मुंबई:
मुंबई यूनिवर्सिटी को बुधवार को एक बड़ी जीत की ज़रूरत थी और जब टीम मैदान पर उतरी तब एपीएस रीवा को अपने आगे टिकने ही नहीं दिया। लीग के आखिरी मैच के लिए मुंबई के बैटिंग क्रम में बदलाव हुआ, केविन अलमीडा ने ओपनिंग की और नतीजा सबके सामने था।
अलमीडा टूर्नामेंट में धमाकेदार शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज़ बन गए और उनकी टीम सेमीफ़ाइनल में पहुंच गई। एक बड़े छक्के के सहारे आखिरी ओवर में केविन डे अल्मेडा के शतक का मतलब साफ़ हो गया कि रीवा के सामने चुनौती आसान नहीं होगी। इस मैच में खास कर ओपनिंग के लिए मैदान पर लाए गए अलमीडा ने आखिरी ओवर में अपने बल्ले से 24 रन जुटाए।
मुंबई की ओर से सलामी बल्लेबाज़ अखिल राजपूत का विकेट पांचवें ओवर में 43 के स्कोर पर गिरा। लेकिन उसके बाद केविन अलमीडा और शशांक सिंह की जोड़ी पिच पर जमकर कहर बरसाने लगी। लेकिन एक और बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में शशांक सिंह 37 गेंदों पर 60 रन बनाकर 17वें ओवर में आउट हो गए।
इस बीच मुंबई ने दो और विकेट गंवाए लेकिन केविन अलमीडा का कहर जारी रहा। अलमेडा ने 63 गेंदों की नाबाद शतकीय पारी में 12 चौके और छह छक्के लगाए और रीवा को जीत के लिए 225 रन का लक्ष्य मिला।
लीग के आखिरी मैच में मुंबई की टीम ने टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया तो रीवा की टीम टूर्नामेंट में सबसे छोटे स्कोर के साथ बाहर आई। मुंबई ने ये मैच 151 रन से जीता है। वैसे रीवा की टीम 20वें ओवर तक आखिरी विकेट बचाने में कामयाब रही।
225 की बड़ी चुनौती के सामने कप्तान नवीन तिवारी और अजय तिवारी की सलामी जोड़ी ने तेज़ शुरुआत करने की कोशिश की। लेकिन 14 के स्कोर पर अजय तिवारी का विकेट गिरा और उसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। प्रतीक डाभोलकर ने कप्तान नवीन तिवारी का विकेट भी अपने नाम किया और ये तय लगने लगा कि रीवा की एपीएस यूनिवर्सिटी की हालत ख़राब होने वाली है।
आठवें से लेकर ग्यारहवें ओवर तक रीवा यूनिवर्सिटी के विकेट लगातार गिरते रहे। मुंबई की शानदार फ़ील्डिंग रीवा के बल्लेबाज़ों की मुश्किल बढ़ाती रही। नवीन तिवारी और विकेटकीपर जितेन्द्र गुप्ता ने 14−14 रन बनाए। इसके अलावा कोई और बल्लेबाज़
अपने स्कोर को दहाई अंकों में नहीं ले जा सका। रीवा की टीम 9 विकेट खोकर 73 रन ही बना पाई। इसी के साथ मुंबई ने 151 रन से जीत दर्ज की।
अलमीडा टूर्नामेंट में धमाकेदार शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज़ बन गए और उनकी टीम सेमीफ़ाइनल में पहुंच गई। एक बड़े छक्के के सहारे आखिरी ओवर में केविन डे अल्मेडा के शतक का मतलब साफ़ हो गया कि रीवा के सामने चुनौती आसान नहीं होगी। इस मैच में खास कर ओपनिंग के लिए मैदान पर लाए गए अलमीडा ने आखिरी ओवर में अपने बल्ले से 24 रन जुटाए।
मुंबई की ओर से सलामी बल्लेबाज़ अखिल राजपूत का विकेट पांचवें ओवर में 43 के स्कोर पर गिरा। लेकिन उसके बाद केविन अलमीडा और शशांक सिंह की जोड़ी पिच पर जमकर कहर बरसाने लगी। लेकिन एक और बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में शशांक सिंह 37 गेंदों पर 60 रन बनाकर 17वें ओवर में आउट हो गए।
इस बीच मुंबई ने दो और विकेट गंवाए लेकिन केविन अलमीडा का कहर जारी रहा। अलमेडा ने 63 गेंदों की नाबाद शतकीय पारी में 12 चौके और छह छक्के लगाए और रीवा को जीत के लिए 225 रन का लक्ष्य मिला।
लीग के आखिरी मैच में मुंबई की टीम ने टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया तो रीवा की टीम टूर्नामेंट में सबसे छोटे स्कोर के साथ बाहर आई। मुंबई ने ये मैच 151 रन से जीता है। वैसे रीवा की टीम 20वें ओवर तक आखिरी विकेट बचाने में कामयाब रही।
225 की बड़ी चुनौती के सामने कप्तान नवीन तिवारी और अजय तिवारी की सलामी जोड़ी ने तेज़ शुरुआत करने की कोशिश की। लेकिन 14 के स्कोर पर अजय तिवारी का विकेट गिरा और उसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। प्रतीक डाभोलकर ने कप्तान नवीन तिवारी का विकेट भी अपने नाम किया और ये तय लगने लगा कि रीवा की एपीएस यूनिवर्सिटी की हालत ख़राब होने वाली है।
आठवें से लेकर ग्यारहवें ओवर तक रीवा यूनिवर्सिटी के विकेट लगातार गिरते रहे। मुंबई की शानदार फ़ील्डिंग रीवा के बल्लेबाज़ों की मुश्किल बढ़ाती रही। नवीन तिवारी और विकेटकीपर जितेन्द्र गुप्ता ने 14−14 रन बनाए। इसके अलावा कोई और बल्लेबाज़
अपने स्कोर को दहाई अंकों में नहीं ले जा सका। रीवा की टीम 9 विकेट खोकर 73 रन ही बना पाई। इसी के साथ मुंबई ने 151 रन से जीत दर्ज की।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं