शशांक मनोहर (बाएं), BCCI सचिव अनुराग ठाकुर और पूर्व BCCI अध्यक्ष शरद पवार (फाइल फोटो)
मुंबई:
शशांक मनोहर बीसीसीआई के नए मुखिया होंगे, सूत्रों ने इस खबर की पुष्टि कर दी है। शशांक मनोहर के निर्विरोध चुने जाने की उम्मीद है। नामांकन शनिवार को होगा, वहीं 4 अक्टूबर को बोर्ड की स्पेशल जनरल मीटिंग में इस पर औपचारिक मुहर लग जाएगी।
सौरव गांगुली की अहम भूमिका
सूत्रों के मुताबिक क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के नामांकित अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने ईस्ट जोन की व्यूह रचना को तोड़ा, जिससे शशांक मनोहर को ईस्ट जोन से प्रपोजर मिल गया। इसके बाद उनका बीसीसीआई अध्यक्ष बनना तय हो गया।
हालांकि इस बारे में जब एनडीटीवी ने सौरभ गांगुली से सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा "मैं अभी नया हूं मुझे इस बारे में ज्यादा पता नहीं है, ये सबकुछ नंबर के आधार पर तय होता है। जब वक्त आएगा तो पता लग जाएगा। मैं बीसीसीआई की बैठक में हिस्सा भी नहीं लेता था, मुझे कैब का सचिव बने हुए 11-12 महीने हुए हैं, लेकिन जैसे क्रिकेट खेलना जरूरी है, मेरे ख्याल से खेल के लिए आधारभूत संरचना बनाना भी उतना ही जरूरी है।'
उधर बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा " मैंने शशांक मनोहर से बीसीसीआई अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने की गुजारिश की है। मुझे पूरा भरोसा है कि वो भारी से भारी मतों से जीतेंगे।'
साफ छवि का मिला फायदा
अपनी साफ-सुथरी छवि के बूते शरद पवार के नजदीकी शशांक मनोहर ने बीजेपी खेमे के वोट भी बटोर लिए हैं। दादा के साथ आने से बीसीसीआई में अब उनका दम दिखना तय है। 2008 से 2011 तक मनोहर बोर्ड की कमान संभाल चुके हैं, इस पुराने अध्यक्ष को नए समीकरण में अब 29 में से 15 वोट मिलना लगभग तय हो गया है। जो अध्यक्ष बनने के लिए जरूरी है। कुल मिलाकर भारतीय क्रिकेट में एन श्रीनिवासन की चेन्नई से नागपुर की दौड़ काम नहीं आई और अपने पसंदीदा उम्मीदवार के जरिये भारतीय क्रिकेट में उनकी वापसी की कोशिशों पर पानी फिर गया है।
सौरव गांगुली की अहम भूमिका
सूत्रों के मुताबिक क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के नामांकित अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने ईस्ट जोन की व्यूह रचना को तोड़ा, जिससे शशांक मनोहर को ईस्ट जोन से प्रपोजर मिल गया। इसके बाद उनका बीसीसीआई अध्यक्ष बनना तय हो गया।
हालांकि इस बारे में जब एनडीटीवी ने सौरभ गांगुली से सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा "मैं अभी नया हूं मुझे इस बारे में ज्यादा पता नहीं है, ये सबकुछ नंबर के आधार पर तय होता है। जब वक्त आएगा तो पता लग जाएगा। मैं बीसीसीआई की बैठक में हिस्सा भी नहीं लेता था, मुझे कैब का सचिव बने हुए 11-12 महीने हुए हैं, लेकिन जैसे क्रिकेट खेलना जरूरी है, मेरे ख्याल से खेल के लिए आधारभूत संरचना बनाना भी उतना ही जरूरी है।'
उधर बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा " मैंने शशांक मनोहर से बीसीसीआई अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने की गुजारिश की है। मुझे पूरा भरोसा है कि वो भारी से भारी मतों से जीतेंगे।'
साफ छवि का मिला फायदा
अपनी साफ-सुथरी छवि के बूते शरद पवार के नजदीकी शशांक मनोहर ने बीजेपी खेमे के वोट भी बटोर लिए हैं। दादा के साथ आने से बीसीसीआई में अब उनका दम दिखना तय है। 2008 से 2011 तक मनोहर बोर्ड की कमान संभाल चुके हैं, इस पुराने अध्यक्ष को नए समीकरण में अब 29 में से 15 वोट मिलना लगभग तय हो गया है। जो अध्यक्ष बनने के लिए जरूरी है। कुल मिलाकर भारतीय क्रिकेट में एन श्रीनिवासन की चेन्नई से नागपुर की दौड़ काम नहीं आई और अपने पसंदीदा उम्मीदवार के जरिये भारतीय क्रिकेट में उनकी वापसी की कोशिशों पर पानी फिर गया है।
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