विराट कोहली 2014 के इंग्लैंड दौरे में एक भी फिफ्टी नहीं लगा पाए थे (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
इंग्लैंड के खिलाफ पुणे वनडे में हमें विराट कोहली (Virat Kohli) की शानदार शतकीय पारी देखने के मिली. इससे पहले टेस्ट मैचों में भी उन्होंने इंग्लैंड के गेंदबाजों की खूब खबर ली थी, लेकिन क्या आपको मालूम है कि जब टीम इंडिया 2014 में इंग्लैंड दौरे पर गई थी, तो विराट कोहली वहां संघर्ष करते नजर आए थे. उस समय उनकी खूब आलोचना हुई थी और बल्लेबाजी की खामियों को लेकर चर्चा ने जोर पकड़ लिया था. हालांकि विराट कोहली ने इसके बाद हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे में शानदार प्रदर्शन करते हुए आलोचकों को करारा जवाब दिया था. अब खुद विराट कोहली ने इंग्लैंड के उस दौरे में रन नहीं बना पाने का कारण बताया है... (विराट कोहली का अद्भुत छक्का, जिसका क्रिकेट जगत हो गया है दीवाना... Video)
हाल ही में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के दौरान इंग्लिश गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने भी विराट कोहली पर सवाल उठाए थे और कहा था कि विराट भारत के सपाट विकेटों की वजह से ही रन ठोक रहे हैं और इंग्लैंड में उनका हाल पुराना ही रहेगा. इस पर काफी विवाद हुआ था. विराट कोहली के रन नहीं बना पाने के पीछे तकनीकी कारण बताए गए थे (फाइल फोटो)
बेताबी ने बिगाड़ा खेल...
वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर चुके कप्तान विराट कोहली का मानना है कि इंग्लैंड में उनकी खराब बल्लेबाजी के पीछे कुछ तकनीकी खामियां थीं, लेकिन इसमें मुख्य रूप से इंग्लैंड की धरती पर किसी भी हालत में सफल होने की बेताबी ने भी रोल अदा किया. इसका परिणाम यह हुआ कि 2014 का दौरा उनके लिए निराशाजनक साबित हो गया. इससे सबक लेते हुए विराट ने अपनी मानसिकता बदली और बल्लेबाजी तकनीक पर भी मेहनत की. इसके कुछ महीनों बाद ही ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर उन्होंने चार शतक जमा दिए.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन के साथ बीसीसीआई.टीवी पर विराट कोहली ने 2014 के इंग्लैंड दौरे को याद करते हुए कहा, ‘मैंने इंग्लैंड (2014) दौरे से पहले खुद पर बहुत अधिक दबाव बना लिया था. मैं किसी भी हालत में वहां ढेर रन बनाना चाहता था. मुझे नहीं पता कि उपमहाद्वीप के खिलाड़ियों के लिए अलग मानदंड क्यों तय कर दिए जाते हैं कि हमें कुछ खास देशों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा और अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हो तो आपको अच्छा खिलाड़ी नहीं माना जाएगा.’
फिफ्टी लगाना था मुश्किल
विराट कोहली ने 2014 के इंग्लैंड दौरे में 5 टेस्ट मैचों में 134 रन बनाए थे और उनका बेस्ट स्कोर 39 रन था. 10 में से छह पारियों में तो वह दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके थे. उस दौरे में तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने उन्हें खासा परेशान किया था.
विराट कोहली ने अपनी कमजोरियों की बात करते हुए कहा कि उस समय उन पर कई चीजें हावी हो गईं थीं. उन्होंने कहा, ‘मैं इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब था और फिर जब आप अच्छी शुरुआत नहीं करते हो तो फिर यह आपके दिलो दिमाग पर हावी हो जाता है.’
तकनीक सबुकुछ नहीं, मानसिकता का सवाल
विराट कोहली ने कहा कि ऐसा नहीं है कि तकनीक ही सबकुछ है. वर्ल्ड में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनकी तकनीक अच्छी नहीं थी, फिर भी इंग्लैंड के मैदानों पर उन्होंने खूब रन बनाए. सवाल बेहतर मानसिकता का है. विराट कोहली ने इंग्लैंड दौरे में फेल होने के बाद ऑस्ट्रेलिया में 4 शतक जड़ दिए थे (फाइल फोटो)
उन्होंने कहा, ‘तकनीक महत्वपूर्ण है, लेकिन जिन लोगों की मजबूत तकनीक नहीं रही है वे भी बेहतर मानसिकता के कारण वहां स्कोर बनाने में सफल रहे. मेरे साथ समस्या यह थी कि मैं इनस्विंगर की बहुत उम्मीद कर रहा था तथा मैंने अपने कूल्हे को बहुत खोल दिया. मैं लगातार इनस्विंगर को ही देख रहा था और ऐसे में आउटस्विंगर को खेलने की स्थिति में नहीं रहता था. इसके बाद मैंने अपनी तकनीक में बदलाव किए.’
