दाएं - आर अश्विन (फाइल फोटो)
रविचंद्रन अश्विन, भारत के सबसे बेहतरीन ऑफ स्पिन गेंदबाज़ जिनके ऑफ स्पिन के सामने दुनिया के बड़े-बड़े बल्लेबाज़ों की दिमाग की बत्ती ऑफ हो जाती है. शांत स्वभाव का यह गेंदबाज़ कई बल्लेबाज़ों के करियर में अशांति ला चुका है. अश्विन की फिरकी के सामने बल्लेबाज फिसलते हुए नज़र आते हैं. एक बार फिर कमाल करते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में अश्विन ने एक पारी में पांच विकेट हासिल किए. वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भी अश्विन ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए एक पारी में सात विकेट लिए और जीत के हीरो साबित हुए.
रविचंद्रन अश्विन के करियर की शुरुआत एक सलामी बल्लेबाज के रूप में हुई, एक बल्लेबाज के साथ-साथ वह मध्यम गति के गेंदबाज़ भी थे. लेकिन चोट की वजह से उनका करियर खतरे में था. कई दिनों तक उनको क्रिकेट से दूर रहना पड़ा. अश्विन खुद एक इंटरव्यू के दौरान कह चुके है की 2001 में जब हरभजन सिंह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार ऑफ स्पिन गेंदबाज़ी करते हुए दिखे तब वह खुद मध्यम गति गेंदबाज़ी छोड़कर ऑफ स्पिन गेंदबाज़ी करना शुरू कर चुके थे। वह हरभजन सिंह को अपना रोल मॉडल भी मानते हैं.
बड़े गेंदबाज़ों से अश्विन आगे निकले
अश्विन अब भारत के सबसे शानदार स्पिन गेंदबाज़ हैं. अगर अश्विन के रिकॉर्ड के ऊपर एक नज़र डाली जाए तो दुनिया के कई बड़े गेंदबाज़ों को कुछ मामलो में अश्विन पीछे कर चुके है. वह सिर्फ 34 मैच खेलते हुए 62 पारी में 188 विकेट ले चुके हैं. आज तक भारत का कोई स्पिन गेंदबाज़ इतने कम मैच में इतनी शानदार गेंदबाज़ी नहीं कर पाया है. गेंदबाज़ के रूप में अश्विन का स्कोरिंग रेट काफी शानदार है. दुनिया के कई बड़े-बड़े गेंदबाज़ों से अश्विन आगे निकल गए हैं. 188 विकेट लेने के लिए अश्विन को कुल मिलाकर 9572 गेंदों का सहारा लेना पड़ा है यानि एक विकेट लेने के लिए अश्विन ने 51 के करीब गेंद ली हैं.
इस मामले में अश्विन ने दुनिया के बड़े-बड़े स्पिन गेंदबाज़ों को भी पीछे कर दिया है. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 800 विकेट लेने वाले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन, ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज शेन वार्न, भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले अनिल कुंबले सब अश्विन के पीछे हैं. अगर स्कोरिंग रेट की बात की जाए तो मुरलीधरन ने एक विकेट लेने के लिए 55 गेंदों का सहारा लिया है जबकि शेन वार्न ने 57 गेंदों और अनिल कुंबले ने 66 गेंदों का सहारा लिया. भारत के दूसरे गेंदबाज़ जैसे हरभजन सिंह, बिशन सिंह बेदी, इरापल्ली प्रसन्ना भी अश्विन से पीछे हैं.
अच्छे ऑल राउंडर भी हैं अश्विन
एक पारी में पांच विकेट लेने के मामले में भी अश्विन का प्रदर्शन काफी शानदार है. आश्विन 62 पारी में 18 बार पांच विकेट ले चुके हैं यानी एक बार एक पारी में पांच विकेट लेने के लिए अश्विन ने 3.44 मैचों का सहारा लिया है. शेन वार्न ने 237 पारियों में 37 बार पांच विकेट लिए हैं यानि वार्न को एक बार पांच विकेट लेने के लिए 7.37 मैचों का सहारा लेना पड़ा है. अनिल कुंबले भी अश्विन से पीछे हैं. कुंबले ने अपनी 236 पारी में 35 बार एक पारी में पांच विकेट लिए है, इसी तरह कुंबले को एक बार एक पारी में पांच विकेट लेने के लिए 6.74 मैच खेलने पड़े हैं.
अश्विन एक अच्छे ऑल राउंडर भी साबित हो रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट में अश्विन ने अपनी बल्लेबाजी से भी सबको प्रभावित किया है. पहले टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ अश्विन ने शतक जड़ा था. टेस्ट में अगर बल्लेबाजी की बात की जाए तो अश्विन 33 मैचों में करीब 34 की औसत से 1317 रन बना चुके हैं जिसमे तीन शतक और छह अर्धशतक शामिल हैं. दुनिया के बेहतरीन ऑल राउंडर के रूप में नाम कमाने वाले कपिल देव, सर रिचर्ड हेडली और इयॉन बॉथम से भी टेस्ट मैचों में अश्विन का औसत ज्यादा है.
