भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने देश के लंबे घरेलू सत्र की "ऑल-राउंड समीक्षा" की बात कही है. हाल ही में आर साई किशोर और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ियों ने लंबे घरेलू सीजन को लेकर सवाल उठाए थे, जिसके बाद राहुल द्रविड़ का यह बयान आया है. मुंबई में रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के बाद शार्दुल ठाकुर ने कहा था कि घरेलू खिलाड़ियों के लिए सिर्फ तीन दिन के अंतराल के साथ लगातार 10 मैच खेलना बेहद कठिन था. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि बीसीसीआई को इसे फिर से देखना चाहिए और लंबे ब्रेक देने चाहिए. इसके अलावा तमिलनाडु के कप्तान साई किशोर ने बताया था कि कैसे मैच के बीच थोड़े दिनों का गैप तेज गेंदबाजों को प्रभावित कर रहा है और एक स्पिनर के रूप में वह वह कैसे प्री-मैच अभ्यास में कम काम कर रहे थे, जिससे वो मैचों में खेल सके.
इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 4-1 की जीत के बाद राहुल द्रविड़ ने इस मुद्दे पर कहा कि कड़ी मेहनत करने वाले खिलाड़ियों की बात सुनना "महत्वपूर्ण" है. रणजी ट्रॉफी के व्यस्त कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा,"राहुल द्रविड़ ने कहा,"मैंने भी ऐसा ही सुना है. मुझे लगता है कि मैंने शार्दुल द्वारा की गई कुछ टिप्पणियां देखी हैं और वास्तव में कुछ लड़के जो टीम में आए हैं, उन्होंने भी कमेंट किया है कि घरेलू शेड्यूल कितना कठिन है. विशेष रूप से भारत जैसे देश में जहां बहुत अधिक यात्रा करनी पड़ती है. इसलिए हां, हमें खिलाड़ियों को सुनने की जरूरत है. इनमें से कई चीजों में यह बहुत महत्वपूर्ण बात है."
राहुल द्रविड़ ने आगे कहा,"आपको अपने खिलाड़ियों को सुनने की ज़रूरत है, क्योंकि वे ही हैं जो कड़ी मेहनत कर रहे हैं और अपने शरीर को दांव पर लगा रहे हैं, और अगर ऐसा कहने के लिए पर्याप्त आवाज़ें हैं, तो हां, मुझे लगता है कि इस पर गौर करने की ज़रूरत है, और देखें कि कैसे हम अपना शेड्यूल मैनेज कर सकते हैं." राहुल द्रविड़ ने स्वीकार किया कि घरेलू खिलाड़ियों के लिए सीज़न कितना "कठिन" हो सकता है और वह इस बात पर ध्यान देना चाहते हैं कि क्या कुछ टूर्नामेंट "इन दिनों में आवश्यक" हैं.
राहुल द्रविड़ ने कहा,"भारत में यह पहले से ही एक लंबा सीज़न है. यह कठिन है. रणजी ट्रॉफी एक लंबा सीज़न है, और यदि आप उसके ऊपर एक दलीप और एक देवधर जोड़ दें... पिछले साल, अगर मैं गलत नहीं हूं, तो दलीप जून में शुरू हुआ था, यह आईपीएल के ठीक एक महीने बाद था, और इस स्थिति में आपकी समस्या आपके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं, भारतीय टीम में जगह बनाने को आतुर खिलाड़ी ही सबसे अधिक क्रिकेट खेलते हैं. क्योंकि वे अगले स्तर पर अधिक से अधिक चुने जाते रहते हैं, और उनकी टीमें हैं वे शायद जो सेमीफाइनल और फाइनल खेल रहे हैं, या उस तरह की स्थिति. वे वही हैं जो बहुत अधिक क्रिकेट खेलते हैं, और आप यह भी चाहते हैं कि वे भारत और भारत ए टूर के लिए खेलें, और इसलिए यह उन बहुत से लड़कों के लिए काफी कठिन हो सकता है, और शायद हमें उनकी बात सुनने की ज़रूरत है."
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