गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड में अब बड़ा खुलासा हुआ है. दिल्ली पुलिस को पूछताछ में पता चला कि टिल्लू ताजपुरिया को मारने का प्लान 2 साल पहले भी बनाया गया था. लेकिन उस वक्त दोनो तरफ के गैंगस्टरों को अलग अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया था. इसलिए टिल्लू को मौत के घाट उतराने का प्लान फेल हो गया था. इसके बाद दो और मौकों पर टिल्लू को ठिकाने लगाने का प्लान एन वक्त पर चूक गया था. सूत्रों के मुताबिक टिल्लू को जहर (साइनाइड) देकर भी मारने का प्लान था लेकिन गैंगस्टर जग्गु भगवानपुरिया ने मुखबरी कर दी थी तो वो प्लान फेल हो गया था.
इसके बाद लारेंस ने जग्गु को भटिंडा जेल में पिटवाया था. दीपक तीतर, योगेश टुंडा राजेश बवानिया तीनो टिल्लू हत्याकांड के मास्टरमाइंड है. स्पेशल सेल की पूछताछ के दौरान सभी हमलावर एकदम खुश थे और हंसकर सिलसिले वार तरीके से अपना जुर्म कबूल कर रहे हैं. टिल्लू की मौत के बाद सभी ने अपने जेल में जश्न मनाया और कहा जल बलकारी बाई ने कहा कि हमने अपने भाई और डॉक्टर का काम कर के दिखाया. भाई मतलब लॉरेंस, और डॉक्टर मतलब गोल्डी बराड़.
पूछताछ में सभी ने खुलासा किया कि हम पर भी जेल में कुछ साल पहले टिल्लू ने हमला करवाया था. इसलिए उसे मौत के घाट उतराना जरूरी हो गया था. ताजपुरिया की प्रतिद्वंद्वी गोगी गिरोह के चार सदस्यों- दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश ने तिहाड़ जेल में हत्या कर दी थी. सोशल मीडिया पर तिहाड़ जेल का एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया, जिसमें दिखाया गया है कि गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया पर सुरक्षाकर्मियों के सामने उस वक्त भी हमला किया गया था, जब वे उसे चार कैदियों द्वारा चाकू मारने के बाद ले जा रहे थे.
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