
- विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट में फिटनेस की नई संस्कृति की शुरुआत की और टीम की फिटनेस स्तर को बेहतर बनाया
- पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कोहली की फिटनेस के प्रति लगन और प्रतिबद्धता की जमकर तारीफ की है
- कोहली की नेट प्रैक्टिस में अनुशासन और ऊर्जा को शास्त्री ने विशेष रूप से उल्लेखनीय बताया है
क्रिकेट जगत में बच्चा-बच्चा जानता है कि विराट कोहली (Virat Kohli) फिटनेस को लेकर कितने दीवाने हैं. और कैसे उन्होंने टीम इंडिया में फिटनेस की एक नई संस्कृति की शुरुआत की. अब पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri on virat Fitness) ने कोहली की फिटनेस की जमकर तारीफ करते हुए पहली बार कुछ खास बातों पर रोशनी डाली है. इसमें शास्त्री ने यह भी बताया है कि कोहली की नेट पर प्रैक्टिस की प्रक्रिया कैसी होती थी. पूर्व कोच ने एक स्पोर्टस चैनल से बातचीत में कोहली के वर्किंग मैथड को बहुत ही स्पेशल करार दिया.
'फिटनेस का स्तर ऊपर उठाना था'
शास्त्री ने भारतीय क्रिकेट में कोहली के फिटनेस का स्तर ऊपर ले जाने में दिखाई गई लगन और प्रतबद्धता पर रोशनी डालते हुए कहा, 'आप जानते हैं कि फिटनेस के स्तर में भी सुधार की जरूरत थी. जब आप ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड पर नजर डालते थे, तो हम उनसे मीलों पीछे थे. ऐसे में आपको खड़ा मुकाबला करने की जरूरत थी. इसका बिना आप केवल अपने घर में ही शेर बने रहेंगे, लेकिन जब आप बाहर जाएंगे, तो आप रौंद दिए जाएंगे.'

पूर्व कोच ने कहा, 'कोहली का असर उनकी निजी ट्रेनिंग से परे चला गया. यह केवल व्यक्ति विशेष नहीं, बल्कि पूरी टीम की बात थी. इसीलिए, जब आपके ऐसा कोहली जैसा कप्तान होता है, जो आगे रहकर नेतृत्व करता है, तो फिर आप समझ सकते हैं कि बाकी खिलाड़ी आपका अनुकरण करना चाहते हैं.' शास्त्री ने कोहली के प्रतिदिन कड़े परिश्रम वाली दिनचर्या का खुलासा करते हुए कहा, 'आप जिम को भूल जाएं. मुझे याद है कि वह केपटाउन में जल्दी आउट हो गए. फिर वह सेंचुरियन में नेट प्रैक्टिस के लिए आए. कोहली ने 45 मिनट बैटिंग की. फिर विराट ने थ्रोअर से 16 कदम की दूरी से उन्हें 150-160 किमी की गति से गेंद फेंकने को कहा.'
कुछ ऐसी है हर दिन कोहली की मैदान पर प्रैक्टिस की प्रक्रिया
वहीं शास्त्री ने नेट प्रैक्टिस में कोहली के अनुशासन और ऊर्जा की तारीफ करते कहा, 'मैदान पर दिन दर दिन कोहली की एक दिनचर्या है.पहले वह आते ही अपना वॉर्म-अप करते हैं, स्ट्रेचिंग करते हैं, स्लिप कॉर्डन में 50 कैच लेते हैं, इसके बाद ग्राउंड फील्डिंग के लिए जाते हैं, फिर नॉकिंग करते हैं. और इसके बाद नेट में बैटिंग के लिए जाते हैं. मैदान पर जिस स्तर की ऊर्जा वह लेकर आते हैं, वह असाधारण है'
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