टेस्ट में बल्लेबाज के रूप में कपिल देव का औसत 31 के करीब है जबकि सर हेडली का 27 के करीब. अगर इयॉन बॉथम की बात किया जाए तो उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 33 के औसत से रन बनाए हैं. आईसीसी के द्वारा रिलीज़ की गई लिस्ट में भी अश्विन ने नंबर एक ऑल राउंडर के रूप में अपनी जगह पक्की की है. लेकिन जैक कैलिस और शाकिब उल हसन जैसे ऑल राउंडर बनने के लिए अश्विन को बल्लेबाजी में और मेहनत करनी पड़ेगी.
रविचंद्रन अश्विन के करियर की शुरुआत एक सलामी बल्लेबाज के रूप में हुई, एक बल्लेबाज के साथ-साथ वह मध्यम गति के गेंदबाज़ भी थे. लेकिन चोट की वजह से उनका करियर खतरे में था. कई दिनों तक उनको क्रिकेट से दूर रहना पड़ा. अश्विन खुद एक इंटरव्यू के दौरान कह चुके है की 2001 में जब हरभजन सिंह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार ऑफ स्पिन गेंदबाज़ी करते हुए दिखे तब वह खुद मध्यम गति गेंदबाज़ी छोड़कर ऑफ स्पिन गेंदबाज़ी करना शुरू कर चुके थे। वह हरभजन सिंह को अपना रोल मॉडल भी मानते हैं.
बड़े गेंदबाज़ों से अश्विन आगे निकले
अश्विन अब भारत के सबसे शानदार स्पिन गेंदबाज़ हैं. अगर अश्विन के रिकॉर्ड के ऊपर एक नज़र डाली जाए तो दुनिया के कई बड़े गेंदबाज़ों को कुछ मामलो में अश्विन पीछे कर चुके है. वह सिर्फ 34 मैच खेलते हुए 62 पारी में 188 विकेट ले चुके हैं. आज तक भारत का कोई स्पिन गेंदबाज़ इतने कम मैच में इतनी शानदार गेंदबाज़ी नहीं कर पाया है. गेंदबाज़ के रूप में अश्विन का स्कोरिंग रेट काफी शानदार है. दुनिया के कई बड़े-बड़े गेंदबाज़ों से अश्विन आगे निकल गए हैं. 188 विकेट लेने के लिए अश्विन को कुल मिलाकर 9572 गेंदों का सहारा लेना पड़ा है यानि एक विकेट लेने के लिए अश्विन ने 51 के करीब गेंद ली हैं.
इस मामले में अश्विन ने दुनिया के बड़े-बड़े स्पिन गेंदबाज़ों को भी पीछे कर दिया है. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 800 विकेट लेने वाले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन, ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज शेन वार्न, भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले अनिल कुंबले सब अश्विन के पीछे हैं. अगर स्कोरिंग रेट की बात की जाए तो मुरलीधरन ने एक विकेट लेने के लिए 55 गेंदों का सहारा लिया है जबकि शेन वार्न ने 57 गेंदों और अनिल कुंबले ने 66 गेंदों का सहारा लिया. भारत के दूसरे गेंदबाज़ जैसे हरभजन सिंह, बिशन सिंह बेदी, इरापल्ली प्रसन्ना भी अश्विन से पीछे हैं.
अच्छे ऑल राउंडर भी हैं अश्विन
एक पारी में पांच विकेट लेने के मामले में भी अश्विन का प्रदर्शन काफी शानदार है. आश्विन 62 पारी में 18 बार पांच विकेट ले चुके हैं यानी एक बार एक पारी में पांच विकेट लेने के लिए अश्विन ने 3.44 मैचों का सहारा लिया है. शेन वार्न ने 237 पारियों में 37 बार पांच विकेट लिए हैं यानि वार्न को एक बार पांच विकेट लेने के लिए 7.37 मैचों का सहारा लेना पड़ा है. अनिल कुंबले भी अश्विन से पीछे हैं. कुंबले ने अपनी 236 पारी में 35 बार एक पारी में पांच विकेट लिए है, इसी तरह कुंबले को एक बार एक पारी में पांच विकेट लेने के लिए 6.74 मैच खेलने पड़े हैं.
अश्विन एक अच्छे ऑल राउंडर भी साबित हो रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट में अश्विन ने अपनी बल्लेबाजी से भी सबको प्रभावित किया है. पहले टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ अश्विन ने शतक जड़ा था. टेस्ट में अगर बल्लेबाजी की बात की जाए तो अश्विन 33 मैचों में करीब 34 की औसत से 1317 रन बना चुके हैं जिसमे तीन शतक और छह अर्धशतक शामिल हैं. दुनिया के बेहतरीन ऑल राउंडर के रूप में नाम कमाने वाले कपिल देव, सर रिचर्ड हेडली और इयॉन बॉथम से भी टेस्ट मैचों में अश्विन का औसत ज्यादा है.
टेस्ट में बल्लेबाज के रूप में कपिल देव का औसत 31 के करीब है जबकि सर हेडली का 27 के करीब. अगर इयॉन बॉथम की बात किया जाए तो उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 33 के औसत से रन बनाए हैं. आईसीसी के द्वारा रिलीज़ की गई लिस्ट में भी अश्विन ने नंबर एक ऑल राउंडर के रूप में अपनी जगह पक्की की है. लेकिन जैक कैलिस और शाकिब उल हसन जैसे ऑल राउंडर बनने के लिए अश्विन को बल्लेबाजी में और मेहनत करनी पड़ेगी.
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