कोहली को लेकर एंडरसन और अश्विन का हुआ था विवाद
इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही की टेस्ट सीरीज के दौरान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने विराट कोहली पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि विराट तो भारतीय विकेटों से मिल रही मदद के सहारे बेहतरीन बल्लेबाजी कर पा रहे हैं. फिर क्या था टीम इंडिया के स्टार आर अश्विन को कप्तान की आलोचना बिल्कुल भी हजम नहीं हुई और उन्होंने एंडरसन को मैदान पर ही करारा जवाब दे दिया था. फिर कोहली ने ही जाकर दोनों को शातं कराया था.
(इनपुट भाषा से भी)
हाल ही में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के दौरान इंग्लिश गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने भी विराट कोहली पर सवाल उठाए थे और कहा था कि विराट भारत के सपाट विकेटों की वजह से ही रन ठोक रहे हैं और इंग्लैंड में उनका हाल पुराना ही रहेगा. इस पर काफी विवाद हुआ था.
बेताबी ने बिगाड़ा खेल...
वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर चुके कप्तान विराट कोहली का मानना है कि इंग्लैंड में उनकी खराब बल्लेबाजी के पीछे कुछ तकनीकी खामियां थीं, लेकिन इसमें मुख्य रूप से इंग्लैंड की धरती पर किसी भी हालत में सफल होने की बेताबी ने भी रोल अदा किया. इसका परिणाम यह हुआ कि 2014 का दौरा उनके लिए निराशाजनक साबित हो गया. इससे सबक लेते हुए विराट ने अपनी मानसिकता बदली और बल्लेबाजी तकनीक पर भी मेहनत की. इसके कुछ महीनों बाद ही ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर उन्होंने चार शतक जमा दिए.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन के साथ बीसीसीआई.टीवी पर विराट कोहली ने 2014 के इंग्लैंड दौरे को याद करते हुए कहा, ‘मैंने इंग्लैंड (2014) दौरे से पहले खुद पर बहुत अधिक दबाव बना लिया था. मैं किसी भी हालत में वहां ढेर रन बनाना चाहता था. मुझे नहीं पता कि उपमहाद्वीप के खिलाड़ियों के लिए अलग मानदंड क्यों तय कर दिए जाते हैं कि हमें कुछ खास देशों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा और अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हो तो आपको अच्छा खिलाड़ी नहीं माना जाएगा.’
फिफ्टी लगाना था मुश्किल
विराट कोहली ने 2014 के इंग्लैंड दौरे में 5 टेस्ट मैचों में 134 रन बनाए थे और उनका बेस्ट स्कोर 39 रन था. 10 में से छह पारियों में तो वह दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके थे. उस दौरे में तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने उन्हें खासा परेशान किया था.
विराट कोहली ने अपनी कमजोरियों की बात करते हुए कहा कि उस समय उन पर कई चीजें हावी हो गईं थीं. उन्होंने कहा, ‘मैं इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब था और फिर जब आप अच्छी शुरुआत नहीं करते हो तो फिर यह आपके दिलो दिमाग पर हावी हो जाता है.’
तकनीक सबुकुछ नहीं, मानसिकता का सवाल
विराट कोहली ने कहा कि ऐसा नहीं है कि तकनीक ही सबकुछ है. वर्ल्ड में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनकी तकनीक अच्छी नहीं थी, फिर भी इंग्लैंड के मैदानों पर उन्होंने खूब रन बनाए. सवाल बेहतर मानसिकता का है.
उन्होंने कहा, ‘तकनीक महत्वपूर्ण है, लेकिन जिन लोगों की मजबूत तकनीक नहीं रही है वे भी बेहतर मानसिकता के कारण वहां स्कोर बनाने में सफल रहे. मेरे साथ समस्या यह थी कि मैं इनस्विंगर की बहुत उम्मीद कर रहा था तथा मैंने अपने कूल्हे को बहुत खोल दिया. मैं लगातार इनस्विंगर को ही देख रहा था और ऐसे में आउटस्विंगर को खेलने की स्थिति में नहीं रहता था. इसके बाद मैंने अपनी तकनीक में बदलाव किए.’
कोहली को लेकर एंडरसन और अश्विन का हुआ था विवाद
इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही की टेस्ट सीरीज के दौरान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने विराट कोहली पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि विराट तो भारतीय विकेटों से मिल रही मदद के सहारे बेहतरीन बल्लेबाजी कर पा रहे हैं. फिर क्या था टीम इंडिया के स्टार आर अश्विन को कप्तान की आलोचना बिल्कुल भी हजम नहीं हुई और उन्होंने एंडरसन को मैदान पर ही करारा जवाब दे दिया था. फिर कोहली ने ही जाकर दोनों को शातं कराया था.
(इनपुट भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
विराट कोहली, भारत Vs इंग्लैंड, जेम्स एंडरसन, टीम इंडिया, आर अश्विन, Virat Kohli, India Vs England, James Anderson, Team India, R Ashwin