Shraddha Murder Case: श्रद्धा हत्याकांड में पुलिस ने उसके लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला को गिरफ्तार किया है और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. श्रद्धा के साथ कॉलेज में पढ़ाई करने वाले उनके दोस्त रजत शुक्ला ने बताया कि कैसे आफताब के जिंदगी में आने के बाद श्रद्धा बदलने लगी थी. रजत शुक्ला ने एक बयान जारी कर कहा कि घटना के बारे में सोचकर ही आत्मा कांप जाती है. श्रद्धा और मैं एक साथ पढ़ाई करते थे. वह पत्रकार बनना चाहती थीं और काफी एक्टिव थी. साल 2018 में उसके जीवन में आफताब आया. जिससे की उसमें बदलाव आने लगा. लेकिन ये अच्छे बदलाव नहीं थे. वह मुरझाने लगी थी. हमें 2019 में इसके बारे में पता चला, शुरुआत में आफताब साधारण इंसान लगा. हमें बताया गया था कि काम के चलते दोनों दिल्ली शिफ्ट हुए थे. जिस तरह से उसकी हत्या की गई है वह सोचकर आत्म कांप जाती है. रजत ने इसके पीछे बड़ी साजिश का शक भी जताया है और कहा है कि यह यह प्रेम कहानी नहीं हो सकती. किसी प्रेम कहानी का अंत इस तरह नहीं हो सकता है.
26 साल की श्रद्धा वाकर परिवार के साथ महाराष्ट्र के पालघर में रहती थी. एक मल्टीनेशनल कंपनी में कॉल सेंटर में काम करने के दौरान श्रद्धा की आफताब अमीन से मुलाक़ात हुई थी. दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे. जब परिवार को इस रिश्ते के बारे में जानकारी हुई तो उन्होंने विरोध किया. श्रद्धा ने गुस्से में आकर अपना घर छोड़ दिया और आफताब के साथ रहने लगी. फिर ये अचानक मुंबई छोड़कर दिल्ली आ गए. यहां महरौली के छतरपुर इलाके में रहने लगे. लेकिन इसी बीच श्रद्धा का फोन नम्बर बन्द आने लगा.
श्रद्धा वाकर के पिता ने बताया कि जब वह 8 नवंबर को छतरपुर स्थित श्रद्धा के फ्लैट पर पहुंचे. तो फ्लैट के दरवाजे पर ताला मिला. फिर उन्होंने महरौली थाने में पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस ने बीते शनिवार को आफताब को उसके फ्लैट से हिरासत में लिया. पुलिस ने बताया कि आरोपी आफताब ने कहा कि लड़ाई के बाद वह चले गई है. लेकिन बाद में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
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