फाइल फोटो
नई दिल्ली:
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा है कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली आगामी पांच मैचों की वनडे सीरीज में फायदे में रहेगी, क्योंकि मेजबान टीम का गेंदबाजी आक्रमण मिशेल जॉनसन और मिशेल स्टार्क की अनुपस्थिति में कमजोर लगता है।
ऑस्ट्रेलिया ने नए तेज गेंदबाज जोएल पेरिस और स्कॉट बोलैंड पर भरोसा दिखाया है और गावस्कर का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी की टीम इसका पूरा फायदा उठा सकती है। गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, दो मिशेल यानी जॉनसन और स्टार्क जो कि टीम के अहम अंग थे, उनकी अनुपस्थिति में ऑस्ट्रेलिया का नई गेंद का आक्रमण अनुभवहीन है। यदि भारतीय टीम अच्छी शुरुआत कर सकती है, तो फिर उसे हराना आसान नहीं होगा। पहले दो मैच महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि आपको अच्छी शुरुआत की जरूरत पड़ती है।
इस पूर्व भारतीय कप्तान का मानना है कि माइकल क्लार्क के संन्यास और शेन वॉटसन का चयन नहीं होने से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम में भी बदलाव देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा, यह वह टीम नहीं है, जिसने विश्व कप जीता था। इसमें माइकल क्लार्क नहीं है, इसमें शेन वॉटसन नहीं है। लेकिन इसके बावजूद ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराना मुश्किल होता है।
ऑस्ट्रेलिया ने नए तेज गेंदबाज जोएल पेरिस और स्कॉट बोलैंड पर भरोसा दिखाया है और गावस्कर का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी की टीम इसका पूरा फायदा उठा सकती है। गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, दो मिशेल यानी जॉनसन और स्टार्क जो कि टीम के अहम अंग थे, उनकी अनुपस्थिति में ऑस्ट्रेलिया का नई गेंद का आक्रमण अनुभवहीन है। यदि भारतीय टीम अच्छी शुरुआत कर सकती है, तो फिर उसे हराना आसान नहीं होगा। पहले दो मैच महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि आपको अच्छी शुरुआत की जरूरत पड़ती है।
इस पूर्व भारतीय कप्तान का मानना है कि माइकल क्लार्क के संन्यास और शेन वॉटसन का चयन नहीं होने से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम में भी बदलाव देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा, यह वह टीम नहीं है, जिसने विश्व कप जीता था। इसमें माइकल क्लार्क नहीं है, इसमें शेन वॉटसन नहीं है। लेकिन इसके बावजूद ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराना मुश्किल होता है।
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