ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ डेविड वॉर्नर बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज़ के दौरान भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा से भिड़ गए थे, और भारतीय कप्तान विराट कोहली की भी मिशेल जॉनसन से बहस हुई थी। इन दोनों घटनाओं को आईसीसी ने गंभीरता से लिया है, इसलिए अब विराट कोहली जैसे आक्रामक खिलाड़ियों को आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप, 2015 के दौरान खुद पर नियंत्रण बनाए रखने की भी चुनौती होगी, क्योंकि वर्ल्डकप के दौरान मैदान पर खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर आईसीसी सख्त रवैया अपनाने जा रही है।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्डसन ने साफ किया है कि 'पिछले छह महीने या उससे भी पहले ऐशेज़ सीरीज़ को देखें तो खिलाड़ियों में स्लेजिंग और एक दूसरे के प्रति असम्मान कुछ ज़्यादा ही बढ़ गया है... हमने इस पर अम्पायर और रेफरी के साथ काफी काम किया है, और अब वे मैदान पर ज़्यादा सक्रिय होकर नज़र रखेंगे...'
स्लेजिंग के अलावा आईसीसी गलत बॉलिंग एक्शन को लेकर भी सख्त रहेगी, और वर्ल्डकप के दौरान गेंदबाज़ों के एक्शन पर पैनी नज़र रखेगी। आईसीसी ने पाकिस्तान के ऑफ-स्पिन गेंदबाज़ सईद अजमल पर गलत बॉलिंग एक्शन के कारण पिछले साल सितंबर में ही बैन लगा दिया था, जो उस टीम के लिए बड़ा झटका था। चैम्पियन्स लीग टी-20 टूर्नामेंट के दौरान भी वेस्ट इंडीज़ के स्पिनर सुनील नरेन के एक्शन पर सवाल उठे थे, लेकिन वह वर्ल्डकप की टीम में शामिल हैं।
रिचर्डसन के अनुसार, 'गलत बॉलिंग एक्शन पर तुरंत रिपोर्ट होगी... ब्रिस्बेन में आईसीसी द्वारा मान्यताप्राप्त टेस्टिंग सेंटर स्टैंड-बाई पर रहेगा... बॉलिंग एक्शन पर संदेह होने पर गेंदबाज़ को तुरंत ब्रिस्बेन भेजा जाएगा...' रिचर्डसन ने कहा, 'पांच-छह दिनों में नतीजा आ जाएगा... एक्शन सही हुआ तो वह वर्ल्डकप में आगे खेल पाएगा...'
इसके अलावा आईसीसी 14 फरवरी से ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में 14 मुल्कों की शिरकत के साथ शुरू होने जा रहे क्रिकेट वर्ल्डकप, 2015 के दौरान मैच फिक्सिंग की घटनाओं को रोकने के लिए भी मुस्तैद है।
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