
नई दिल्ली:
टीम इंडिया रविवार को धर्मशाला में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज का पहला डे-नाइट वनडे मुकाबला खेलने जा रही है, तो एक बार फिर से चर्चा उस खिलाड़ी पर आकर सिमट गई है, जिसने अपने वनडे करियर का आगाज ही करीब एक साल पहले इसी मैदान से किया था. टेस्ट सीरीज में आराम के बाद हार्दिक पंड्या एक बार फिर से खेलने और धूम मचाने के लिए तैयार हैं. जब उन्होंने वनडे करियर का आगाज किया था, तो आलोचक ज्यादा थे प्रशंसक कम, लेकिन साल भर ही में यह क्रिकेटर देखते ही देखते टीम इंडिया के सबसे बड़े उभरते सितारे में तब्दील हो गया. अगर ऐसा हुआ, तो इसके पीछे था एक बहुत ही 'खास फॉर्मूला'
करीब साल भर पहले तक आलोचक हार्दिक के सिर्फ सिर्फ प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि और कई बातों को लेकर भी उंगली उठाते थे. मसलन हेयर स्टाइल, टैटू वगैरह-वगैरह. साल भर पहले कई क्रिकेट पंडित यह भी कहते थे कि पता नहीं क्यों इस खिलाड़ी को मौका दे दिया. न तो गेंदबाजी में ही दम है और न ही बल्लेबाजी में कुछ खास किया है. लेकिन हार्दिक पंड्या ने साल भरे भीतर ही सभी के मुंह बंद कर दिए. पिछले कुछ ही महीनों में हार्दिक ने कई मैच्योर पारियां खेलकर दिखाया है कि निचले क्रम में मैनेजमेंट उन पर जीत के लिए बतौर बल्लेबाज-ऑलराउंडर के रूप में भरोसा कर सकता है.
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टेस्ट सीरीज से आराम के बाद वह धर्मशाला का वह मैदान पंड्या के हार्दिक स्वागत के लिए तैयार है, जहां उन्होंने 16 अक्टूबर 2016 को अपने वनडे करियर की शुरुआत की. आगाज के बाद हार्दिक की गाड़ी अंतरराष्ट्रीय पटरी पर छुक-छुक करके चल रही थी. इक्का-दुक्का कुछ अच्छी पारियां आईं जरूर, लेकिन पूरी तरह से कुछ भी सही नहीं जा रहा था. स्कोर नहीं हो रहे थे और विकेट भी नहीं मिल रहे थे. फिर कोच की सलाह के बाद हार्दिक ने अपनाया 'वी फॉर्मूला'. इसके तहत उन्होंने ये बातें की:-
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-क्रीज पर उतरने के बाद शुरुआती 20 गेंदों तक हुक व पुल शॉट खेलने से किनारा
-स्वीप शॉटों से पूरी तरह से तौबा
- शुरुआती 20 गेंदों तक सिर्फ 'वी' (लांग-ऑन और लांग-ऑफ के बीच, सीधे बल्ले से) में खेलना
VIDEO: हार्दिक पंड्या के इस खास अंदाज को देखिए
इसका पूरा फायदा हार्दिक पंड्या को मिला. करियर के आगाज के करीब साल भर बाद मतलब इसी साल 17 सितम्बर को हार्दिक ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 83 रन बनाए. और उनकी इस पारी के 44 रन 'वी फॉर्मूले' के 'रास्ते' से ही आए. इस मैच के ठीक दो मैच बाद हार्दिक को बैटिंग ऑर्डर में प्रमोशन मिला, तो फिर से उन्होंने 78 रन ठोक डाले. वास्तव में यह असर 'वी फॉर्मूले' पर अमल का ही था. और अब हार्दिक उसी मैदान पर ही नहीं, बल्कि पूरी सीरीज में इसी फॉर्मूले से लंकाइयों की लंका लगाने के लिए तैयार हैं.
करीब साल भर पहले तक आलोचक हार्दिक के सिर्फ सिर्फ प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि और कई बातों को लेकर भी उंगली उठाते थे. मसलन हेयर स्टाइल, टैटू वगैरह-वगैरह. साल भर पहले कई क्रिकेट पंडित यह भी कहते थे कि पता नहीं क्यों इस खिलाड़ी को मौका दे दिया. न तो गेंदबाजी में ही दम है और न ही बल्लेबाजी में कुछ खास किया है. लेकिन हार्दिक पंड्या ने साल भरे भीतर ही सभी के मुंह बंद कर दिए. पिछले कुछ ही महीनों में हार्दिक ने कई मैच्योर पारियां खेलकर दिखाया है कि निचले क्रम में मैनेजमेंट उन पर जीत के लिए बतौर बल्लेबाज-ऑलराउंडर के रूप में भरोसा कर सकता है.
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टेस्ट सीरीज से आराम के बाद वह धर्मशाला का वह मैदान पंड्या के हार्दिक स्वागत के लिए तैयार है, जहां उन्होंने 16 अक्टूबर 2016 को अपने वनडे करियर की शुरुआत की. आगाज के बाद हार्दिक की गाड़ी अंतरराष्ट्रीय पटरी पर छुक-छुक करके चल रही थी. इक्का-दुक्का कुछ अच्छी पारियां आईं जरूर, लेकिन पूरी तरह से कुछ भी सही नहीं जा रहा था. स्कोर नहीं हो रहे थे और विकेट भी नहीं मिल रहे थे. फिर कोच की सलाह के बाद हार्दिक ने अपनाया 'वी फॉर्मूला'. इसके तहत उन्होंने ये बातें की:-
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Teammates are there for each other even after the noise of the crowd is gone. @hardikpandya7 #teammates #indiancricketteam #beautifuldharamshala pic.twitter.com/0RfumzAE3c
— Jasprit bumrah (@Jaspritbumrah93) December 8, 2017
-क्रीज पर उतरने के बाद शुरुआती 20 गेंदों तक हुक व पुल शॉट खेलने से किनारा
-स्वीप शॉटों से पूरी तरह से तौबा
- शुरुआती 20 गेंदों तक सिर्फ 'वी' (लांग-ऑन और लांग-ऑफ के बीच, सीधे बल्ले से) में खेलना
VIDEO: हार्दिक पंड्या के इस खास अंदाज को देखिए
Have you seen it yet? #BreakfastWithChampions @hardikpandya7 https://t.co/uf4p1lGlGy pic.twitter.com/i5f9Avgis0
— Gaurav Kapur (@gauravkapur) December 3, 2017
इसका पूरा फायदा हार्दिक पंड्या को मिला. करियर के आगाज के करीब साल भर बाद मतलब इसी साल 17 सितम्बर को हार्दिक ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 83 रन बनाए. और उनकी इस पारी के 44 रन 'वी फॉर्मूले' के 'रास्ते' से ही आए. इस मैच के ठीक दो मैच बाद हार्दिक को बैटिंग ऑर्डर में प्रमोशन मिला, तो फिर से उन्होंने 78 रन ठोक डाले. वास्तव में यह असर 'वी फॉर्मूले' पर अमल का ही था. और अब हार्दिक उसी मैदान पर ही नहीं, बल्कि पूरी सीरीज में इसी फॉर्मूले से लंकाइयों की लंका लगाने के लिए तैयार हैं.
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