- गावस्कर ने टी20 विश्व कप के लिए किशन के चयन को उनकी घरेलू क्रिकेट में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर सही माना.
- राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने खराब फॉर्म के कारण गिल को टी20 टीम से बाहर कर रिंकू सिंह और इशान किशन को शामिल किया
- इशान किशन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 517 रन बनाकर झारखंड को पहली बार खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई
Sunil Gavaskar on Ishan Kishan: महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने शनिवार को आगामी टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में शानदार फॉर्म में चल रहे इशान किशन के चयन का समर्थन किया जबकि पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने शुभमन गिल को बाहर करने जैसे कड़े फैसले के लिए अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति को पूरे अंक दिए. राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने विकेटकीपर-बल्लेबाज किशन और रिंकू सिंह की वापसी कराई जबकि टेस्ट और वनडे कप्तान शुभमन गिल को टी20 प्रारूप में खराब फॉर्म के चलते बाहर कर दिया गया. फिटनेस और उपलब्धता से जुड़ी समस्याओं के कारण साल भर टीम से बाहर रहे किशन ने हालिया सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया और बेहतरीन शतक के साथ झारखंड को खिताब दिलाया.
ईशान किशन के सेलेक्शन पर बोलते हुए सुनील गावस्कर ने जियोस्टार' पर कहा,"जब कोई खिलाड़ी प्रदर्शन करता है तो उसे चुनना चाहिए. ईशान किशन पहले भी टीम में रहे हैं और उन्होंने साबित किया है कि वह यह कर सकते हैं. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनकी मौजूदा फॉर्म दिखाती है कि चयन का आधार घरेलू क्रिकेट होना चाहिए, सिर्फ आईपीएल नहीं." उन्होंने कहा,"मैं उनके लिए बहुत खुश हूं. वह कुछ सालों तक टीम से बाहर थे, लेकिन अपनी राज्य की टीम झारखंड को खिताब दिलाकर उन्होंने शानदार वापसी की."
हरभजन सिंह ने चयन समिति के फैसले की सराहना की साथ ही उन्होंने ईशान किशन की वापसी पर खुशी जाहिर की. हरभजन सिंह ने कहा,"टीम संयोजन प्राथमिकता थी. मुझे खुशी है कि रिंकू सिंह टीम में हैं और ईशान किशन की भी वापसी हुई है. वह अच्छी फॉर्म में हैं."
ईशान किशन एक समय टीम इंडिया का हिस्सा थे. साल 2023 में दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए ब्रेक लिया था जिसके चलते उन्हें भारतीय टीम से अपनी जगह गंवानी पड़ी थी. इसके बाद वह रणजी ट्रॉफी (2023-24) में भी नहीं खेले. तब के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और बीसीसीआई सचिव द्वारा स्पष्ट आदेश के बाद भी ईशान घरेलू क्रिकेट नहीं खेले. उन पर आईपीएल को प्राथमिकता देने के आरोप लगे. ऐसे में बोर्ड ने एक्शन लिया और इसके बाद उन्हें केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया.
लेकिन फिर ईशान किशन ने घरेलू क्रिकेट में वापसी की. इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने घरेलू क्रिकेट की कठिन राह तय करने के अलावा काउंटी चैंपियनशिप (इंग्लैंड में प्रथम श्रेणी मैच) में भी खुद को साबित किया. इस साल उन्होंने झारखंड को सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी का पहला खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई. किशन ने सैयद मुश्ताक टी20 ट्रॉफी में 517 रन बनाए जिसमें फाइनल में हरियाणा के खिलाफ खेली गयी शतकीय पारी भी शामिल है. इस दमदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम में उनकी वापसी दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर हुई है.
अगरकर ने किशन के चयन पर कहा,"वह सीमित ओवर के क्रिकेट में शीर्ष क्रम पर बल्लेबाजी करते हैं. वह अच्छी फॉर्म में हैं. वह पहले भी भारत के लिए खेल चुके हैं. उनके नाम एक दिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक है. वह भारतीय टीम में इसलिए नहीं था क्योंकि उनसे पहले से ऋषभ पंत और ध्रुव जुरेल थे. वे दोनों काफी अच्छे खिलाड़ी हैं. ऐसे में इसका किसी और बात से कोई लेना-देना नहीं है."
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