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पवई बंधक मामले में एक और बड़ा खुलासा, एक्टर्स को बुलाकार की थी वारदात की रिहर्सल, जानें पूरी कहानी

रोहित आर्य ने पवई के एक स्टूडियो में 10 से 12 साल की उम्र के 17 बच्चों और दो वयस्कों को को बंधक बना लिया था. पुलिस ने 3 घंटे तक चले बंधक संकट के बाद बच्चों और 2 वयस्कों को बचा लिया था. इस बचाव अभियान के दौरान गोली लगने से आर्य की मौत हो गई थी.

पवई बंधक मामले में एक और बड़ा खुलासा, एक्टर्स को बुलाकार की थी वारदात की रिहर्सल, जानें पूरी कहानी
  • मुंबई के पवई में बच्चों को बंधक बनाने वाले रोहित आर्या ने पहले वारदात की फेक शूटिंग की थी
  • आरोपी ने एक्टर्स को बुलाकर शूटिंग की रिहर्सल कराई और बच्चों को अगवा करने की साजिश रची थी
  • अभिनेत्री ने बताया कि रोहित आर्या ने उनसे बंधक स्थिति पर आधारित फिल्म प्रोजेक्ट के लिए संपर्क किया था
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देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के पवई बंधक मामले एक नया खुलासा हुआ है. दरअसल जिस रोहित आर्या का एनकाउंटर हुआ था, उसने बच्चों को अगवा करने की पूरी साजिश पहले से रची हुई थी और सबसे हैरानी की बात ये है कि उसने इस किडनैपिंग की पहले शूटिंग की थी, फिर उसी सीन को हकीकत में अंजाम दिया. सूत्रों के मुताबिक,पहले आरोपी ने उसी तरह का किडनैपिंग सीन शूट किया था. उस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग पेरेंट्स की भूमिका निभा रहे हैं. जो अपने बच्चों को छुड़ाने के लिए चीख रहे हैं. वहीं, पास में खड़ा एक कैमरामैन पूरी ‘फेक किडनैपिंग' को रिकॉर्ड कर रहा है.

एक्टर्स को बुलाकर की थी रिहर्सल

यह वीडियो अब जांच एजेंसियों के हाथ में है और माना जा रहा है कि ये फुटेज उस वक्त की है. जब रोहित आर्या ने अपनी असली वारदात की रिहर्सल की थी. पुलिस सूत्र बताते हैं कि रोहित ने इस फेक शूट के लिए बाकायदा एक्टरों को भी बुलाया था. उसने उन्हें पहले इस सीन को समझाया, यहां तक कि इसके डायलॉग तक भी सिखाए, और फिर शूटिंग पूरी की. मामले की जांच में यह भी पता चला है कि रोहित किसी फिल्म या वेब सीरीज़ बनाने की बात कहकर एक्टर्स को बुलाता था. 

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एक्ट्रेस रुचिरा का बड़ा खुलासा

मुंबई के पवई इलाके में एक स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाने की भयानक घटना ने पूरे देश को चौंका दिया था. इस घटना के आरोपी रोहित आर्या को पुलिस ने कार्रवाई के दौरान मार गिराया, जिससे 17 बच्चों सहित 19 लोगों की जान बच गई. इस मामले में मुंबई की एक अभिनेत्री रुचिरा विजय जाधव ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. दरअसल अभिनेत्री रुचिरा जाधव ने सोशल मीडिया पर बताया कि बंधक संकट से ठीक पहले रोहित आर्या ने उनसे संपर्क किया था. आर्या ने उन्हें एक फिल्म प्रोजेक्ट पर चर्चा करने के लिए मिलने को कहा था और जिस प्रोजेक्ट की बात कर रहे थे, वह एक बंधक स्थिति पर आधारित फिल्म थी.

आरोपी की गोली लगने से मौत

आर्य (50) ने पवई के एक स्टूडियो में 10 से 12 साल की उम्र के 17 बच्चों और दो वयस्कों को को बंधक बना लिया था. पुलिस ने तीन घंटे तक चले बंधक संकट के बाद बच्चों और दो वयस्कों को बचा लिया था. इस बचाव अभियान के दौरान गोली लगने से आर्य की मौत हो गई थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार, आर्य कुछ समय से पुणे से बाहर रह रहा था. सूत्रों के मुताबिक हाल के वर्षों में उसका अपने परिवार से संपर्क बहुत कम था. आर्य ने पहले दावा किया था कि महाराष्ट्र शिक्षा विभाग की एक परियोजना के लिए उसका बकाया भुगतान लंबित था और उसने यह राशि प्राप्त करने के लिए पुणे में विरोध-प्रदर्शन भी किया था.

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