दक्षिण दिल्ली में आयोजित स्लम क्रिकेट लीग के दौरान एक मैच का दृश्य।
नई दिल्ली:
'स्लम क्रिकेट लीग ' के नाम से नई दिल्ली में एक गैर व्यवसायिक क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। इस टूर्नामेंट में खेलने वाले सभी बच्चे दक्षिण दिल्ली की तंग बस्तियों (स्लम) के रहने वाले हैं।
चाणक्यपुरी में क्रिकेट मैदान पर हुआ टूर्नामेंट
14 साल तक की आयु के बच्चों के लिए सीएफसीटी इंडिया नाम के गैर सरकारी संगठन ने इसका आयोजन किया। यह टूर्नामेंट चाणक्यपुरी में विनय मार्ग के पास क्रिकेट मैदान में आयोजित किया गया। 12 से 17 अक्टूबर तक चले इस टूर्नामेंट में रोजाना दो मैच हुए। शनिवार को फाइनल मैच खेल गया। फाइनल मैच में दक्षिण दिल्ली के कुसुमपुर पहाड़ी स्लम की टीम मोगली इलेवन ने मिक्की माउस इलेवन को हराकर टूर्नामेंट में पहला स्थान प्राप्त किया। आईटीबीपी के डीआईजी राकेश छिब्बर ने विजेता टीम को पुरस्कार दिया। इसके बाद दिल्ली के दूसरे हिस्सों के साथ-साथ एनसीआर इलाके में स्लम में रहने वाले बच्चों के लिए ऐसे ही क्रिकेट चैपिंयनशिप का आयोजन किया जाएगा।
स्लम क्रिकेट अकादमी में लिए जाएंगे चुनिंदा खिलाड़ी
डीडीसीए के अंपायर एमपी नारंग की अगुवाई में यह टूर्नामेंट हुआ। यहां सभी बच्चों को ड्रेस, खेलने का सारा सामान, घर से मैदान तक आने-जाने की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध कराई गई। जिन बच्चों का खेल अच्छा रहा उन्हें संस्था द्वारा संचालित 'स्लम क्रिकेट अकादमी ' में लिया जाएगा और मुफ्त कोचिंग भी दी जाएगी, ताकि वे इस खेल में अपना करियर बना सकें। टूर्नामेंट में कुल 10 टीमों ने हिस्सा लिया, जिनमें 120 बच्चे शामिल थे।
बच्चों को नशा और अपराध से बचाने की कोशिश
टूर्नामेंट में हिस्सा लेने बच्चे काफी उत्साहित दिखे। बच्चों ने बताया कि पहले वे जुगाड़ का बैट बनाकर गली में खेला करते थे लेकिन यहां उन्हें पहली बार असली बैट के साथ ऐसे बड़े ग्राउंड में खेलने का मौका मिला। इस टूर्नामेंट का मकसद स्लम के बच्चों को एक उम्मीद भरी और बेहतर जिंदगी का रास्ता दिखाना है ताकि वे नशे और अपराध के रास्तों से बच सकें। संस्था के अध्यक्ष बीएस पुंडीर के अनुसार इस टूर्नामेंट का उद्देश्य स्लम के बच्चों को खेल और अनुशासन की तरफ ले जाना है।
चाणक्यपुरी में क्रिकेट मैदान पर हुआ टूर्नामेंट
14 साल तक की आयु के बच्चों के लिए सीएफसीटी इंडिया नाम के गैर सरकारी संगठन ने इसका आयोजन किया। यह टूर्नामेंट चाणक्यपुरी में विनय मार्ग के पास क्रिकेट मैदान में आयोजित किया गया। 12 से 17 अक्टूबर तक चले इस टूर्नामेंट में रोजाना दो मैच हुए। शनिवार को फाइनल मैच खेल गया। फाइनल मैच में दक्षिण दिल्ली के कुसुमपुर पहाड़ी स्लम की टीम मोगली इलेवन ने मिक्की माउस इलेवन को हराकर टूर्नामेंट में पहला स्थान प्राप्त किया। आईटीबीपी के डीआईजी राकेश छिब्बर ने विजेता टीम को पुरस्कार दिया। इसके बाद दिल्ली के दूसरे हिस्सों के साथ-साथ एनसीआर इलाके में स्लम में रहने वाले बच्चों के लिए ऐसे ही क्रिकेट चैपिंयनशिप का आयोजन किया जाएगा।
समापन पर सांस्क़ृतिक कार्यक्रम पेश करते हुए बच्चे।
स्लम क्रिकेट अकादमी में लिए जाएंगे चुनिंदा खिलाड़ी
डीडीसीए के अंपायर एमपी नारंग की अगुवाई में यह टूर्नामेंट हुआ। यहां सभी बच्चों को ड्रेस, खेलने का सारा सामान, घर से मैदान तक आने-जाने की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध कराई गई। जिन बच्चों का खेल अच्छा रहा उन्हें संस्था द्वारा संचालित 'स्लम क्रिकेट अकादमी ' में लिया जाएगा और मुफ्त कोचिंग भी दी जाएगी, ताकि वे इस खेल में अपना करियर बना सकें। टूर्नामेंट में कुल 10 टीमों ने हिस्सा लिया, जिनमें 120 बच्चे शामिल थे।
पुरस्कृत टीम
बच्चों को नशा और अपराध से बचाने की कोशिश
टूर्नामेंट में हिस्सा लेने बच्चे काफी उत्साहित दिखे। बच्चों ने बताया कि पहले वे जुगाड़ का बैट बनाकर गली में खेला करते थे लेकिन यहां उन्हें पहली बार असली बैट के साथ ऐसे बड़े ग्राउंड में खेलने का मौका मिला। इस टूर्नामेंट का मकसद स्लम के बच्चों को एक उम्मीद भरी और बेहतर जिंदगी का रास्ता दिखाना है ताकि वे नशे और अपराध के रास्तों से बच सकें। संस्था के अध्यक्ष बीएस पुंडीर के अनुसार इस टूर्नामेंट का उद्देश्य स्लम के बच्चों को खेल और अनुशासन की तरफ ले जाना है।
स्लम क्रिकेट लीग में शामिल एक टीम।
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