
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजधानी में सक्रिय कुख्यात नंदू गैंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुलिस ने MCOCA (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट) के तहत केस दर्ज करके गैंग के शूटर, मददगार और साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. छापेमारी में उगाही की रकम, अवैध हथियार और कई अवैध संपत्तियां भी पकड़ी गई हैं. दिल्ली पुलिस की एंटी-गैंग स्क्वॉड लगातार इस गैंग पर नजर रखे हुए थी. गैंग की फाइनेंशियल सप्लाई, मददगारों और शूटरों को चिन्हित किया गया. इसके बाद संगठित तरीके से कार्रवाई करते हुए गैंग के 9 सदस्यों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया.
उगाही, फिरौती, फायरिंग से दहशत
दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले कुछ समय से फिरौती की कॉल, फायरिंग और हत्या के मामलों में नंदू गैंग का नाम सामने आ रहा था. यह गैंग प्रॉपर्टी डीलरों, कारोबारियों और बिल्डरों से करोड़ों रुपए की उगाही करता था. पैसे न देने पर धमकी और गोलियां चलाना इनके लिए आम बात थी. गैंग के खिलाफ दर्ज मामलों में हत्या, फिरौती, गोलीबारी, हथियारों की तस्करी और संगठित अपराध शामिल हैं.
कौन है नंदू उर्फ कपिल सांगवान?
नंदू उर्फ कपिल सांगवान के बारे में बताएं तो उसका घर दिल्ली के नजफगढ़ में है. उसके पिता आर्मी से रिटायर थे, जिनका 2015 में निधन हो गया. बड़ा भाई ज्योति प्रकाश उर्फ बाबा पहले से ही जेल में बंद है. उस पर हत्या और उगाही के कई केस हैं. नंदू ने 2015 से गैंग बनाकर बदला लेने और पैसा कमाने के लिए हत्या, कार लूट और फिरौती जैसे अपराध शुरू किए. 2017 में उसे गिरफ्तार किया गया लेकिन 2019 में पैरोल पर बाहर आने के बाद फरार हो गया. माना जाता है कि फिलहाल वह यूके (ब्रिटेन) में छिपा हुआ है. उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी है. उसके गैंग ने दिल्ली, हरियाणा और पंजाब तक जड़ें फैला ली थीं.
गैंग के आपराधिक कारनामे
- 2015–2016: बदले की वारदातें और कार लूट, कई हत्याएं.
- 2021–2022: करोड़ों की फिरौती कॉल्स, कारोबारियों पर गोलीबारी, स्कूल मालिकों और प्रॉपर्टी डीलरों को धमकियां.
- 2023–2024: गैंगवार, बिल्डरों और प्रतिद्वंद्वी गैंग के सदस्यों पर हमला, पंचकूला में तीन लोगों की हत्या.
गिरफ्तार गैंग मेंबर और उनकी भूमिका
- ऋतिक उर्फ पीटर: मुख्य शूटर, बिल्डर के ऑफिस पर फायरिंग की.
- रोहित शर्मा उर्फ अन्ना: टारगेट चुनने और हत्या की साजिश में शामिल, 11 केस दर्ज.
- सचिन चिकारा: नंदू का भरोसेमंद, 19 केस में लिप्त, जेल से ही गैंग चलाता रहा.
- ज्योति प्रकाश उर्फ बाबा: नंदू का भाई, 24 केस में शामिल, गैंग के लिए शूटर भर्ती करता था.
- विजय गहलोत उर्फ कालू: प्रॉपर्टी विवाद और फायरिंग में शामिल.
- साहिल उर्फ पोली: कई हत्याओं और फायरिंग में हाथ.
- विकास गहलोत: पैसों और हथियारों का इंतजाम करता था, ₹8.5 लाख और एक विदेशी पिस्टल बरामद.
- अमरीप लोचब: उगाही की रकम इकट्ठा करता और हवाला से पैसे घुमाता था.
पुलिस ने इन सभी को गिरफ्तार करे जेल भेज दिया है. गैंग की अवैध कमाई और प्रॉपर्टीज को जब्त करने की प्रक्रिया चल रही है. फरार चल रह कपिल सांगवान उर्फ नंदू को पकड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तलाश जारी है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई राजधानी में संगठित अपराध के खिलाफ सख्त संदेश है.
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