यह ख़बर 17 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

स्पॉट फिक्सिंग मामले में चांडिला ने दो बल्लेबाजों के नाम लिए : सूत्र

खास बातें

  • वकील दीपक प्रकाश का दावा है कि श्रीसंत और बुकीज की फोन पर बातचीत का कोई रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने श्रीसंत को बेकसूर बताया और कहा कि श्रीसंत इसलिए कह रहे हैं कि जीजू ने उन्हें फंसाया, क्योंकि श्रीसंत को जीजू के बारे में पहले से कुछ पता नहीं था।
नई दिल्ली:

सूत्रों के मुताबिक आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के मामले में गिरफ्तार किए गए राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेटर अजीत चांडिला ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि आईपीएल−5 में 29 अप्रैल, 2012 को दिल्ली और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला गया मैच भी फिक्स था। राजस्थान रॉयल्स यह मैच सिर्फ एक रन से हार गया था। सूत्रों के मुताबिक चांडिला ने राजस्थान रॉयल्स के दो बल्लेबाजों पर भी फिक्सिंग के आरोप लगाए हैं।

आईपीएल में मैच फिक्सिंग को लेकर गिरफ्तार श्रीसंत के वकील ने दिल्ली पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं। श्रीसंत के वकील दीपक प्रकाश का दावा है कि श्रीसंत और बुकीज की फोन पर बातचीत का कोई रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने श्रीसंत को बेकसूर बताया है और कहा है कि श्रीसंत इसलिए कह रहे हैं कि जीजू ने उन्हें फंसाया, क्योंकि श्रीसंत को जीजू के बारे में पहले से कुछ पता नहीं था।

वकील का यह भी कहना है कि अगर श्रीसंत का कोई फोन रिकॉर्ड नहीं है, तो उसे क्यों गिरफ्तार किया गया। श्रीसंत के वकील ने यह भी कहा कि या तो यह पुलिस की गलती है या फिर श्रीसंत के खिलाफ कोई बड़ी साजिश।

वहीं, सूत्रों के मुताबिक राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेटर अंकित चव्हाण ने अपना गुनाह कबूल लिया है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस की पूछताछ में अंकित रो पड़े और उन्होंने कहा, मुझसे गलती हो गई। हालांकि श्रीसंत के वकील ने कहा है कि उनका मुवक्किल निर्दोष है। वहीं अंकित के भाई निहार चव्हाण ने भी अंकित का बचाव करते हुए स्पॉट फिक्सिंग के आरोप को खारिज कर दिया है।

पुलिस का आरोप है कि 15 मई को मुंबई बनाम राजस्थान के मैच में अंकित ने स्पॉट फिक्सिंग की थी।  इस मामले मे गिरफ्तार सभी 14 लोगों से स्पेशल सेल के दफ्तर में अलग-अलग पूछताछ हो रही है। बाद में इन्हें आमने-सामने बिठाकर भी पूछताछ की जा सकती है। पुलिस की स्पेशल सेल गिरफ्तार खिलाड़ियों और बुकीज से उनसे फोन पर बातचीत के दौरान इस्तेमाल किए गए कोड वर्ड्स के बारे में भी पूछताछ रही है। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है बुकीज़ ने एक मैच में कितना कमाया।

सूत्रों के मुताबिक पुलिस को राजस्थान रॉयल्स के 15 और मैचों में स्पॉट फिक्सिंग का शक हैं। अब पुलिस रिमांड पर लिए गए खिलाड़ियों और बुकीज से पूछताछ के जरिये मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

स्पॉट फिक्सिंग में फंसे आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स के तीन क्रिकेटरों - श्रीसंत, अजित चांडिला और अंकित चव्हाण पर कानून की कड़ी धारा मकोका लगाई जा सकती है, जिसके तहत फोन रिकॉर्ड सबूत माने जाते हैं और जमानत मिलनी भी आसान नहीं होती।

दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बाकायदा इन खिलाड़ियों के खिलाफ वीडियो सबूत पेश किए और बताया कि तीन मैचों में तीनों खिलाड़ियों ने स्पॉट फिक्सिंग की थी। तीनों को साकेत की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।

फिक्सिंग के इस मामले में दिल्ली पुलिस का कहना है कि वह लंबे समय से इस बात की जांच कर रही थी। दिल्ली पुलिस का आरोप है कि 5 मई को जयपुर में पुणे और राजस्थान के मैच में स्पॉट फिक्सिंग हुई और इसके पुख्ता सबूत मौजूद हैं। इस मैच की स्पॉट फिक्सिंग में अजित चांडिला शामिल थे, वहीं, 9 मई के मोहाली के मैच में श्रीसंत स्पॉट फिक्सिंग में शामिल थे। बुधवार को मुंबई में खेले गए मैच में अंकित चव्हाण पर स्पॉट फिक्सिंग का आरोप है। फिक्सिंग के लिए 20 लाख से लेकर 60 लाख रुपये तक का सौदा एक ओवर के लिए हुआ था।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इस मामले में तीनों खिलाड़ियों के अलावा जिन 11 बुकीज तक पुलिस पहुंची है, उनके ब्योरे बताते हैं कि एक बड़ा नेटवर्क इसमें सक्रिय था। इस मामले में पुलिस ने अहमदाबाद के मनन भट्ट, ईस्ट मुंबई के चंद्रेश पटेल, अहमदाबाद के अमित कुमार और केरल के जीजू जनार्दन को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक जनार्दन की श्रीसंत से पुरानी दोस्ती है और उसने क्लब स्तर की क्रिकेट भी खेली है। पुलिस के मुताबिक फिक्सिंग के मास्टरमाइंड विदेश से इस काम को अंजाम दे रहे थे।