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This Article is From Jun 07, 2020

दुनिया का इकलौता क्रिकेटर जिसे 'फांसी के तख्ते' पर लटकाया गया

दुनिया का इकलौता क्रिकेटर (Leslie Hylton) जिसे दी गई फांसी की सजा. अपनी वाइफ की हत्या के कारण मिली थी फांसी की सजा.

दुनिया का इकलौता क्रिकेटर जिसे 'फांसी के तख्ते' पर लटकाया गया
अपनी वाइफ की हत्या के कारण मिली थी फांसी की सजा

वेस्टइंडीज क्रिकेट (West Indiesn Cricket) में कई ऐसे क्रिकेटर हुए हैं जो अपने परफॉर्मेंस के बल पर याद दिए जाते हैं. लेकिन एक ऐसा वेस्टइंडीज क्रिकेटर भी है जिसे फांसी की सजा दी गई थी. सुनने में यह थोड़ा अजीब जरूर लग रहा है लेकिन यह सच है. वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज लेस्ली हिल्टन (Leslie Hylton) दुनिया के एक मात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्हें फांसी पर चढ़ाया गया था. साल 1955 में हिल्टन को वाइफ की हत्या के आरोप में फांसी के तख्ते पर लटका दिया गया था. उन्हें 1955 को जमैका में सूली पर चढ़ाया गया था. (Leslie Hylton) ने अपने करियर में 6 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 16 विकेट लेने में सफल रहे. हिल्टन ने 40 फर्स्ट क्लास मैच भी खेले हैं. साल 1935 में लेस्ली ने इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिजटाउन टेस्ट में डेब्यू किया था. इंग्लैंड यह टेस्ट मैच 4 विकेट से जीतने में सफल रहा था. डेब्यू टेस्ट में उन्होंने 4 विकेट झटके थे.

वाइफ ने दिया धोखा तो कर दी हत्या
लेस्ली हिल्टन (Leslie Hylton) ने लर्लिन रोज के साथ साल 1942 में शादी की थी. दोनों का जीवन काफी अच्छे से चल रहा था लेकिन 1954 में दोनों के बीच मतभेद होने लगी थी. खबरों की मानें तो रोज ड्रेसमेकिंग बिजनेस के सिलसिले में अकसर न्यूयॉर्क जाने लगी थी. वहां उसका अफेयर शुरू हो चुका था. उस दौरान घर में हिल्टन को एक चिठ्ठी मिली. चिठ्ठी में उनकी वाइफ रोज के अफेयर के बारे में लिखा हुआ था. अपनी वाइफ की करतूत को पढ़कर हिल्टन काफी आहत हुए. जब उनकी वाइफ रोज न्यूयॉर्क से वापस घर आई तो हिल्टन ने अपनी बात रखी, जिसपर थोड़ी बहस हुई लेकिन रोज ने साफ शब्दों में कहा कि वो और रॉय फ्रांसिस केवल दोस्त हैं और ऐसी कोई बात नहीं है. लेकिन कुछ दिन बाद रॉय फ्रांसिस के द्वारा लिखी चिठ्ठी हिल्टन को मिली जिसे पढ़कर वो काफी गुस्से में आ गए.

इस बात पर हिल्टन और रोज के बीच काफी बहस हुई. हिल्टन अपनी वाइफ के करतूत से इतने गुस्से में आ गए कि अपना आपा खो बैठे, उन्होंने पास खिड़की के निकट पड़ी बंदूक को पकड़ा और गोली चला दी. हालांकि कोर्ट में जब यह मामला गया तो हिल्टन ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने बंदूक से खुद को गोली मारने की कोशिश की थी जो गलती से रोज को लग गई, कोर्ट ने हिल्टन की इस दलील को माननें से इंकार कर दिया. बता दें कि मौके के समय लर्लिन रोज के शरीर में एक नहीं बल्कि 7 गोलियां पाई गई थी. आखिर में कोर्ट ने 20 अक्टूबर 1954 को वाइफ के मर्डर के आरोप में हिल्टन को फांसी की सजा दी. 

17 मई 1955 को चढ़ाया गया फांसी पर
हिल्टनन को 17 मई 1955 को फांसी के तख्ते पर लटका दिया गया. बता दें कि जब लेस्ली हिल्टन (Leslie Hylton) को फांसी पर लटकाया जा रहा था उस दिन केंसिंग्टन ओवल के मैदान पर वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा था. उस दिन टेस्ट मैच के दौरान दर्शक दिर्घा में कुछ फैन्स ‘हैंग होल्ट, सेव हिल्टन' के बैनर लेकर आए थे, लेकिन हिल्टन को फांसी के फंदे से नहीं बचाया जा सका था. दुनिया के क्रिकेट इतिहास में वो इकलौते ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्हें फांसी पर लटका दिया गया था.

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