
- टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या उसके पिता दीपक यादव ने की, पुलिस ने कहा कि पिता बेटी की एकेडमी से खुश नहीं था.
- राधिका यादव के पिता दीपक यादव के पुश्तैनी गांव में जाकर लोगों से बात करने पर ताने मारने वाली कहानी को गांव वाले नकारते हैं।
- राधिका यादव के पिता के गांव के लोगों ने बताया कि दीपक यादव को कई सालों से गांव में नहीं देखा गया और तानों की बात गलत है.
टेनिस प्लेयर राधिका यादव की उसके पिता दीपक यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने कह दिया — “पिता बेटी की एकेडमी से खुश नहीं था.” मगर ये मामला उतना सीधा भी नहीं है, जितना अब तक पुलिस ने बताया है. क्या दीपक यादव के सिर पर सचमुच ‘मान-सम्मान' का बोझ इतना भारी पड़ गया था कि उसने अपनी ही बेटी को गोली मार दी? या इस सनसनीखेज मर्डर की कहानी में कुछ ऐसे राज हैं, जो अब तक परदे के पीछे छुपे हैं? पुलिस भले कह रही हो कि “पिता दीपक यादव अपनी बेटी की एकेडमी से खुश नहीं था और लोग उसे बेटी के नाम से ताने मारते थे.” NDTV की एक्सक्लूसिव ग्राउंड रिपोर्ट में दीपक यादव के पुश्तैनी गांव जाकर हकीकत टटोलने की कोशिश की गई — और वहीं से कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जो पुलिस की अब तक की कहानी पर सवाल खड़े करते हैं.

एनडीटीवी को गांव के लोगों ने क्या बताया
जब एनडीटीवी दीपक यादव के गांव पहुंचा तो वहां उनका पुश्तैनी घर मिला. वहां किरायेदार रहते हैं, जो दीपक यादव को जानते भी नहीं. जब यहां रहने वाले गांव के लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यही दीपक यादव का पुश्तैनी घर है लेकिन उन्होंने कई सालों से दीपक को गांव में देखा ही नहीं. गांव वालों ने ‘तानों की कहानी' को नकार दिया. सबसे अहम बात ये कि गांव वालों से पूछा कि क्या यहां दीपक यादव को ये कहकर ताने मारे जाते थे कि वो अपनी बेटी की कमाई पर पल रहा है?”
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क्या है राधिका यादव के मर्डर की वजह
गांव वालों ने साफ कहा कि ऐसी कोई बात नहीं, न हमने सुना, न कहा और यह बयान ऑफ कैमरा मिला है. गांव में जो कुछ पता चला वो पुलिस के बताए दावे से मेल नहीं खा रहा, जिस वजह से इस मामले को लेकर राज और गहरा हो जा रहा है. अब तक पुलिस ने कहा था कि दीपक यादव ने खुद बताया कि गांव में लोग ताने मारते थे कि वो बेटी की कमाई खा रहा है, जिससे आहत होकर उसने अपनी बेटी को गोली मार दी. लेकिन गांव की इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के बाद यह कहानी अब खोखली नजर आ रही है. क्योंकि दीपक यादव को लोगों ने गांव में काफी वक्त से देखा तक नहीं. और गांव वाले इस तरह के तानों की कहानी से इंकार कर रहे हैं.
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तो अब असली वजह क्या?
ये नया एंगल राधिका यादव मर्डर केस को और उलझा देता है. अब सवाल और गहरे हो गए हैं:
- अगर गांव वाले ताने नहीं मारते थे तो पिता ने ऐसा बयान क्यों दिया?
- क्या पिता ने जानबूझकर एक ‘इमोशनल वजह' पुलिस को बताई?
- या फिर असली वजह अभी भी छुपी है —
- जो शायद राधिका के मोबाइल डेटा, सोशल मीडिया चैट्स और परिवार के अंदरूनी रिश्तों से सामने आएगी?

पुलिस की जांच की अगली दिशा
अब जब गांव के लोग राधिका के पिता को तानों वाले बयान से सहमत नहीं है तो जाहिर सी बात है कि इस मामले की कड़ी गांव वालों से भी जुड़ेगी. पुलिस गांव के लोगों से औपचारिक पूछताछ करनी होगी. दीपक यादव के इस दावे की सच्चाई पता करनी होगी कि क्या वाकई कोई समाजिक दबाव था. साथ ही सोशल मीडिया अकाउंट्स और मोबाइल फॉरेंसिक से वो सच भी खंगालना होगा, जो इस पूरे मामले की असली कड़ी है.
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