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This Article is From Jun 01, 2022

स्टेबलकॉइन्स में गिरावट से इकोनॉमी को सुरक्षित रखने की योजना बना रहा ब्रिटेन

मिनिस्ट्री ने Financial Market Infrastructure Special Administration Regime में संशोधन करने का प्रस्ताव दिया है

स्टेबलकॉइन्स में गिरावट से इकोनॉमी को सुरक्षित रखने की योजना बना रहा ब्रिटेन
लोकप्रिय स्टेबलकॉइन TerraUSD में गिरावट से सेंट्रल बैंकों की क्रिप्टो को लेकर आशंकाएं बढ़ गई हैं

क्रिप्टो के वर्जन स्टेबलकॉइन में हाल की गिरावट से इनवेस्टर्स को भारी नुकसान हुआ था. ब्रिटेन की फाइनेंस मिनिस्ट्री ने TerraUSD जैसे बड़े स्टेबलकॉइन्स में गिरावट से निपटने के लिए योजना बनाने का फैसला किया है. लोकप्रिय स्टेबलकॉइन TerraUSD का प्राइस बहुत घट जाने से कई सेंट्रल बैंकों की क्रिप्टो सेगमेंट को लेकर आशंकाएं बढ़ गई हैं. 

ब्रिटेन की फाइनेंस मिनिस्ट्री ने एक कंसल्टेशन पेपर में कहा, "क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी के कारण यूजर्स की सुरक्षा और वित्तीय स्थिरता को बरकरार रखने के लिए विशेष प्रकार के स्टेबलकॉइन्स को रेगुलेट करने की जरूरत बढ़ गई है." बैंकों, इंश्योरेंस कंपनियों और पेमेंट फर्मों को मुश्किल स्थिति से बचने के लिए नियमों का पालन करना चाहिए. मिनिस्ट्री के अनुसार, "किसी डिजिटल एसेट फर्म के नाकाम होने का वित्तीय स्थिरता के साथ ही यूजर्स के हितों की सुरक्षा पर बड़ा असर हो सकता है." मिनिस्ट्री ने Financial Market Infrastructure Special Administration Regime में संशोधन करने का प्रस्ताव दिया है. इससे बैंक ऑफ इंग्लैंड को संकट के दौरान स्टेबलकॉइन पेमेंट सर्विसेज को जारी रखने के लिए कदम उठाने का अधिकार मिल जाएगा. 

स्टेबलकॉइन्स ऐसी क्रिप्टोकरेंसीज होते हैं जो अपने मार्केट प्राइस को गोल्ड या सामान्य करेंसीज जैसे किसी रिजर्व एसेट से जोड़ने की कोशिश करते हैं. ये ऐसी डिजिटल ट्रांजैक्शंस के लिए अधिक इस्तेमाल होते हैं जिनमें वर्चुअल एसेट्स को वास्तविक एसेट्स में कन्वर्ट करना शामिल होता है. USD Coin, Tether और Binance USD कुछ लोकप्रिय स्टेबलकॉइन्स हैं, जो अमेरिकी डॉलर से जुड़े हैं. क्रिप्टो का तेजी से बढ़ता वर्जन स्टेबलकॉइन एक्सचेंज के प्रमुख माध्यम के तौर पर उभरा है. इसका इस्तेमाल अक्सर ट्रेडर्स की ओर से फंड भेजने के लिए किया जाता है. प्रमुख स्टेबलकॉइन्स को बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के लिए एक्सचेंज करना आसान है.

अन्य स्टेबलकॉइन्स का सामान्य एसेट्स में रिजर्व होता है लेकिन TerraUSD इसे एक एल्गोरिद्म के जरिए बरकरार रखता है, जो एक अन्य बैलेंसिंग टोकन Luna के इस्तेमाल से सप्लाई और डिमांड को नियंत्रित रखती है. एल्गोरिद्मिक स्टेबलकॉइन कहे जाने वाले TerraUSD ने पिछले महीने डॉलर के साथ अपने 1:1 के जुड़ाव को तोड़ दिया था. इसके बाद क्रिप्टो मार्केट में भारी गिरावट आई थी. इससे TerraUSD का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी बहुत कम हो गया था. इसके बाद रेगुलेटर्स ने स्टेबलकॉइन्स की स्क्रूटनी बढ़ाने पर जोर दिया था. 
 

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