6 दिन पहले बल्लभगढ़ न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में भरत सिंह नामक युवक की हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने आरोपित पुत्रवधू को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. क्राइम ब्रांच ने मामले में कार्रवाई करते हुए गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर बदरपुर बॉर्डर एरिया से महिला को गिरफ्तार किया. जिसके बाद आरोपी महिला को अदालत ने 1 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया. गिरफ्तार की गई आरोपित महिला का नाम गीता है, जो मृतक भरत सिंह की पुत्रवधू है. आरोपित महिला के खिलाफ थाना सिटी बल्लभगढ़ में हत्या की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें आरोपित महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ससुर भरत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
हत्या के पीछे का कारण प्रॉपर्टी विवाद था. मृतक भरत सिंह आरोपित महिला गीता के पति विनोद का सौतेला पिता था. भरत सिंह का बेटा सूरज पिछले साल एक ट्रेन दुर्घटना में जान गंवा बैठा था. उसके पश्चात उनकी पुत्रवधू सूरज की पत्नी अपने मायके चली गई. इधर, विनोद की पत्नी गीता ससुर पर सारी प्रॉपर्टी अपने नाम करने के लिए दबाव डाल रही थी. सारी जायदाद महिला के ससुर भरत सिंह के नाम है. गीता अपने ससुर भरत सिंह पर प्रॉपर्टी अपने नाम करवाने पर दबाव बना रही थी. लेकिन मृतक भरत सिंह द्वारा बार-बार इंकार करने पर पुत्रवधू ने अपने ससुर को जान से मारने की योजना बनाई.
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि इस मामले में आरोपी महिला के साथ उसका प्रेमी दिलीप उर्फ सैंडी उर्फ कालिया भी शामिल है. वो गुरुग्राम का रहने वाला है और गीता को करीब 6–7 साल से जानता था. पुलिस के सामने एक बात और सामने आई कि उसके खिलाफ हत्या की धाराओं के तहत पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं और वह जेल में भी सजा काट चुका है. हत्या करने से पहले महिला का प्रेमी जेल में ही था. लेकिन साजिश को अंजाम देने के लिए गीता ने ही उसकी जमानत करवाई थी. आरोपित गीता ने कट्टा लाने के लिए अपने प्रेमी को 4 हजार रुपए दिए और उसी ने गीता को 2 कारतूस, देसी कट्टा तथा नींद की गोलियां लाकर दी थी.
वारदात की रात आरोपित पुत्रवधू ने अपने सास-ससुर दोनों के खाने में नींद की गोलियां दे दी थी. बाद में उस उसने अपने प्रेमी को अपने घर पर बुलाया प्रेमी सैंडी ने गोली मारकर भरत सिंह की हत्या की थी. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित गीता और उसका प्रेमी मौके से फरार हो गए और पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए बदरपुर बॉर्डर एरिया में किराए के कमरे में रहने लगे. पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने इस मामले में आरोपियों की धरपकड़ के लिए निर्देश दिए, जिसके तहत डीसीपी क्राइम के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए डीएलएफ क्राइम ब्रांच प्रभारी अनिल कुमार की टीम गठित की गई. जिसमें अनुसंधान अधिकारी एएसआई विजय टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया. महिला के कब्जे से एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. गीता ने बताया कि वारदात में प्रयोग किया गया कट्टा उसके साथी के पास है. पूछताछ होने के बाद आरोपी महिला को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है. वहीं, उसके साथी की धरपकड़ के लिए क्राइम ब्रांच द्वारा लगातार रेड की जा रही है, जिसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.
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