाया गया है जो फिशिंग स्कैम्स या प्रोटोकॉल हैक्स में नुकसान उठा चुके हैं और उन्होंने इस बारे में ट्विटर पर जानकारी साझा की थी.
पहले से स्कैम का शिकार बन चुके लोगों की मदद का दिखावा कर स्कैमर्स उन्हें दोबारा ठगने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए वे ब्लॉकचेन डिवेलपर्स होने का दावा करते हैं और चोरी हुए फंड्स की रिकवरी के लिए स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट का इस्तेमाल करने की फीस मांगते हैं. फीस मिलने के बाद वे गायब हो जाते हैं. एक सायबर सिक्योरिटी एनालिस्ट ने बताया कि स्कैमर्स वास्तविक साइट्स के URL को नकली साइट के URL से बदल देते हैं. इसके बाद किसी व्यक्ति के नकली वेबसाइट में जाने पर उनकी डिटेल लेकर क्रिप्टोकरेंसीज चुरा ली जाती है. इसके अलावा स्कैमर्स ट्विटर पर मैसेज कर भी शिकार को फंसाने की कोशिश करते हैं.
कम जानकारी रखने वाले क्रिप्टो इनवेस्टर्स को रोमांस का आकर्षण दिखाकर स्कैम करने के मामले अमेरिका में बढ़ रहे हैं. ऐसे मामलों में नुकसान उठाने वालों में अधिकतर 20-40 वर्ष के आयु वर्ग के लोग होते हैं. इस बारे में BanklessTimes की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि अमेरिका में क्रिप्टो इनवेस्टर्स को पिछले वर्ष की शुरुआत से इस वर्ष मार्च तक ऐसे मामलों में लगभग 18.5 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है. इसके अलावा फ्रॉड के अन्य मामलों में इन इनवेस्टर्स ने एक अरब डॉलर से अधिक गंवाए हैं. BanklessTimes के CEO Jonathan Merry ने बताया, "रोमांस के चक्कर में इनवेस्टर्स को नुकसान उठाना पड़ रहा है. रोमांस की उनकी खोज जालसाजों के लिए उन्हें निशाना बनाने में मददगार होती है. यह आकर्षण ऐसा होता है कि जिससे बड़ी संख्या में लोग शिकार बन जाते हैं और उन्हें वास्तविकता का पता चलने तक बड़ा नुकसान हो जाता है."
पिछले वर्ष Sophos सायबर सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने लगभग 14 लाख डॉलर के एक Bitcoin वॉलेट की पहचान की थी. इन बिटकॉइन को लोकप्रिय डेटिंग ऐप्स पर लोगों के साथ जालसाजी से एकत्र किया गया था. पिछले कुछ महीनों में सोशल मीडिया पर लोगों के साथ रोमांस का आकर्षण दिखाकर स्कैम करने के मामलों में भी तेजी आई है. फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (FBI) की एक यूनिट ने इस बारे में ट्विटर पर चेतावनी भी दी थी.